क्विटो में एक समाधि का पत्थर अजन्मे बच्चों को समर्पित क्विटो में एक समाधि का पत्थर अजन्मे बच्चों को समर्पित 

इक्वाडोर कलीसिया द्वारा गर्भपात शिशुओं का अंतिम संस्कार

इक्वाडोर के क्विटो महाधर्मप्रांत ने उन बच्चों को ख्रीस्तीय धर्मविधि अनुसार दफन किया गया जिनका गर्भपात के बाद माता-पिता द्वारा त्याग दिया गया है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

इक्वाडोर, शुक्रवार 28 मई 2021 (वाटिकन न्यूज) : 2017 से अब तक 116 मासूम गर्भपात शिशुओं को इक्वाडोर में "बेबीज इन हेवन" (स्वर्ग में शिशु) परियोजना के माध्यम से सम्मानजनक दफनाया गया है।

क्विटो महाधर्मप्रांत द्वारा संचालित, यह पहल इक्वाडोर की राष्ट्रीय पुलिस के कानूनी चिकित्सा और फोरेंसिक विज्ञान विभाग के संयोजन के साथ की जाती है।

परित्यक्त शिशु

क्विटो महाधर्मप्रांत के अनुसार, कई गर्भपात किए गए बच्चों के अवशेष जिन्हें ख्रीस्तीय धर्मविधि अनुसार दफनाया गया है, कई वर्षों से विभाग में रखे गए थे।

अन्य विभिन्न परिस्थितियों में पाए गए हैं, जिन्हें कभी-कभी राजधानी की सड़कों के किनारे फेंक दिया जाता है।

उन्हें क्विटो के दक्षिण में संत रोस पार्क के पवित्र उद्यान में दफनाया गया है।

जब 2017 में "बेबीज इन हेवन" परियोजना शुरू हुई, तो 51 बच्चों को दफनाया गया, 2018 में 40 अन्य को सम्मानजनक दफनाया गया।

हर मानव जीवन का मूल्य

क्विटो के सहायक धर्माध्यक्ष दनिलो एचेवेरिया ने 25 अन्य गर्भपात और परित्यक्त बच्चों के लिए सबसे हालिया अंतिम संस्कार मिस्सा को अनुष्ठान किया। उन्होंने ने कहा, "जीवन, विशेष रूप से एक निर्दोष, रक्षाहीन व्यक्ति का जीवन," कुछ समझौता योग्य हो गया है और अब इसे पवित्र नहीं माना जाता है।

उन्होंने पुष्टि की कि आज की दुनिया की दर्दनाक वास्तविकताओं में से एक यह है कि "हम केवल उन चीजों को महत्व देते हैं जो महंगी हैं, जिनकी उच्च आर्थिक कीमत है" और जो मुफ्त उपहार के रूप में दिया जाता है वह "मूल्यहीन लगता है।"

बेगुनाहों के अधिकारों का दावा

अपने प्रवचन में, धर्माध्यक्ष एचेवेरिया ने "स्वर्ग में शिशु" परियोजना में भाग लेने वालों की प्रशंसा की।

"मानव जीवन जिसके पास अपने अधिकारों का दावा करने के लिए कोई आवाज नहीं है और कोई उपस्थिति नहीं है, उसके लिए अपने अधिकारों का दावा करने के लिए महान दिल और गरिमा की गहरी भावना वाले लोगों की आवश्यकता होती है और उस असाधारण उपहार के अस्तित्व का दावा करने के लिए वे बुलाये गये हैं।"

पवित्र मिस्सा का समापन करते हुए, धर्माध्यक्ष ने ईश्वर से प्रार्थना की। प्रभु इक्वाडोर के लोगों के दिलों को खोल दे जिसे ले यह समझ सकें कि "मानव जीवन पवित्र है और किसी भी व्यक्ति की गरिमा का कभी भी उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए, खासकर अगर यह एक मासूम बच्चा है।"

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28 May 2021, 15:20