मियाओ धर्मप्रांत के विश्वासी प्रार्थना करते हुए मियाओ धर्मप्रांत के विश्वासी प्रार्थना करते हुए 

भारतीय काथलिकों के लिए संत जोसेफ को समर्पित वर्ष का महत्व

भारतीय काथलिकों ने ग्रोटो को संत जोसेफ के वर्ष के लिए समर्पित किया। यह पहला ग्रोटो है जिसको असम और म्यांमार की सीमा पर स्थापित की गई है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

भारत, मंगलवार, 23 मार्च 2021 (वीएनएस)- "मैं इस ग्रोटो को आशीष देकर एवं इसे संत जोसेफ के वर्ष के लिए समर्पित कर खुश हूँ।" यह बात मियाओ धर्मप्रांत के  धर्माध्यक्ष जोर्ज पाल्लीप्पोम्बिल ने कही।

अरूनाचल प्रदेश में काथलिकों द्वारा भारत-म्यांमार सीमा पर सड़क किनारे एक ग्रोटो स्थापित किया गया है, जो संत जोसेफ वर्ष को समर्पित है। मियाओ धर्मप्रांत जिसने इस पहल की शुरूआत की, 20 मार्च को इसके उद्घाटन समारोह का आयोजन किया जिसमें युवा, महिलाएँ एवं धर्मसमाजियों ने भाग लिया। इस अवसर पर प्रार्थना, संत जोसेफ की स्तुति विन्ती एवं संत जोसेफ को समर्पित वर्ष के लिए विशेष प्रार्थना की गई।   

मियाओ धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष जोर्ज जिन्होंने ग्रोटो पर आशीष दी, कहा, "चांगलांग जिला के नामचिक-बालीनोंग जंक्शन में स्थापित ग्रोटो न केवल सीमा चिन्ह होगा बल्कि सड़क पर चलनेवालों के लिए प्रार्थना की विशेष घड़ी होगी।" धर्मप्रांत के फादर अलेक्स अंतोनी ने बतलाया कि ग्रोटो का निर्माण खरसंग के स्थानीय कलीसिया के उदार सहयोग के किया गया है जिन्होंने संत पापा फ्रांसिस के संत जोसेफ की मौन भूमिका पर चिंतन करने के आह्वान का प्रत्युत्तर दिया है।

ग्रोटो बनाने के लिए, स्थानीय व्यवसायी सेनसेंग ने भूमि दान की, चुमकम थंगखंग ने ग्रोटो का निर्माण किया तथा क्रिक और बौरी अस्पताल के बेट्टी जोसेफ ने संत जोसेफ की प्रतिमा भेंट की।  

फादर अंतोनी ने बतलाया कि धर्मप्रांत ने संत जोसेफ को समर्पित वर्ष के लिए कई योजनाएं बनायी है, जैसे – आध्यात्मिक साधना, तीर्थयात्रा और सेमिनार आदि। सड़क के स्थापित यह ग्रोटो पहली घटना थी।   

पोप फ्राँसिस ने संत जोसेफ को विश्वव्यापी कलीसिया के संरक्षक घोषित किये जाने की 150वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में साल 2021 को संत जोसेफ का वर्ष घोषित किया है। इसकी घोषणा संत पापा ने विगत 8 दिसम्बर 2020 को प्रेरितिक विश्व पत्र "पात्रिस कोरदे" (एक पिता के हृदय के साथ) की प्रकाशना के साथ की है और इसका समापन 8 दिसम्बर 2021 को किया जाएगा।

अरुणाचल प्रदेश, जो चीन, भूटान, और म्यांमार की सीमाओं पर है, मुख्य रूप से आदिवासी समुदायों का एक राज्य है, जिसकी कुल आबादी करीब 1.5 मिलियन है। इसकी लगभग एक तिहाई आबादी ख्रीस्तियों की है जिसमें काथलिक और बपटिस्ट ख्रीस्तीय भी शामिल हैं। अरूनाचल प्रदेश में काथलिकों की कुल संख्या 91 हजार है।  

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23 March 2021, 15:27