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कलकत्ता के एक अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर लेता हुए स्वास्थ्य कर्मी कलकत्ता के एक अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर लेता हुए स्वास्थ्य कर्मी 

महामारी संकट को कम करने के लिए हाथ बढ़ाती भारतीय कलीसिया

कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियस बताते हैं कि कैसे कोविड -19 मामलों और मौतों की विशाल लहरों के तहत कलीसिया का सामाज सेवा विभाग और स्वास्थ्य सेवा विभाग राष्ट्र के आपातकालीन संकट से उबरने के लिए अपना पूरा योगदान दे रहे हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

मुंबई, बुधवार 12 मई 2021 (वाटिकन न्यूज) : भारत की काथलिक कलीसिया ने कोविड -19 महामारी की विनाशकारी दूसरी लहर के खिलाफ देश की लड़ाई में अपनी स्वास्थ्य संस्थानों के लगभग 60,000 बिस्तर उपलब्ध कराए हैं। भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीबीसीआई) के अध्यक्ष मुंबई के कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियस ने कहा कि 50,000 से अधिक धर्मबहनें आम तौर पर इन संस्थानों में काम करते हैं, जिनमें से एक हजार योग्य डॉक्टर हैं। उन्होंने एशिया न्यूज से कहा, "तबाही का सामना करते हुए, भारत की काथलिक कलीसिया उन सभी पीड़ितों की मदद करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है।"

कलीसिया की उदारता के व्यापक कार्य बड़े पैमाने पर पूरे देश में अपनी सामाजिक और विकास शाखा, कारितास इंडिया और भारतीय काथलिक स्वास्थ्य संघ (सीएचएआई) के माध्यम से किए गए हैं। सीएचएआई 3,500 से अधिक स्वास्थ्य सेवा और सामाजिक सेवा केंद्रों का एक नेटवर्क है।

टोल जारी है

महामारी की हालिया ऊँचाइयों ने दुनिया के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले देश में थोड़ी सी धीमी होने की प्रवृत्ति दिखाई है, पिछले 24 धंटों में 3,48,421 नए संक्रमण और 4,205 मौत दर्ज की गई है। देश में कुल घातक मृत्यु 249.992 हो गई। रायटर्स टैली के अनुसार, भारत हर दिन दुनिया भर में दर्ज होने वाली हर तीन मौतों में से एक की मौत की दैनिक औसत संख्या में दुनिया का नेतृत्व करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि आधिकारिक आंकड़े बहुत कम हैं।

दुनिया भर के देशों ने ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य चिकित्सा उपकरण भेजकर भारत को संकट से उबरने में मदद की है, लेकिन देश भर के कई अस्पताल जीवन रक्षक उपकरणों की कमी से जूझ रहे हैं।

बीमारों के लिए कलीसिया की सुविधा

कार्डिनल ग्रेसियस ने रविवार को कारितास इंडिया के साथ एक आभासी बैठक की। उन्होंने कहा कि वे प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए अभिनव तरीके खोज रहे हैं। वे काथलिक अस्पतालों के साथ बैठकें कर रहे हैं, ताकि लोगों को सहायता प्रदान की जा सके। कार्डिनल ने कहा, ʺहम अधिक वेंटिलेटर खरीदने और अपने लोगों के जीवन को बचाने के लिए अपने चिकित्सा उपकरणों को बढ़ाने हेतु वित्तीय सहायता का समन्वय भी कर रहे हैं, जो सभी धर्मों और पंथों के लोगों के लिए उपलब्ध होगा।ʺ

सीबीसीआई अध्यक्ष ने बताया कि ख्रीस्तीय स्वास्थ्य सेवा संस्थान बड़े पैमाने पर ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो तपेदिक, कुष्ठ रोग, एड्स जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं और विकलांग लोगों की मदद कर रहे हैं। उसने कहा,ʺटीकाकरण केंद्रों के रूप में हमारे संस्थान और अलगाव एवं संगरोध केंद्रों के रूप में हमारे स्कूल काम करेंगे। पूरे देश में हमारे धर्मसंघी और धर्मबहनें लोगों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करने का अभियान शुरू करेंगे।ʺ

 कार्डिनल ग्रेसियस ने कहा कि कलीसिया के अधिकारी लोगों को शिक्षित करने के लिए सरकार के साथ समन्वय बनाए रखेंगे, ताकि वायरस से बचाव के उपायों का सख्ती से पालन किया जा सके जैसे कि सामाजिक दूरी, साबुन से हाथ धोना और फेस मास्क का उपयोग करना इत्यादि।

इस बीच, कारितास ने कहा कि यह 200 सूचना प्रसार केंद्रों को शुरू कर रहा है ताकि उचित व्यवहार को बढ़ावा दिया जा सके, फर्जी समाचारों या गलत सूचना के प्रसार को रोका जा सके और आधिकारिक सरकारी पोर्टलों के माध्यम से अधिक लोगों को पंजीकृत करके टीकाकरण की दर बढ़ाई जा सके। 12 राज्यों में बेड और आइसोलेशन स्पेस के साथ कारितास 60 कोविड प्रथम स्तर के उपचार केंद्र भी स्थापित कर रहा है, ताकि कोविड -19 के हल्के मामलों को प्राथमिक उपचार और देखभाल प्रदान की जा सके। दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय कारितास परिसंघ के सदस्य कारितास इंडिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कारितास के कई सदस्य देश उनकी मदद के लिए आगे आ रहे है।

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12 May 2021, 15:28