जर्मनी की महान सन्त हिलडेगार्ड फॉन बिंगन जर्मनी की महान सन्त हिलडेगार्ड फॉन बिंगन 

सन्त पापा ने की बिंगन की महान सन्त हिलडेगार्ड की प्रशंसा

सन्त पापा फ्राँसिस ने गुरुवार को वाटिकन के एक महिला संगठन को जारी सन्देश में कलीसिया की महाचार्या जर्मनी की सन्त हिलडेगार्ड की भूरि-भूरि प्रशंसा की। सन्त पापा फ्राँसिस ने 12 वीं शताब्दी की दूरदर्शी सन्त हिलडेगार्ड की तुलना असीसी के सन्त फ्राँसिस से की, जो उनके नवीनतम विश्व पत्र "फ्रात्तेल्ली तूत्ती" के प्रेरणा स्रोत हैं।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2020 (रेई, वाटिकन रेडियो): सन्त पापा फ्राँसिस ने गुरुवार को वाटिकन के एक महिला संगठन को जारी सन्देश में कलीसिया की महाचार्या जर्मनी की सन्त हिलडेगार्ड की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

वैज्ञानिक ज्ञान एवं आध्यात्मिकता

8 अक्टूबर को जारी संदेश में, सन्त पापा फ्राँसिस ने 12 वीं शताब्दी की दूरदर्शी सन्त हिलडेगार्ड की तुलना असीसी के सन्त फ्राँसिस से की, जो उनके नवीनतम विश्व पत्र "फ्रात्तेल्ली तूत्ती" के प्रेरणा स्रोत हैं।

संस्कृति सम्बन्धी परमधर्मपीठीय समिति के महिला परामर्शक दल को दिये सन्देश में सन्त पापा ने कहा, "असीसी के सन्त फ्रांसिस की तरह ही, सन्त हिलडेगार्ड ने भी एक मधुर एवं लयबद्ध भजन के द्वारा सृष्टि एवं सृष्टिकर्त्ता प्रभु की स्तुति की है।" उन्होंने कहा, "हिल्डेगार्ड ने वैज्ञानिक ज्ञान और आध्यात्मिकता को एकजुट किया। एक हजार साल के अन्तराल में, उन्होंने अपनी रचनाओं, अपनी व्याख्याओं, और अपनी कला के माध्यम से पुरुषों और महिलाओं को शिक्षा प्रदान की है।"

महान सन्त हिलडेगार्ड

सन्त पापा ने इस बात के प्रति ध्यान आकर्षित कराया कि जर्मनी की बेनेडिक्टाइन मठवासिनी, संगीतकार और दार्शनिक सि. हिलडेगार्ड ने उस युग में महिलाओं पर लगे प्रतिबंधों को चुनौती दी थी। उन्होंने कहा, "उन्होंने अपने समय के दकियानूसी रीति-रिवाजों को तोड़ा, जो अध्ययन और पुस्तकालयों तक महिलाओं की पहुँच को रोकते थे, और, मठाध्यक्षा होने के नाते उन्होंने अपनी धर्मबहनों को शिक्षा का पूरा-पूरा मौका दिया। उन्होंने गाना तथा संगीत रचना सीखा, जो, उनके लिये, ईश्वर के क़रीब आने का एक सशक्त साधन था। हिल्डेगार्ड के लिए, सन्त पापा ने कहा, संगीत केवल एक कला या विज्ञान नहीं था;  अपितु यह एक धर्मविधिक समारोह था।"

काथलिक कलीसिया की महाचार्या जर्मनी की सिस्टर हिलडेगार्ड फॉन बिंगन 12 वीं शताब्दी की एक जर्मन बेनेडिक्टाइन मठाध्यक्षा, लेखिका, संगीतकार, दर्शनशास्त्री, ख्रीस्तीय रहस्यवादी और दूरदर्शी थीं। वे मॉनोफनी अर्थात् एकस्वर में रचित भक्ति गीतों के सबसे प्रसिद्ध रचनाकारों में से एक हैं। यूरोप में कई लोगों द्वारा उन्हें जर्मनी में वैज्ञानिक प्राकृतिक इतिहास का संस्थापक माना जाता है।

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09 October 2020, 11:50