फादर स्टेन स्वामी फादर स्टेन स्वामी  

जेल में बंद भारतीय जेसुइट पुरोहित अस्पताल में भर्ती

बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा तालोजा सेंट्रल जेल के अधिकारियों को, जहां फादर स्टेन स्वामी को रखा जा रहा है, बीमार बुजुर्ग पुरोहित को इलाज के लिए मुंबई के होली फामिली काथलिक अस्पताल में स्थानांतरित करने का आदेश दिया गया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

मुम्बई, सोमवार 31 मई 2021 (वाटिकन न्यूज) : बॉम्बे हाई कोर्ट ने शुक्रवार को महाराष्ट्र राज्य जेल अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बीमार भारतीय जेसुइट पुरोहित और मानव कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी को मुंबई की तलोजा सेंट्रल जेल से 15 दिनों के लिए चर्च द्वारा संचालित होली फामिली अस्पताल में इलाज के लिए ले जाएं। उस दिन बाद में, फादर स्टेन को बांद्रा के काथलिक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।

न्यायमूर्ति एसएस शिंदे और न्यायमूर्ति एनआर बोरकर की अवकाश पीठ ने 28 मई को यह आदेश तब दिया जब उनके वकील मिहिर देसाई ने 84 वर्षीय पुरोहित के स्वास्थ्य में और गिरावट का हवाला देते हुए पिछले दिन एक विशेष याचिका दायर की, जिन्हें जेल के बाहर विशेष उपचार की तत्काल जरूरत थी।

निजी परिचारक के साथ अस्पताल में

फादर स्वामी को, जो पार्किंसंस रोग और उम्र से संबंधित अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं, 9 अक्टूबर से महाराष्ट्र राज्य की राजधानी मुंबई की एक जेल में बंद कर दिया गया है। अदालत ने अस्पताल को फादर के लिए एक सहायक नियुक्त करने का भी निर्देश दिया। वकील मिहिर देसाई ने अदालत को आश्वस्त किया कि उनके मुवक्किल को हर समय अस्पताल में एक परिचारक की आवश्यकता होती है और फादर फ्रेजर मस्करेनहास, मुंबई में सेंट जेवियर्स कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल और वर्तमान में बांद्रा में सेंट पीटर पल्ली के पल्ली पुरोहित, जो फादर स्वामी के मित्र हैं, उसके साथ रहने के लिए अनुमति दी जानी चाहिए। अदालत ने उनके अभियोजकों और जेल अधिकारियों की आपत्तियों को खारिज करते हुए अनुरोध पर सहमति व्यक्त की।

उनके मामले की निगरानी कर रहे एक जेसुइट वकील फादर ए. संथानम ने शुक्रवार को उका न्यूज को बताया, "हमें खुशी है कि अदालत ने फादर स्वामी को अस्पताल ले जाने का आदेश दिया है। फादर स्वामी इन दिनों इतने कमजोर हो गए हैं कि न तो चल पा रहे हैं और न ही ठीक से खा पा रहे हैं और उनका रक्तचाप गिर रहा था।"

जमानत याचिका खारिज

21 मई को एक ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंस में फादर स्वामी ने बॉम्बे हाई कोर्ट को बताया कि तलोजा में 7 महीनों में उनकी तबीयत खराब हो गई है। सरकारी जे.जे. अस्पताल में भर्ती कराने की पेशकश किए जाने पर फादर स्वामी ने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह तलोजा जेल को प्राथमिकता देंगे। उन्होंने कहा, "नहीं, मैं नहीं चाहूंगा। मैं वहां तीन बार जा चुका हूँ। मुझे सेट-अप पता है। मैं वहां अस्पताल में भर्ती नहीं होना चाहता। मैं इसके बजाय जेल में रहना पसंद है, अगर यह चलता रहा संभवतः बहुत जल्द मर जाएगा। ”

उन्होंने कहा कि उनकी एकमात्र प्रार्थना अंतरिम जमानत के लिए थी और वह तब तक जेल में रहना पसंद करते थे जब तक कि उन्हें यह मंजूर नहीं हो जाता। फादर स्वामी ने कहा, "मेरे साथ कुछ भी हो, मैं रांची में लोग, अपने लोगों के साथ रहना चाहूंगा।" अदालत ने जमानत याचिका पर सुनवाई 14 जून तक के लिए स्थगित कर दी। उनके वकील देसाई ने उन्हें होली फामिली अस्पताल में इलाज कराने के लिए मना लिया।

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31 May 2021, 13:34