प्रार्थना करते कशमीर के मुस्लिम प्रार्थना करते कशमीर के मुस्लिम 

रमजान के लिए मुसलमानों को धर्माध्यक्ष ऑब्री का पत्र

फ्रांस स्थित रियूनियन धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष गिल्बर्ट ऑब्री ने पत्र लिखकर रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत में मुसलमानों को शुभकामनायें दी।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

रियूनियन, बुधवार 14 अप्रैल 2021 (वाटिकन न्यूज) : "रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत में, मैं आपकी प्रार्थनाओं में शामिल होता हूँ, ताकि सृष्टिकर्ता, अपने रहमत और दया द्वारा हर बुराई के खिलाफ ढाल बने। यह हमारे परिवारों में, समाज में हिंसा को खत्म करने में हमारी मदद करे और एक ऐसी दुनिया का निर्माण करने में हमारी मदद करे, जिसमें हम में से प्रत्येक शांति से रह सकें।" यह फ्रांस स्थित रियूनियन धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष गिल्बर्ट ऑब्री की मुसलमानों के लिए शुभकामना है जिन्होंने 13 अपैल को रमजान शुरू किया।

मुसलमानों के लिखे पत्र में धर्माध्यक्ष ने इस बात पर गौर किया कि कोविद -19 महामारी ने विभिन्न धर्मों के विश्वासियों को "प्रार्थना के लाभों को फिर से परिभाषित करने, ईश्वर के साथ अंतरंगता और संकट में दूसरों के साथ एकजुटता के लिए प्रेरित किया है।" धर्माध्यक्ष ऑब्री ने जोर देकर कहा, “प्रार्थना, उपवास और भिक्षा आज भी यहूदी, ईसाई और मुस्लिम को एकजुट करता है। हमारे पास आदम और हेवा, नूह, अब्राहम और  मूसा जैसे सामान्य पूर्वज हैं। आइए, हम कुंवारी मरियम का आदर करें जो यहूदियों, ईसाइयों और मुस्लिमों के बीच" सामान्य मानव और आध्यात्मिक जुड़ाव की पहचान है।”

अंत में, धर्माध्यक्ष ने उन लोगों को शुभकामनाएं दी, जो रमजान की आशा का अनुभव करेंगे, यह याद करते हुए कि विश्वपत्र फ्रातेल्ली तुत्ती में संत पापा फ्राँसिस ने इसे "एक आकांक्षा, परिपूर्णता की इच्छा, एक सफल जीवन, एक महान जीवन को छूने की इच्छा, जो दिल को भर देता है और यह मन को सत्य, अच्छाई और सुंदरता, न्याय और प्रेम जैसी महान चीजों से जोड़ता है" … महान आदर्शों के प्रति खुला होना जो जीवन को अधिक सुंदर और अधिक योग्य बनाते हैं।”(फ्रातेल्ली तुत्ती अनु.55)

मुस्लिम समुदाय में बहुत पवित्र माना जाने वाला रमजान का महीना 13 अपैल से शुरू हो गया है। भारत में इसे 14 अप्रैल के दिन मनाया गया। रमजान के महीने की शुरुआत चांद देख कर होती है। चांद दिख जाने के अगले दिन से रोजे रखे जाते हैं। मुस्लिम समुदाय में इस महीने को बरकतों का महीना माना जाता है। मुस्लिम समाज में रमजान की काफी अहमियत है। रमजान के महीने में 29 या 30 दिन के रोजे रखे जाते हैं और इबादत की जाती है।

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14 April 2021, 14:03