विश्व को एक परिवार में बदलने हेतु कार्डिनल ओसवाल्ड का आग्रह
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
मुंबई, सोमवार 19 अक्टूबर 2020 (वाटिकन न्यूज) : मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष, भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीबीसीआई) के अध्यक्ष और संत पापा फ्राँसिस के सबसे शीर्ष सलाहकारों में से एक, कार्डिनल ग्रेसियस ओसवाल्ड ने सभी से पूरी दुनिया को एक परिवार में बदलने की अपील की, जो संत पापा फ्राँसिस के नए विश्वपत्र "फ्रातेल्ली तुत्ती" में परिकल्पना की गई है।
रविवार, 18 अक्टूबर, 2020 को पवित्र नाम महागिरजाघऱ में कार्डिनल ओसवाल्ड अपने ऑनलाइन पवित्र युखारीस्तीय समारोह का अनुष्ठान करने के बाद, संत पापा के विश्व पत्र के भारतीय संस्करण को जारी किया, जिसमें दुनिया भर के 30,000 से अधिक लोग शामिल हुए थे।
कार्डिनल ग्रेसियास ने कहा, “’मैं और मेरा’ पर ध्यान केंद्रित करने वाले व्यक्तिवाद को हमारे जीवन से दूर ले जाना चाहिए और हमें दूसरों पर केंद्रित व्यक्ति बनना चाहिए। हमारे पास भाईचारे और एकजुटता को बढ़ावा देने और गरीबों और पीड़ितों तक पहुंचने की जिम्मेदारी है।” उन्होंने विश्व पत्र में हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का नाम देखकर खुशी जताई। महात्मा गाँधी सार्वभौमिक भाईचारे के चैंपियन थे।
कार्डिनल ग्रेसियस ने दो और किताबें भी जारी की: महामारी के समय संत पापा फ्राँसिस की प्रार्थना और संदेश "स्ट्रांग इन द फेस ऑफ ट्रिबुलेशन" (क्लेश के सामने मजबूत), और "द पास्टोरल कनवर्शन" (प्रेरितिक मनपरिवर्तन) । याजकों के धर्मसंघ द्वारा जारी एक निर्देश, जो मिशनरी दिशा में पल्ली संरचनाओं के नवीकरण के लिए रूपरेखा देता है।
भारत के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीसीबीआई) द्वारा पुस्तकें प्रकाशित की गई हैं। प्रतियों के लिए सीसीबीआई सचिवालय या मोबाइल नंबर + 91-9886730224 से संपर्क किया जा सकता है।
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