यूक्रेन:गरीबों को गर्म करती, दुनिया को रोशन करती एक लौ

"कैंडल्स ऑफ़ स्ट्रिटेन्या" एक पहल है, जो पूर्वी यूरोपीय राष्ट्र में गरीब लोगों को सहायता प्रदान करने के प्रयास में परिस्थितिकी के लिए यूक्रेनी यूनानी काथलिक कलीसिया के कार्यालय द्वारा की गई है। यह संत पापा फ्राँसिस के विश्वपत्र "लौदातो सी" के अनुरूप सृष्टि की देखभाल करने की इच्छा से शुरु की गई है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

यूक्रेन, मंगलवार 11 मई 2021 (वाटिकन न्यूज) : पिछले फरवरी से, उक्रेन वासियों के घरों में मिस्सा की मोमबत्ती जलती रही है। "कैंडल ऑफ़ स्ट्रिटेन्या" के कारण कई गरीब लोगों ने राहत की सांस ली है, जिनकी स्थिति महामारी के कारण हुई कठिनाइयों के कारण खराब हो गई थी। यूक्रेन में, प्रभु प्रकाश का पर्व जूलियन कैलेंडर के अनुसार, 15 फरवरी को मनाए जाने वाले ऑर्थोडोक्स और ग्रीक काथलिक दोनों के लिए, वार्षिक धर्मविधि पंचांग के सबसे महत्वपूर्ण समारोहों में से एक है।"

यूक्रेनी में, इस समारोह को "स्ट्रिटेन्या" कहा जाता है, जिसका अर्थ है "मुलाकात" क्योंकि यह उस सुसमाचार की घटना को याद करता है जिसमें सिमेयोन मंदिर में बालक येसु से मुलाकात करते हैं और उसे दुनिया की रोशनी, "लोगों के लिए प्रकाश" के रूप में पहचानते हैं। इस महानता का प्रतीक एक मोमबत्ती है जिसे विश्वासी लोग गिरजाघर में धर्मविधि समारोह के दौरान आशीष के लिए लाते हैं: "स्ट्रिटेन्या मोमबत्ती" को घर में लगभग पूरे वर्ष रखा जाता है।

पहल

परिस्थितिकी के लिए यूक्रेनी यूनानी काथलिक कलीसिया के कार्यालय ने इस पहल की शुरुआत की जिसका शीर्षक है: "स्ट्रिटेन्या मोमबत्ती की रोशनी के साथ गरीबों को गर्म करना" जिसमें केवल प्राकृतिक मोम का उपयोग करके कई मोमबत्ती बनाने वाली कार्यशालाओं को संगठित किया गया है। मोमबत्तियोँ को विभिन्न पल्लियों में भेजा गया जहाँ विशवासियों ने प्रभु प्रकाश पर्व के लिए खरीदा। बिक्री से प्राप्त रुपयों को पश्चिमी यूक्रेन में कारितास इवानो-फ्रैंकिवस्क रसोई सूप के लिए दिया गया।

कार्यशाला

शुरुआत में, इस कार्यशालाओं में भाग लेने वाले लोग ज्यादातर पारिस्थितिकी कार्यालय या स्थानीय कारितास में काम करने वाले थे। बाद में अन्य शहरों जैसे टर्नोपिल, चेर्नित्सि और ख्मेलनेत्स्की में कई स्थानीय कारितास कार्यालयों ने पहल में भाग लेने का फैसला किया।

गरीबों तक पहुंचना

पर्यावरणीय मुद्दों के लिए यूक्रेनी ग्रीक काथलिक कलीसिया (यूजीसीसी) ब्यूरो के प्रमुख प्रोफेसर वलोडिमिर शेरमेटा ने बताया कि "यह पहल संत पापा फ्राँसिस के विश्वपत्र 'लौदातो सी' से प्रेरित थी और अक्टूबर 2020 में ग्रीक काथलिक धर्माध्यक्ष ने एक प्रेरितिक पत्र जारी पत्र किया जिसका शीर्षक था "आप के पास एक चीज बचा रहेगा:जिसे आपने गरीबों को दिया!” राष्ट्रीय स्तर पर एक और पहल भी शुरू की गई: "गरीबों को खिलाओ।" हमारा उद्देश्य दूसरे की देखभाल करना और गरीबों के साथ एकजुटता में हाथ बढ़ाना है, साथ ही सृष्टि के प्रति जिम्मेदारी की संस्कृति को बढ़ावा देना है।" प्रोफेसर शेरमेटा कहते हैं, कुछ मोमबत्तियाँ "सूती धागे से बने फूलों से सजाई गई हैं, जिनमें से प्रत्येक का डिजाइन अनोखा है और हमारे पड़ोसी के लिए हमारे प्यार की एक सुंदर याद के रूप में रहेगी। कुछ मोमबत्तियों को हिबिस्कस के बीज का उपयोग करके सजाया जाता है, जिसे नये पौधे बनाने के लिए बोये जा सकते हैं, इस प्रकार ये हमारी दुनिया की सुंदरता और सद्भाव की बहाली में योगदान देते हैं।"

