पवित्र कब्रस्थान का गिरजाघर पवित्र कब्रस्थान का गिरजाघर 

पवित्र भूमि के लिए दानसंग्रह स्थानीय समुदाय के लिए महत्वपूर्ण

अगले रविवार 13 सितम्बर को पवित्र भूमि के लिए दानसंग्रह किया जाएगा। इसे पुण्य शुक्रवार को जमा किया जाता है किन्तु कोरोनावायरस महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

पवित्र भूमि, शनिवार, 12 सितम्बर 2020 (वीएन) – विश्वव्यापी काथलिक कलीसिया में हर साल पुण्य शुक्रवार को पवित्र भूमि को मदद देने के लिए चंदा जमा किये जाते हैं। हालांकि, इस साल कारोना वायरस के कारण चंदा जमा नहीं किया जा सका।

यह वार्षिक चंदा पवित्र भूमि के रख-रखाव के मिशन को आगे बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान है। अतः अगले रविवार 13 सितम्बर को क्रूस विजय महापर्व के पूर्व यह चंदा जमा किया जाएगा।  

इस चंदा का प्रयोग स्कूलों और ख्रीस्तियों को मदद देने, नौकरी के अवसर बनाने और लोगों को आश्रय प्रदान करने के लिए किया जाता है। इस तरह स्थानीय ख्रीस्तियों को मदद मिलती है कि वे उसी भूमि में जीते हुए साहस के साथ अपने विश्वास का साक्ष्य दे सकें।  

पवित्र भूमि के कई पुण्य स्थलों की देख-रेख करने की जिम्मेदारी फ्राँसिसकन धर्मबंधुओं को दी गई है जहाँ येसु ने शरीरधारण कर इस धरती पर जीवनयापन किया। जिससे कि विश्व के हर भाग से ख्रीस्तीय विश्वासी इन स्थलों का दर्शन कर सकें, प्रार्थना कर सकें, अपने विश्वास को सुदृढ़ कर सकें और उन पत्थरों एवं धरती का स्पर्श कर सकें जिनको येसु ख्रीस्त ने भी स्पर्श किया था।

पवित्र भूमि के लिए दानसंग्रह को स्थगित करने की घोषणा करते हुए कार्डिनल लेओनार्दो सांद्री, ऑरिएंटल कलीसिया के लिए गठित परमधर्मपीठीय धर्मसंघ ने मार्च में कहा था कि "पवित्र भूमि में ख्रीस्तीय समुदाय उसी संकट में जी रहा है।"

वे विश्वभर के विश्वासियों की उदार एकात्मता पर निर्भर हैं जिससे कि वे अपनी उपस्थिति द्वारा सुसमाचार प्रचार को जारी रख सकें।

महामारी से चुनौतियाँ

कोविड-19 के प्रसार शुरू होने से लेकर अभी तक की स्थिति पर गौर करते हुए पवित्र भूमि के संरक्षक फादर फ्राँचेस्को पत्तोन ओएफएम ने वाटिकन रेडियो को बतलाया कि दुर्भाग्य से, महामारी शुरू होने के समय से ही कोई तीर्थयात्रा नहीं हुई है। हम यहाँ पवित्र भूमि में छोटा ख्रीस्तीय समुदाय हैं और पूरे विश्व की मदद एवं सहयोग पर जीते हैं। महामारी ने कुछ हद तक विश्व के ख्रीस्तियों के साथ हमारे सामान्य संबंध को तोड़ दिया है जो तीर्थयात्रा के द्वारा हमसे जुड़ते हैं।  

फादर ने कहा कि चूँकि महामारी के कारण तीर्थयात्रा पर बुरा असर पड़ा है ख्रीस्तीय जो आतिथिशालाओं एवं पर्यटन विभागों में कार्य करते थे, साथ ही साथ, जो दुकानों में जैतून की लकड़ी से बनी वस्तुएँ बेचते हैं, वे सभी वर्तमान परिस्थिति की मार झेल रहे हैं।  

उनकी आशा है कि तीर्थयात्री जल्द ही पवित्र भूमि का दर्शन करने लौटेंगे जिससे कि ये ख्रीस्तीय अपने कार्यों पर शीघ्र लौट पायेंगे।

ईश्वर खुशी से देने वाले को प्यार करते हैं

रविवार के इस चंदा संग्रह में सभी ख्रीस्तीय निमंत्रित हैं कि वे अपनी ताकत अनुसार दान करें। वे मिस्सा के दौरान अथवा ऑनलाईन बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दान कर सकते हैं। इसकी विस्तृत जानकारी पवित्र भूमि के संरक्षकों की वेबसाईट पर दी गई है।

फादर पात्तोन ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि लोग अपने क्षमता के अनुसार दान करते हैं किन्तु वे अपने दिल की उदारता के द्वारा भी दान करते हैं। उन्होंने कहा,  "यह सच है कि प्रभु खुशी से देने वाले को प्यार करते है और यह भी सच है कि प्रेरित चरित में हम पाते हैं जहाँ आरम्भिक ख्रीस्तीय पाने की अपेक्षा देने में अधिक खुशी महसूस करते थे।"  

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

12 September 2020, 14:51