संत फ्राँसिस असीसी बसीलिका में  विश्वपत्र  पर हस्ताक्षर करने के बाद संत पापा फ्राँसिस संत फ्राँसिस असीसी बसीलिका में विश्वपत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद संत पापा फ्राँसिस 

संत पापा के भ्रातृत्व दृष्टिकोण को दर्शाती हुई लातीनी संस्कृति

धर्माध्यक्ष आर्टुरो सेपेडा संयुक्त राज्य अमेरिका में हिस्पैनिक/लातीनी काथलिक के उपहारों पर चिंतन करते हैं जो संत पापा फ्राँसिस की दृष्टि में उनकी संस्कृति की निकटता को उजागर करता है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 07 अक्टूबर 2020 (वाटिकन न्यूज) : हिस्पैनिक / लातानी वंश के काथलिक संयुक्त राज्य अमेरिका में 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक चलने वाला, विरासत माह मना रहे हैं। यह उत्सव हिस्पैनिक/ लातीनी काथलिकों को देश में व्यापक काथलिक समुदाय के जीवन में अपने स्वयं के योगदान की खोज करने का अवसर प्रदान करता है। इस साल का समारोह भी संत पापा फ्राँसिस के नए विश्वपत्र ‘फ्रातेल्ली तुत्ती’ से मेल खाता है।

डेट्रायट महाधर्मप्रांत के सहायक धर्माध्यक्ष और हिस्पैनिक मामलों पर संयुक्त राज्य अमेरिका धर्माध्यक्षों की उपसमिति के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष आर्टुरो सेपेडा ने एक साक्षात्कार में हिस्पैनिक / लातीनी काथलिकों का योगदान के बारे बताया। ये योगदान अच्छी तरह से संत पापा फ्राँसिस द्वारा भाईचारे और सामाजिक मित्रता के प्रस्ताव के साथ फिट होते हैं और हिस्पैनिक / लातीनी कैथलिकों द्वारा अच्छी तरह से समझे जाते हैं, क्योंकि धर्माध्यक्ष सेपेडा कहते हैं, "संत पापा हमारी भाषा बोलते हैं।"

विशेष उपहार

धर्माध्यक्ष सेपेडा ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण उपहार जो हिस्पैनिक / लातीनी काथलिक अमेरिका की कलीसिया में लाते हैं, वह विश्वास है।

"हम अपने विश्वासों को अपने कलीसिया में, अपने समुदायों में मनाते हैं। हम अपने परिवारों के साथ अपने विश्वास का जश्न मनाते हैं और हम अपने विश्वास को अपने समाज में मनाते रहना चाहते हैं।"

धर्माध्यक्ष सेपेडा का कहना है कि सबसे महान उपहारों में से एक है, "समुदाय की भावना ... एकजुटता का भाव, हमारी अपनी धरती के साथ एकजुट होने का, जीवन का सम्मान करने और उत्सव मनाने का, हमारी अपनी काथलिक परंपराओं का, माता मरिया के लिए हमारा प्रेम और आदर और संस्कारों के माध्यम से हमारे विश्वास का उत्सव।”

धर्माध्यक्ष कहते हैं कि यह आशा की निशानी है, जातिवाद से विभाजित समाज में जो कोविद से भी जूझ रहा है, "हम अपने परिवारों के भीतर ताकत पाते हैं और मुझे लगता है कि यह सबसे बड़े उपहारों में से एक है - एक दूसरे से बात करना, एक दूसरे की बात सुनना और एक दूसरे से मुलाकात करने हेतु खुलापन होना।"

लातीनी लोग लातीनी पापा के साथ

अमेरिका में हिस्पैनिक / लातीनी आबादी 2013 में बहुत खुश थी जब उन्हें खबर मिली कि एक साथी लातीनी संत पापा चुने गए थे।

“वे हमारी भाषा बोलते है। वे हमारे दिलों को जानते है और हम उसके साथ हैं। ... एवांजेली गौडियम में सबसे अच्छी बात जब वे मुलाकात की संस्कृति के बारे में बातें करते हैं और मुझे लगता है कि हमारे लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है जब वे हमें पहला कदम उठाने के लिए आमंत्रित करते हैं, एक कलीसिया के रूप में बाहर जाने के लिए या मिशनरी होने से डरते नहीं हैं, वे पहला कदम उठाने से डरता नहीं हैं। हम उनकी भाषा को समझते हैं और वास्तव में हमें मिशनरी शिष्यों के रूप में आगे बढ़ने में मदद करता है।”

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07 October 2020, 16:05