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खलदेई प्राधिर्माध्यक्ष लुईस रफाएल साको संत पापा फ्रांसिस की प्रेरितिक यात्रा पर लोगों की प्रतिक्रिया के बतलाते हुए। खलदेई प्राधिर्माध्यक्ष लुईस रफाएल साको संत पापा फ्रांसिस की प्रेरितिक यात्रा पर लोगों की प्रतिक्रिया के बतलाते हुए। 

इराक ˸ देश में "कुछ बदल चुका है" कार्डिनल साको

5 मार्च को संत पापा फ्राँसिस के इराक आगमन पर, इराक के सभी धर्मों के लोग उनके स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। खलदेई प्राधिधर्माध्यक्ष कार्डिनल लुईस रफाएल साको का कहना है कि उन्हें भाईचारा के नाम पर आध्यात्मिक नवीनीकरण की बड़ी उम्मीद है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

इराक, बृहस्पतिवार, 4 मार्च 2021 (रेई)- संत पापा फ्रांसिस अपनी 33वीं अंतरराष्ट्रीय प्रेरितिक यात्रा में 5 मार्च को इराक रवाना हो रहे हैं। उनकी इराक यात्रा 8 मार्च को समाप्त होगी। उनकी यात्रा राजधानी बगदाद से शुरू होगी, जहाँ संत पापा राजनीतिक एवं नागरिक अधिकारियों तथा काथलिक कलीसिया के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। उसके बाद वे पवित्र शहर नाजाफ जायेंगे जहाँ ग्रैंड अयातोल्लाह अली अल सिस्तानी से मुलाकात करेंगे जो इराकी शिया मुसलमानों के नेता हैं। संत पापा वहाँ विभिन्न धर्मों एवं समुदायों के अगुवों से भी मुलाकात करेंगे।

इराक के लघु ख्रीस्तीय समुदाय के लिए, पोप की यात्रा का मुख्य केंद्र होगा देश का उत्तरी भाग, जहाँ 2014 से 2017 के बीच तथाकथित इस्लामिक स्टेट के शासन के अधीन हजारों ख्रीस्तियों को मार डाला गया था।

हिंसा और अत्याचार के कारण लाखों ख्रीस्तीय अपना घर छोड़कर भागने के लिए मजबूर हुए थे। वहाँ संत पापा एरबिल, मोसुल और काराकोश का दौरा करेंगे और उन लोगों से मुलाकात करेंगे जो अपने समुदायों एवं गिरजाघरों का निर्माण करने की कोशिश कर रहे हैं।

संत पापा फ्राँसिस 8 मार्च को रोम वापस लौटेंगे

बेबीलोन के खलदेई प्राधिधर्माध्यक्ष कार्डिनल लुईस रफाएल साको ने वाटिकन रेडियो के पत्रकार स्तेफनो लेस्जसेजंस्की को बतलाया कि जब पूरी जनता पोप फ्राँसिस के स्वागत की तैयारी कर रही है तब देश में कुछ बदलाव आ चुका है।

कार्डिनल साको ने कहा कि ख्रीस्तीय और मुस्लिम दोनों ही समुदायों के लोग अभिवादन के पोस्टर तैयार करने में व्यस्त हैं और सभी समाचार पत्रों के पहले पन्नों पर कहा जा रहा है, "स्वागतम संत पापा फ्राँसिस! हम आपका सहर्ष स्वागत करते हैं।"

कार्डिनल ने एक मुसलमान महिला के साथ हाल में हुई बातचीत की याद की जिसने इस यात्रा को "हमारी अंतिम उम्मीद" कहा था। उन्होंने कहा, "इराकी समाज में कुछ बदलाव आ रहा है और आशा है कि संत पापा की उपस्थिति सभी के लिए बेहतर भविष्य हेतु तैयारी करने में मदद देगी।" 

सभी सड़कों और शहरों की तैयारी के अलावा कार्डिनल साको ने गौर किया कि ख्रीस्तीय किस तरह उन सभी स्थानों के गिरजाघरों और मिस्सा समारोह एवं मुलाकातों के स्थान की तैयारी कर रहे हैं जहाँ संत पापा जानेवाले हैं।

उन्होंने रेखांकित किया कि प्रेरितिक यात्रा का एक मुख्य विन्दु बंधुत्व होगा। उन्होंने कहा, "एक आध्यात्मिक बंधुत्व जिसको संत पापा खास रूप से अब्राहम के जन्म स्थान उर की यात्रा में उजागर करेंगे।"

कार्डिनल ने कहा कि यात्रा में अंतरधार्मिक आयाम को भी आगे रखा जाएगा जब संत पापा अयातोल्लाह अल सिस्तानी से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात का ख्रीस्तियों एवं मुसलमानों पर बहुत गहरा असर पड़ेगा।

मध्यपूर्व के लिए मेल-मिलाप का आदर्श

पूछे जाने पर कि क्या इराक, मध्यपूर्व में मेलमिलाप का आदर्श बन सकता है, खलदेई प्राधिधर्माध्यक्ष ने कहा, "यही हमारी आशा है। इस बीच, हर कोई पहला कदम लेने के लिए तैयार है।"

अंत में कार्डिनल ने कहा कि इराक के लोग सचमुच सभी के लिए भूमि तैयार करते दिख रहे हैं, सरकारी और धार्मिक नेता, शिया और सुन्नी दोनों समुदायों के मुसलमान और निश्चय ही ख्रीस्तीय भी। पूरी जनता ही उत्साहित है और इस यात्रा की तैयारी, प्रतीक्षा और उम्मीद के साथ कर रही है। 

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04 March 2021, 15:27