म्यानमार के एक गिरजाघर में ख्रीस्तयाग अर्पित करते काथलिक पुरोहित, तस्वीर 2020 म्यानमार के एक गिरजाघर में ख्रीस्तयाग अर्पित करते काथलिक पुरोहित, तस्वीर 2020  

म्यानमार में एक और काथलिक पुरोहित हुए गिरफ्तार

म्यानमार में सेना की मनमानी के तहत काथलिक पुरोहितों का उत्पीड़न जारी है। बुधवार को कनपेटलेट नगर में एक काथलिक पुरोहित को, एक नागर प्रतिरोध समूह को भोजन उपलब्ध कराने के सन्देह पर, गिरफ्तार कर लिया गया था और बाद में रिहा कर दिया गया।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

म्याममार, शुक्रवार, 18 जून 2021 (ऊका समाचार): म्यानमार में सेना की मनमानी के तहत काथलिक पुरोहितों का उत्पीड़न जारी है। बुधवार को कनपेटलेट नगर में एक काथलिक पुरोहित को,  एक नागर प्रतिरोध समूह को भोजन उपलब्ध कराने के सन्देह पर, गिरफ्तार कर लिया गया था और बाद में रिहा कर दिया गया।  

म्यानमार के पश्चिमी चिन प्रान्त में सेना ने 16 जून को हाका धर्मप्रान्त की एक काथलिक पल्ली के निवास पर छापा मारा तथा फादर माईकिल आऊँग लिंग "चाईना डिफेन्स फोर्स" नामक एक नागरिक प्रतिरोध समूह को भोजन उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था।    

पल्ली निवास में चावल की बोरियाँ मिलने के बाद फादर पर उक्त आरोप लगाया गया तथा गिरफ्तार कर उनसे 11 घण्टों तक पूछताछ की गई। तदोपरान्त एक पत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद ही सेना उन्हें रिहा किया। इससे पूर्व 12 तथा 13 जून को मन्डलय महाधर्मप्रान्तीय गिरजाघरों पर छापा मारा गया था तथा छः काथलिक पुरोहितों को गिरफ्तार किया गया था।  

तख्तापलट और जाति संघर्ष

पहली फरवरी के सैन्य तख्तापलट के बाद से दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्र म्यानमार अराजकता में डूब गया है। निर्वाचित सरकार को हटाने तथा उसके नेता आंग सान सू की को हिरासत में ले लेने के बाद से हो रहे, तख्तापलट के खिलाफ, विरोध प्रदर्शनों और हड़ताल ने अर्थव्यवस्था को पंगु बना दिया है।

सेना के तख्तापलट ने सेना और कुछ सशस्त्र जातीय संगठनों के साथ-साथ स्वतंत्र नागरिक प्रतिरोध समूहों के बीच म्यांमार के पुराने संघर्षों को फिर से भड़का दिया है। बहुत से सशस्त्र दल राईफलों एवं अन्य हथियारों का उपयोग कर रहे हैं तथा निर्दोष जनता के जीवन को ख़तरे में डाल रहे हैं।

मार्शल लॉ लागू

कलीसियाई सूत्रों से मिली ख़बर के अनुसार कनपेटलेट शहर से 48 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मिन्दात नगर में घातक आक्रमणों के बाद 13 मई को म्यानमार में सेना ने मिन्दात तथा उसके आस-पड़ोस के इलाकों में मार्शल लॉ लागू कर दिया है। इसके एक दिन बाद ही सैनिकों ने मिन्दात के सेकरेड हार्ट गिरजाघर तथा पल्ली निवास पर छापा मारा था तथा वहाँ रह रहे तीन काथलिक पुरोहितों से कई दिनों बाद तक पूछताछ की थी।  

बताया जाता है कि कनपेटलेट, मिदान्त तथा हाका धर्मप्रान्त में 18,000 से अधिक लोग हाल के संघर्ष के कारण विस्थापित हुए हैं, जो अब अस्थायी शिविरों में शरण ले रहे हैं। इसके अतिरिक्त, लगभग 50,000 लोग अपने घरों का पलायन कर जंगलों में छिप गये हैं।

एक बौद्ध बहुल राष्ट्र म्यानमार की कुल आबादी पाँच करोड़ चालीस लाख है, जिनमें केवल छः प्रतिशत ख्रीस्तीय लोग हैं। केवल 1.5 प्रतिशत जनता काथलिक धर्मानुयायी है।     

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18 June 2021, 11:01