गिरजाघर में प्रार्थना करते विश्वास गिरजाघर में प्रार्थना करते विश्वास 

प्रताड़ित एवं शोषित ख्रीस्तियों के लिए प्रार्थना दिवस

जर्मनी के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने 26 दिसम्बर को, सभी प्रताड़ित ख्रीस्तियों के प्रति एकात्मता का आह्वान किया है, जब जर्मनी की काथलिक कलीसिया प्रताड़ित एवं शोषित ख्रीस्तियों के लिए प्रार्थना दिवस मनाती है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

जर्मनी, शनिवार, 26 दिसम्बर 2020 (एसआईआर) - क्रिसमस के दूसरे दिन उन सभी भाई बहनों के लिए प्रार्थना की जाती है जो कई जगहों में बहिष्कार एवं शोषण के शिकार हो रहे हैं। जर्मनी के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने कलीसिया के प्रथम शहीद संत स्तेफन के पर्व को उन सभी लोगों की याद करने के लिए चुना है जो आज विश्वास के कारण सताये जा रहे हैं।

प्रताड़ित एवं शोषित ख्रीस्तीयों के लिए प्रार्थना दिवस, सभी लोगों के लिए धार्मिक स्वतंत्रता के प्रति जर्मन कलीसिया की प्रतिबद्धता व्यक्त करता है। डीबीके ने प्रताड़ित ख्रीस्तीय भाई बहनों के साथ प्रार्थना द्वारा संबंध पर जोर दिया है, खासकर, निवेदन की प्रार्थना के द्वारा। विश्वासियों को साहेल प्रांत को ध्यान में रखते हुए व्यक्तिगत प्रार्थना अर्पित करने के लिए भी प्रोत्साहन दिया गया है। धर्माध्यक्षों ने कहा है कि 26 दिसम्बर का प्रार्थना दिवस, हमारे समय के प्रताड़ित एवं शोषित ख्रीस्तियों के प्रति एकात्मता दिवस भी है ताकि पल्लियों में और सार्वजनिक रूप से भी जर्मनी के विश्वासी विश्व के ख्रीस्तियों के साथ हो रहे भेदभाव एवं हिंसा के प्रति जागरूक हो सकें।

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26 December 2020, 14:59