महामारी के बीच ऑर्डर ऑफ माल्टा द्वारा गरीबों की सेवा
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
माल्टा, शनिवार, 14 नवम्बर 20 (वीएन)- सोभ्रेन ऑर्डर ऑफ माल्टा के ग्रैंड मास्टर के नये लेफ्टिनेंट फ्रा मार्को लुज्जागो ने अपना कार्यभार संभाला और चुनाव के बाद रोम स्थित ऑर्डर ऑफ माल्टा के प्रमुख आवास में अपना काम शुरू किया।
संत पापा फ्राँसिस ने नामित कार्डिनल सिलवानो मरिया तोमासी को ऑर्डर ऑफ माल्टा का विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया है।
चुनाव के तुरन्त बाद फ्रा लुज्जागो ने राज्य के पूरे परिषद के सदस्यों एवं संत पापा के विशेष प्रतिनिधि नामित कार्डिनल सिलवानो मरिया तोमासी के सामने शपथ लिया।
ग्रैंड मास्टर के लेफ्टिनंट लुज्जागो एक साल के लिए ग्रैंड मास्टर के अगले चुनाव तक अपनी सेवा प्रदान करेंगे। यह ऑर्डर ऑफ माल्टा को संविधान की सुधार प्रक्रिया को जारी रखने में मदद देगा। वाटिकन रेडियो के साथ एक साक्षात्कार में ऑर्डर ऑफ माल्टा के ग्रैंड चांसलर अलब्रेट फ्रेइहेर वोन बोइसेलाजेर ने सोभ्रेन ऑर्डर के मुख्य चुनौतियों को सामने रखा और बतलाया कि किस तरह कोरोनावायरस महामारी पूरे विश्व में मानवीय गतिविधयों में प्रभाव डाल रहा है।
अस्पताल और घर
बोइसेलाजेर ने बतलाया कि इस समय ऑर्डर ऑफ माल्टा की मुख्य चिंता है कि अस्पतालों और बुजूर्गों एवं विकलांगों के आवासों में कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न चुनौतियों का सामना किस तरह किया जाए। यह पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने परिवारवालों और रिश्तेदारों की सीमित मुलाकात करने की चुनौती पर गौर करते हुए कहा कि प्रियजनों से व्यक्तिगत मुलाकात को कोई दूसरी चीज भर नहीं सकती।
गरीबों को भोजन
मानवीय कार्यों एवं सहायता के साथ-साथ ऑर्डर ऑफ माल्टा द्वारा बेघर लोगों के लिए सूप किचन चलाया जाता है। जिन्हें अब बंद करना होगा किन्तु ऑर्डर ऑफ माल्टा उसे दूसरे रूप में खुले स्थान पर करने की योजना बना रहा है।
अफ्रीका में जहाँ लाखों बच्चे अपना भोजन सिर्फ स्कूल में प्राप्त करते हैं स्थिति बहुत खराब है क्योंकि कई स्कूल बंद हो चुके हैं। उन बच्चों तक पहुँचना बहुत मुश्किल है।
उन्होंने कहा, "इसलिए हम चुनौतियों का सामना कर रहे हैं किन्तु हमारे स्वयंसेवकों एवं सदस्यों की दृढ़ता के कारण हमें बहुत प्रोत्साहन मिलता है जो समस्याओं का सामना और समाधान करने का प्रय़ास कर रहे हैं।"
संवैधानिक सुधार
ऑर्डर ऑफ माल्टा के संवैधानिक सुधार के कारण उत्पन्न चुनौती को इंगित करते हुए ग्रैंड चांसलर ने कहा कि जब से संत पापा फ्राँसिस ने नामित कार्डिनल तोमासी को नया विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया है, प्रक्रिया फिर शुरू कर दी गई है।
"नामित कार्डिनल तोमासी हमारे ड्राफ्ट की जाँच के साथ कि वे कितनी दूर पर हैं, इस बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए कलीसियाई कानून के वकीलों के साथ मिल रहे हैं, अतः हमें उम्मीद है कि प्रक्रिया शीघ्र ही नई रफ्तार पकड़ेगी।"
उन्होंने कहा, "वे ऑर्डर को जानते हैं, कई कार्यकर्ताओं को भी जानते हैं अतः मुझे दृढ़ विश्वास है कि अगले माह हम अंतिम परिणाम तक पहुँच जायेंगे।"
स्थिर रास्ते पर
पूछे जाने पर कि क्या यह समय एक ऑर्डर ऑफ माल्टा के लिए नया मोड़ हो सकता है, चांसलर ने कहा, "मैं सोचता हूँ कि हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि मोड़ की आवश्यकता न पड़े बल्कि दिशा को बनाये रख सकें और मुझे दृढ़ विश्वास है कि सुधार के साथ हम यह सुनिश्चित कर पायेंगे कि ऑर्डर भविष्य का सामना करने के लिए तैयार होगा।
उन्होंने नये लेफ्टिनंट पर विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि फ्रा मार्को लुज्जागो सुधार के लिए तैयार हैं तथा नामित कार्डिनल के साथ उनकी पहली मुलाकात ने उनकी दृढ़ता को रेखांकित किया है।
ग्रैंड चांसलर ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि यदि महामारी अवसर देगा तो अगले साल के मध्य में हम धर्मसमाज की महासभा का आयोजन कर सकते हैं ताकि संविधान एवं कोड में आवश्यक सुधार पर निर्णय लिया जा सके।"
मध्यपूर्व के लिए समर्थन
साक्षात्कार के अंत में बोइसेलाजेर ने मध्यपूर्ण में ऑर्डर ऑफ माल्टा के कार्यों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि फिलीस्तीन, ईराक, सीरिया और लेबनान वे महत्वपूर्ण स्थल हैं जहाँ ऑर्डर ऑफ माल्टा सहायता कार्यक्रम चला रहा है। उन्होंने कहा कि स्थिति सहज नहीं है किन्तु ऑर्डर ने मुश्किल क्षेत्रों में भी अपना प्रयास तेज किया है, खासकर, लेबनान में।
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