सजाई गई स्ट्रिटेन्या मोमबत्तियाँ
सजाई गई स्ट्रिटेन्या मोमबत्तियाँ

पारिस्थितिक जागरूकता

यूजीसीसी कार्यालय द्वारा शुरू की गई कई पहलों में से एक है,"स्ट्रिटेन्या कैंडल की लौ से गरीबों को गर्म करें।" इसके माध्यम से यूक्रेनी ग्रीक काथलिक कलीसिया सृष्टि की देखभाल के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाता है। इस जागरूकता की जड़ें 1930-40 के दशक की हैं, जब उस समय के यूक्रेनी ग्रीक काथलिक कलीसिया के प्रमुख, महाधर्माध्यक्ष एंद्रेय शेपर्टस्की ने प्राकृतिक क्षेत्रों के संरक्षण की शुरुआत की, जो बाद में पूर्वी यूरोपीय राष्ट्र में पहला राष्ट्रीय उद्यान बन गया। फिर भी, प्रकृति के प्रति एक जिम्मेदार मनोभाव की आवश्यकता कलीसिया के प्रेरितिक कार्यों का हिस्सा था। जिस अवधि के दौरान कलीसिया को भूमिगत होना पड़ा, यूक्रेनी ग्रीक काथलिक अपने पूर्ववर्तियों के नक्शेकदम पर सृष्टि की देखभाल के बारे में कलीसिया के शिक्षण और सार्वजनिक रूप से अभ्यास करने में सक्षम थे। 2007 में स्थापित, पारिस्थितिकी के लिए कार्यालय (यूजीसीसी), विश्वासियों को सृष्टि के प्रति सही मनोभाव को बढ़ावा देने और सूचना, शैक्षिक गतिविधियों और व्यावहारिक परियोजनाओं के माध्यम से समाज में पारिस्थितिक जागरूकता को बढ़ाना चाहता है। इस कार्यालय ने संत पापा फ्राँसिस के विश्वपत्र लौदातो सी के अनुवाद को संपादित किया है और इसे विश्वासियों के साथ साझा करने के लिए कई सभाओं आयोजन किया है।

एकजुटता का एक ठोस संकेत

विश्वपत्र लौदातो सी की पांचवीं वर्षगांठ के अवसर पर संत पापा ने 2020 में अपने वीडियो संदेश में जोर देकर कहा था, "धरती के क्रंदन और गरीबों के क्रंदन को अब और रोका नहीं जा सकता।"  उनके शब्द यूक्रेन तक भी पहुंचे। "स्ट्रिटेन्या की मोमबत्ती के प्रकाश के साथ गरीबों को गर्म करना" पहल, जरूरतमंदों के साथ एकजुटता का एक ठोस संकेत बन गया है, साथ ही यह सृष्टि के उपहारों को याद दिलाता है।

कारितास सूप रसोई
कारितास सूप रसोई

कारितास सूप रसोई

कारितास इवानो-फ्रैंकिवस्क के निदेशक फादर वोलोडमिर चोर्नी कहते हैं, "इस मोमबत्ती की वजह से हम लोगों की मुश्किल परिस्थितियों में भी आशा बहाल करने में सक्षम हुए हैं। मोमबत्ती प्रकाश, आशा, स्नेह, गर्मी का प्रतीक है।  इस पहल के लिए धन्यवाद, हम कारितास इवानो-फ्रैंकविस्क सूप रसोई के लिए धन जुटाने में कामयाब रहे। इस रुपये से हम 2,300 प्लेट भोजन की लागत को वहन करने में सक्षम होंगे। हमारा कैंटीन हर रोज चलता है, जो लगभग 300 से 350 लोगों को भोजन प्रदान करता है।"

सजाई गई स्ट्रिटेन्या मोमबत्तियाँ
सजाई गई स्ट्रिटेन्या मोमबत्तियाँ

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

11 May 2021, 17:30