कार्डिनल ऑस्वल्ड ग्रेसियस कार्डिनल ऑस्वल्ड ग्रेसियस 

मुम्बई महाधर्मप्रांत की सेमिनरी के 60 साल

मुम्बई महाधर्मप्रांत के मेजर सेमिनरी, संत पीयुस 10वें कॉलेज ने 5 अक्टूबर को अपनी स्थापना का 60वाँ वर्षगाँठ मनाया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

मुम्बई, मंगलवार, 6 अक्तूबर 2020 (मैटर्स इंडिया)- मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ऑस्वल्ड ग्रेसियस ने इस अवसर पर धन्यवादी मिस्सा अर्पित किया। सेमिनरी गोरेगाँव में स्थित है।  

कार्डिनल ने ख्रीस्तयाग के दौरान कहा कि पश्चिमी भारत और दूसरे क्षेत्रों के लिए भी सेमिनरी का 'मसीह के लिए राजदूतों' के प्रशिक्षण हेतु महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

कार्डिनल ने उन सभी लोगों के प्रति आभार प्रकट किया जो 1960 के ही सेमिनरी की स्थापना एवं विकास में सहयोग दे रहे हैं। कार्डिनल ने प्रार्थना की कि सेमिनरी ख्रीस्त के संदेशवाहकों को भेजना जारी रखे।

सेमिनरी का नाम संत पापा पियुस 10वें (1835-1914) के नाम पर रखा गया है जो काथलिक सिद्धांत के आधुनिकतावादी व्याख्याओं का सख्ती से विरोध करने के लिए जाने जाते थे और जिन्होंने पूजन पद्धति सुधार और दर्शनशास्त्र एवं धर्मशास्त्र को बढ़ावा दिया था।

मुम्बई महाधर्मप्रांत में सेमिनरी प्रशिक्षण 1770 से ही शुरू हो गया था। कार्डिनल वेलेरियन ग्रेसियास ने शहर में जमीन लेने की प्रक्रिया शुरू की थी, जिससे कि गुरूकुल छात्रों की बढ़ती संख्या को प्रशिक्षण देने के लिए एक सेमिनरी का निर्माण किया जा सके।

संत पीयुस 10वें कॉलेज का आधिकारिक उद्घाटन 5 अक्टूबर 1960 को हुआ था। इन सालों में सेमिनरी ने कई प्रतिष्ठित आगंतुकों का स्वागत किया है। उनमें से सबसे प्रमुख हैं संत पापा पौल छटवें जिन्होंने 5 दिसम्बर 1964 को सेमिनरी का दौरा किया था जब वे 38वें अंतरराष्ट्रीय यूखरीस्तीय कॉन्ग्रेस मनाने के लिए मुम्बई आये थे।

संत पापा जॉन पौल द्वितीय 1986 में भारत में अपनी पहली प्रेरितिक यात्रा के दौरान 9-10 फरवरी को ठहरे थे।  

संत पीयुस कॉलेज, मुम्बई महाधर्मप्रांत एवं भारत के अन्य धर्मप्रांतों तथा विभिन्न धर्मसमाजों के गुरूकुल छात्रों, स्थायी उपयाजक बनने के उम्मीदवारों एवं लोकधर्मियों को सैंकड़ों की सख्या में प्रशिक्षण प्रदान करता है।  

सेमिनरी, पुणे स्थित परमधर्मपीठीय दर्शनशास्त्र एवं ईशशास्त्र पर ज्ञानदीप विद्यापीठ से संबद्ध है।

सेमिनरी के अधिकारियों का दावा है कि संत पीयुस 10वां कॉलेज विद्यार्थियों को सम्पूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करता है जिसमें शैक्षणिक एवं प्रेरितिक प्रशिक्षण शामिल हैं। सेमिनरी का आदर्शवाक्य है, "हम ख्रीस्त के राजदूत हैं।"

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06 October 2020, 16:08