एरबिल में संत पापा फ्राँसिस की यात्रा की तैयारी एरबिल में संत पापा फ्राँसिस की यात्रा की तैयारी 

एरबिल के महाधर्माध्यक्ष ˸ पोप की यात्रा सभी इराकियों के लिए एक व

एरबिल के खलदेई महाधर्माध्यक्ष बशर मत्ती वार्दा ने संत पापा की यात्रा के लिए प्रार्थना की अपील की है तथा इसके सकारात्मक परिणाम की उम्मीद जतायी है। वे रविवार को पोप का स्वागत करेंगे जब वे इराकी कुर्दिस्तान के उत्तरी स्वायत्त क्षेत्र में आएंगे।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

इराक, बृहस्पतिवार, 4 मार्च 2021 (रेई)- संत पापा फ्राँसिस पूरे इराक में ख्रीस्तीय समुदायों का दौरा करेंगे, खासकर, देश के उत्तरी भाग में जहाँ कलीसिया बड़ी है। एरबिल के महाधर्माध्यक्ष एक बड़े विस्थापित इराकी ख्रीस्तीय समुदाय की मेजबानी करते हैं। इस ख्रीस्तीय समुदाय का मूल बहुत पुराना है करीब 2000 वर्षों पुराना। युद्ध और आधिपत्य के समय में इन ख्रीस्तियों को बहुत अधिक दुःख झेलना पड़ा है।

महाधर्माध्यक्ष वार्दा ने टेलीफोन पर वाटिकन न्यूज़ को बतलाया, "2003 से ही कलीसिया चिकित्सा सुविधा, शिक्षा, भोजन आदि के द्वारा अपना समर्थन दे रही है तथा प्रताड़ित ख्रीस्तियों की आवाज बन रही है।" उन्होंने कहा कि देश आर्थिक संकट से जूझ रही है जो महामारी के कारण बदतर हो गई है। फिर भी, "धर्माध्यक्ष को हमेशा वहाँ रहना है, क्योंकि वे उनके चरवाहे हैं, विभिन्न जरूरतों के साथ वे सभी लोगों की मदद कर रहे हैं जिसके लिए उन्हें बहुधा प्रेरितिक और आध्यात्मिक आवश्यकतों से बढ़कर मदद करना पड़ता है।

यही कारण है कि वे इराक से बाहर रह रहे इराकियों एवं विश्वभर के ख्रीस्तियों से अपील करते हैं कि वे इराक की कलीसिया की मदद किसी भी तरह से करें, ताकि वे दशकों के युद्ध के बाद पुनःनिर्माण के अलावा, वर्तमान के इस सामाजिक और स्वास्थ्य आपात स्थिति से ऊपर उठ सकें।

आशा और प्रोत्साहन

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि विश्वव्यापी चरवाहे संत पापा फ्रांसिस की प्रेरितिक यात्रा उस क्षेत्र के ख्रीस्तियों को प्रोत्साहन प्रदान करेगा जिन्होंने इराक के सभी लोगों के साथ बहुत कष्ट झेला है। उन्होंने कहा, "हम तैयार, आनन्दित एवं उत्साहित हैं कि एरबिल में ख्रीस्तयाग अर्पित किया जायेगा, जहाँ हम संत पापा के साथ देश के लिए प्रार्थना करेंगे।" उन्होंने रेखांकित किया कि वे सभी इराकी लोगों के बीच मेल-मिलाप और शांतिमय सहअस्तित्व के प्रयास का भी समर्थन करेंगे।

उनका मानना है कि संत पापा की यात्रा इराक के लोगों को नैतिक बल प्रदान करेगा तथा उन चीजों को उजागर करेगा जिन्हें समाचार पत्रों में पहले पन्ने पर जगह नहीं मिलती है- एक विविध बहु-सांस्कृतिक और बहु-धार्मिक जनता जो टुकड़ों को उठाने के लिए संघर्ष करते हैं और लगातार असफलताओं के बावजूद एक साथ रहते हैं। संत पापा यह कहने आ रहे हैं कि हम सभी भाई हैं। महाधर्माध्यक्ष वार्दा की उम्मीद है कि हमलों, बम विस्फोट, उत्पीड़न और हिंसा से पीड़ित राष्ट्र पर दुखद दैनिक समाचार रिपोर्टों के ऊपर यह सकारात्मक संदेश स्थायी और वैश्विक स्तर पर चमकेगा।

भाईचारा

उर में शनिवार को संत पापा के दौरे में महाधर्माध्यक्ष को उम्मीद है कि, "इस बार का संदेश भाईचारा पर होगा कि हम सभी ईश्वर की संतान हैं।" दक्षिणी इराक के उर (पुराने व्यवस्थान में वर्णित) में पैदा हुए पिता अब्राहम को यहूदियों, ख्रीस्तीयों एवं मुसलमानों के द्वारा एक ईश्वर में विश्वास के पिता माना जाता है। उन्होंने कहा, "हम अब्राहम की संतान हैं, चाहे अब्राहम के पुत्रों के रास्ते अलग अलग क्यों न हों, विश्वास एवं भरोसा में उन्होंने ईश्वर के निमंत्रण को स्वीकार किया।"    

महाधर्माध्यक्ष वार्दा ने अंत में अपील करते हुए कहा, "मैं आप सभी से प्रार्थना करने की अपील करता हूँ संत पापा और उनकी यात्रा के लिए, ताकि यह एक आनन्दमय अवसर हो। इराक के सभी लोगों के साथ... तथा यह यात्रा उन सभी लोगों के लिए आशीर्वाद बना जाए जिनसे वे मुलाकात करेंगे।"

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

04 March 2021, 18:17