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चार दिनों के अंदर कोविड-19 से हुई कई पुरोहितों की मौत

भारत कोविड-19 की दूसरी लहर से जूझ रहा है जो अत्यन्त खतरनाक होता जा रहा है। वायरस ने विगत कुछ महीनों में 20 से अधिक काथलिक पुरोहितों की जान ले ली है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

भारत, मंगलवार, 27 अप्रैल 2021 (वीएनएस)- कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर ने भारत की स्वास्थ्य प्रणाली को इतना कमजोर कर दिया है कि 20 - 23 अप्रैल के बीच 14 काथलिक पुरोहितों को अपनी जान गवाँनी पड़ी है।

भारत में कोविड-19 संकट

कोरोनोवायरस संक्रमण की दूसरी लहर में रिकॉर्ड उछाल के कारण समाचार माध्यमों में, अस्पतालों में अत्यधिक परेशान करनेवाले दृश्य दिखाई पड़ रहे हैं। ऑक्सीजन की अपर्याप्त आपूर्ति और आईसीयू सुविधाओं में कमी के साथ स्थिति अधिक गंभीर हो गई है।

26 अप्रैल को भारत में कोविड-19 से 2,812 लोगों की मौत हुई और 3,52,991 नये मामले दर्ज हुए। अब तक कोविड-19 संक्रमण के कुल 17 मिलियन केस दर्ज हुए हैं एवं करीब 1,98,000 लोगों की मौत हो गई है।

स्वास्थ्य संकट ने अंतिम संस्कार से जुड़ी सेवाओं को भी प्रभावित किया है। अंतिम संस्कार के लिए लोगों को लम्बे समय तक इंतजार करना पड़ रहा है। कब्रस्थानों में भी जगह कम पड़ रहे हैं।

भारत की काथलिक कलीसिया में लातीनी रीति, पूर्वी रीति, सिरो मलाबार और सिरो मलांकरा आते हैं जिसमें धर्मसंघी और धर्मप्रांतीय दोनों मिलाकर करीब 30 हजार पुरोहित हैं। मैटर्स इंडिया के अनुसार तीन दिनों के अंदर 14 पुरोहितों की मौत सिर्फ कोविड-19 के संक्रमण से हुआ है।

फादर लिजो थॉमस जो 38 साल के थे उनका निधन 23 अप्रैल को महाराष्ट्र के चंद्रपुर स्थित ख्राइस्ट अस्पताल में हुआ। वे नागपुर महाधर्मप्रांत के पुरोहित थे।

उसके पूर्व झारखंड के दुमका धर्मप्रांत के फादर ख्रीस्तोदास का निधन हुआ था वे 58 वर्ष के थे और एक बड़े आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता थे। उनका निधन कोविड-19 से संक्रमित होने और ठीक होने के बाद, बाथरूप में गिरने से हुआ।

उसी दिन फादर कोरोना वायरस से फादर श्रीनिवासन का देहांत हुआ जो मदुराई जेस्विट प्रोविंस के सदस्य थे, साथ ही बोम्बे जेस्विट प्रोविंस के फादर डियेगो डिसूजा और भोपाल महाधर्मप्रांत के फादर अरूलसामी की भी मौत हुई।

उससे पहले 22 अप्रैल को बैंगलोर महाधर्मप्रांत के फादर मार्टिन अंतोनी और कर्नाटक जेस्विट प्रोविंस के फादर प्रवीण हृदयराज ने भी अंतिम सांस ली।  

लखनाऊ धर्मप्रांत के फादर बसंत लकड़ा की मृत्यु 21 अप्रैल को हुई उसी दिन पटना के फादर जॉर्ज करामयिल ये.स., फादर थॉमस अक्कारा एस.वी.डी, रायपुर के फादर जोसेफ चेरूस्सेरिल एवं जगदलपुर धर्मप्रांत के कार्मेलाईट ऑफ इम्माकुलेट धर्मसमाज के फादर थेओदोर टोप्पो का भी निधन हुआ।  

20 अप्रैल को रायपुर महाधर्मप्रांत के फादर अंतोनी कुन्नाथ का निधन हुआ और उसी दिन मेरठ धर्मप्रांत के फादर संजय की भी मौत हुई।

पिछले दिनों झारखंड में भी कई पुरोहितों की मौत कोविड-19 से हुई है। 20 अप्रैल को राँची महाधर्मप्रांत के फादर अनुरंजन बिलुंग का देहांत हुआ। फादर तेजकुमार तिग्गा आई.एम.एस का निधन 23 अप्रैल को हुआ और उसी दिन फादर रंजित कुमार बेक सीएसएसआर और फादर लुईस टेटे का भी निधन हुआ। गुमला धर्मप्रांत के फादर अंनिल सोरेंग का निधन 22 अप्रैल को हुआ और इन्हीं दिनों डाल्टेनगंज के फादर डानिएल एवं फादर इरेनियुस का निधन भी निधन कोविड-19 से हुआ।

इस बीच कई महिला धर्मसमाजियों की भी मृत्यु हुई है।

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27 April 2021, 15:37