कोविद महामारी के बीच मुम्बई के ख्रीस्तीय सन्त माईकिल गिरजाघर के समक्ष प्रार्थनारत कोविद महामारी के बीच मुम्बई के ख्रीस्तीय सन्त माईकिल गिरजाघर के समक्ष प्रार्थनारत  

भारत के काथलिकों द्वारा सन्त पापा के धर्मशिक्षा मिशन का स्वागत

नई दिल्ली, शुक्रवार, 14 मई 2021 (रेई, वाटिकन रेडियो): भारत के काथलिक धर्मानुयायियों ने सन्त पापा फ्राँसिस के धमर्शिक्षा मिशन का स्वागत किया है। 11 मई को सन्त पापा ने काथलिक कलीसिया में लोकधर्मियों के धर्मशिक्षा मिशन को परिभाषित करते हुए एक प्रेरितिक पत्र की प्रकाशना की थी।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

नई दिल्ली, शुक्रवार, 14 मई 2021 (रेई, वाटिकन रेडियो): भारत के काथलिक धर्मानुयायियों ने सन्त पापा फ्राँसिस के धमर्शिक्षा मिशन का स्वागत किया है। 11 मई को सन्त पापा ने काथलिक कलीसिया में लोकधर्मियों के धर्मशिक्षा मिशन को परिभाषित करते हुए एक प्रेरितिक पत्र की प्रकाशना की थी।

वर्तमान के प्रति ज़िम्मेदारी

प्राचीन मिशन शीर्षक से प्रकाशित स्वप्रेरणा से रचित अपने मोतू प्रोप्रियो प्रेरितिक पत्र में सन्त पापा फ्राँसिस लिखते हैं, "अतीत के प्रति निष्ठा और वर्तमान के प्रति ज़िम्मेदारी विश्व में अपने मिशन को पूरा करने के लिए कलीसिया के समक्ष रखी गई आवश्यक शर्तें हैं।"

ऊका न्यूज़ से बातचीत में लखनऊ के काथलिक धर्माध्यक्ष जेराल्ड जॉन मथायस ने कहा, "हम सन्त पापा के प्रति आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने लोकधर्मियों की भूमिका को महत्व और मान्यता दी।" उन्होंने कहा कि लोकधर्मी विश्वासी ही समाज के विभिन्न अंचलों में सुसमाचार को पहुँचाने में मदद प्रदान करते हैं। वे ही पुरोहितों एवं धर्मसमाजियों से पहले ख्रीस्त के सन्देश को सामान्य लोगों में उदघोषित करते हैं।  

याजकीकरण को दूर करें

अपने विश्व पत्र में सन्त पापा इस बात को रेखांकित करते हैं कि प्रत्येक बपतिस्मा प्राप्त व्यक्ति सुसमाचार के प्रचार का हकदार है इसलिये सुसमाचार प्रचार एवं धर्मशिक्षा मिशन को स्वतंत्रतापूर्वक हर प्रकार के याजकीकरण से दूर रखते हुए सम्पादित किया जाना चाहिये।  

राँची महाधर्मप्रान्त के लोकधर्मी धर्मशिक्षक संजय तिर्की ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि कई जगहों पर पुरोहित की अनुपस्थिति में लोकधर्मी धर्मशिक्षक, कठिनाइयों के बीच  सुसमाचार के प्रेम सन्देश को फैलाने का कार्य करते तथा लोगों में मैत्री के प्रसार को प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने कहा कि जोखिम भरी परिस्थितयों में तथा धमकियों के बावजूद कलीसिया के मिशन को आगे बढ़ाने के लिये सेवारत धर्मशिक्षकों को सन्त पापा का प्रेरितक पत्र सम्बल प्रदान करता है।  

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14 May 2021, 11:55