अमरीका का ध्वज अमरीका का ध्वज 

डब्ल्यूसीसी ने यूएस की कलीसियाओं के प्रति एकात्मता व्यक्त की

वॉशिंगटन डीसी के कैपिटल हिल में पिछले सप्ताह हुए हमला के बाद, कलीसियाओं की विश्व परिषद ने हिंसा की निंदा की है और अमरीका की कलीसियाओं का आह्वान किया है कि वे नबी के रूप में शांति का मार्ग प्रशस्त करें।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

यूएस, मंगलवार, 12 जनवरी 2021 (रेई)- कलीसियाओं की विश्व परिषद (डब्ल्यूसीसी) ने अमरीका की राजधानी वॉशिंगटन में ट्रम्प समर्थकों द्वारा किये गये हमले के बाद राजनीतिक उथल-पुथल के बीच अमरीकी कलीसियाओं का समर्थन किया है।

6 जनवरी को हुए हमले में 5 लोगों की मौत हो गई, अमरीकी कलीसिया के धर्मगुरूओं ने हमला की कड़ी निंदा की है।

एक बयान में अमरीका के लिए कलीसियाओं की समिति के महासचिव एवं अध्यक्ष जिम विंकलर ने भीड़ के हमले को "बेरहम, अस्वीकार्य, शर्मनाक और अपमानजनक" कहा है। उन्होंने कहा है कि "तत्काल व्यवस्था बहाल करने के लिए कानून प्रवर्तन द्वारा हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए" और जिन लोगों ने उसमें भाग लिया है, साथ ही जिन्होंने इस हिंसा को प्रेरित किया है उन्हें उत्तरदायी ठहराया जाना चाहिए।"

हिंसा का अप्रत्याशित प्रदर्शन

अमरीका की कलीसियाओं को प्रेषित पत्र में डबल्यूसीसी अन्तरिम महासचिव ने भी हमले पर खेद जताया है।

प्रोफेसर डॉ. लोअन सौका ने लिखा है, "हमने ऐसे दृश्य देखे जिसको हममें से कुछ ने कभी न कभी देखने की उम्मीद की थी। दुर्भाग्य से, जब विभाजन, टकराव, बदनामी और गलत सूचना राजनीतिक प्रवचन के प्राथमिक तौर-तरीके बन जाते हैं और गलत जानकारी राजनीतिक भाषण का पहला तरीका बन जाता है, जब जनहित सत्ता का पीछा करने के लिए राजनीतिक नेताओं का मुख्य उद्देश्य बन जाता है तो ऐसा - या उससे भी बदतर परिणाम होना अपरिहार्य हैं।"

माननीय सौका ने गौर किया कि कलीसियाओं की विश्व परिषद ख्रीस्तीय साक्ष्यों से प्रेरित है जिसको अमरीका की कई कलीसियाई धर्मगुरूओं ने शांति के लिए, न्याय के लिए तथा जातिवाद के खिलाफ, ईश्वर प्रदत्त मानव प्रतिष्ठा और सभी लोगों के अधिकार के लिए दिया है।

भय एवं अविश्वास के बीच चरवाहे

उन्होंने जोर दिया कि अमेरिका में सदस्य कलीसियाओं के साथ डब्ल्यूसीसी भी एकजुट है जब वे इस संकट के बीच "नबी की आवाज" उठा रहे हैं, जब वे "लोगों की इच्छा का सम्मान करते हुए एक शांतिपूर्ण हस्तांतरण के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।"

उन्होंने लिखा, "आप एक गहरे रूप से विभाजित, परेशान और भयभीत झुंड के चरवाहे बनने के लिए बलाये गये हैं जिनके भय एवं मतभेदों को अपनी राजनीतिक शक्ति को सुरक्षित करने और बनाए रखने के लिए खेला गया है। इस प्रक्रिया में आपकी जनता को बहुत बड़ी हानि पहुँचायी गई है।"

सौका ने कहा कि ध्रुवीकृत समाज में विश्वास जगाना एवं मेल-मिलाप को बढ़ावा देना में आप अकेले के लिए भारी काम है। उन्होंने यूएस की ख्रीस्तीय कलीसियाओं को इन चुनौतियों का सामना करने में, विश्व की बहन कलीसियाओं के साथ एवं समर्थन का आश्वासन दिया।

"आपकी कलीसियाएँ एवं देश, वही शांति एवं आनन्द प्राप्त करें जिसका आश्वासन सुसमाचार में दी गई है और हम प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर हमें समझदारी एवं करुणा, न्याय एवं शांति के रास्ते पर आगे ले चले।"

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12 January 2021, 16:31