अमरीकी धर्माध्यक्ष ने राजनीति में वार्ता को बढ़ावा देने की अपील की
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
अमरीका, शनिवार, 17 अप्रैल 2021 (वीएनएस)- बृहस्पतिवार को आयोजित वेबिनार में काथलिक वकीलों ने भाग लिया जहाँ लोस एंजेल्स के महाधर्माध्यक्ष ने अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया।
वेबिनार का आयोजन मिन्नेसोता के धर्माध्यक्षों की पहल "राजधानी में काथलिक" द्वारा किया गया था। इसे ऑनलाईन आयोजित किया गया क्योंकि एक युवा अश्वेत व्यक्ति दान्ते राईट की पुलिस द्वारा हत्या के विरोध में, राज्य की राजधानी मिन्नेयापोलिस के निकट हिंसक प्रदर्शन हो रहे थे।
जातिवाद का गंभीर पाप
महाधर्माध्यक्ष गोम्स जो अमरीकी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष भी हैं उन्होंने अपने वक्तव्य में दान्ते राईट की हत्या के लिए शोक व्यक्त किया, जिसके कारण हिंसा भड़क उठी है।
राईट की हत्या रविवार को एक ट्राफिक पड़ाव पर हुई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उसे रोकने की कोशिश में टेजर का प्रयोग करने के बदले गलती से पिस्तोल चलाया गया। राइट के परिवार का कहना है कि यह नस्लीय भेदभाव के कारण हुआ है।
अपने भाषण में महाधर्माध्यक्ष गोम्स ने कहा कि मिन्नेसोता की कलीसिया के लिए पूरा राष्ट्र प्रार्थना कर रहा है और कलीसिया नस्लवाद के खिलाफ संघर्ष में नेतृत्व के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, "नस्लवाद जैसा कि हम सभी जानते हैं एक गंभीर पाप, एक आध्यात्मिक बीमारी और एक सामाजिक अन्याय है। हमें इस बुराई को अपने हृदय से, अपने पड़ोसी के हृदय से और समाज की संरचना से दूर करने के लिए एक कलीसिया के रूप में खड़ा होना है।
राजनीति में ध्रुवीकरण
अमरीकी महाधर्माध्यक्ष ने सामाजिक न्याय पर कलीसिया की शिक्षा पर चिंतन करते हुए पोप फ्रांसिस के प्रेरितिक विश्व पत्र फ्रातेल्ली तूत्ती पर गौर किया।
उन्होंने कहा कि संत पापा फ्राँसिस ने समाज में विभिन्न ताकतों के बारे में चेतावनी दी गई है जो "स्वतंत्रता, न्याय, और एकता" जैसे मूल्यों को "वर्चस्व के लिए उपकरण" के रूप में बदलना चाहते हैं, अर्थहीन टैग के रूप में जिनका उपयोग किसी भी कार्रवाई को सही ठहराने के लिए किया जाता है।
महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि संत पापा राजनीति में ध्रुवीकरण और अतिवाद की भी निंदा करते हैं, साथ ही उग्र व्यक्तिवाद जो "जन्म दर में गिरावट, बुजुर्गों के शर्मनाक उपचार, और अजन्मे को नष्ट करने की ओर अग्रसर करता है।"
मानवता का उत्कृष्ट दर्शन
महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि अमेरिका का राजनीतिक बहस क्यों इतना ध्रुवीकृत हो गया है उसका एक कारण है कि कई लोगों ने राजनीति को एक नये धर्म में परिवर्तित कर दिया है और ईश्वर के स्थान पर "सामाजिक न्याय के कड़े धर्मनिर्पेक्ष दर्शन" को स्थान दिया है।
उन्होंने कहा कि काथलिकों से आह्वान किया जाता है कि वे सभी अमरीकियों को याद दिलायें कि हरेक व्यक्ति की प्रतिष्ठा है और प्रत्येक व्यक्ति का एक अर्थ एवं उद्देश्य है जो इस दुनिया को उत्कृष्ट बनाता है।
"काथलिकों के रूप में हम विश्वास करते हैं कि प्रशासन एवं नीति का मौलिक उद्देश्य है व्यक्ति की पवित्रता एवं प्रतिष्ठा की रक्षा करना, गर्भ में आने से लेकर प्राकृतिक मृत्यु तक। इस समय में हमारा कर्तव्य है इस सुन्दर दर्शन को हमारे सार्वजनिक बहस में लाना, हमारे भाइयों एवं बहनों के हृदय में ईश्वर के प्रेम की जागरूकता को जागृत करना।"
सुसमाचारी मूल्य का साक्ष्य
जब अमरीका इस जटिल परिस्थिति का सामना कर रहा है काथलिकों को चाहिए कि वे मानवता के बैनर तले, शांति निर्माताओं एवं मेल-मिलाप करानेवालों के रूप में कार्य करें।
महाधर्माध्यक्ष ने कहा, "आइये, हम कभी न भूलें कि सुसमाचारी संदेश न केवल हमारे शब्दों से बल्कि हमारे जीवन से प्रकट हो। हमारे उदाहरणों द्वारा हमें समाज को मदद देना है कि हम सभी भाई और बहन हैं। हमें इसे विनम्रता से एवं सहर्ष करना चाहिए।"
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