तुर्की के इस्तानबुल में सन्त सोफिया महागिरजाघर, संग्रहालय तुर्की के इस्तानबुल में सन्त सोफिया महागिरजाघर, संग्रहालय 

तुर्कीः सन्त सोफिया को मस्जिद में परिणत करने से हिंसा की आशंका

जिनिवा स्थित यूरोपीय काथलिक एवं ख्रीस्तीय कलीसियाओं के सम्मेलन "केक" के धार्मिक नेताओं ने तुर्की के इस्तानबुल शहर स्थित सन्त सोफ़िया महागिरजाघर को मस्जिद में परिणत करने के निर्णय पर गहन चिन्ता व्यक्त की है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

जिनिवा, शुक्रवार, 17 जुलाई 2020 (वाटिकन न्यूज़): जिनिवा स्थित यूरोपीय काथलिक एवं ख्रीस्तीय कलीसियाओं के सम्मेलन "केक" के धार्मिक नेताओं ने तुर्की के इस्तानबुल शहर स्थित सन्त सोफ़िया महागिरजाघर को मस्जिद में परिणत करने के निर्णय पर गहन चिन्ता व्यक्त की है।

यूरोपीय ख्रीस्तीय नेताओं का पत्र

यूरोपीय ख्रीस्तीय कलीसियाओं के सम्मेलन "केक" के अन्तर्गत यूरोप के 114 कलीसियाई समुदाय आते हैं।

यूरोपीय आयोग तथा शिक्षा, विज्ञान एवं संस्कृति सम्बन्धी संयुक्त राष्ट्र संघीय एजेन्सी यूनेस्को को एक पत्र लिखकर यूरोपीय ख्रीस्तीय कलीसियाओं के सम्मेलन "केक" के धार्मिक नेताओं ने स्मरण दिलाया कि सन् 1934 ई. से इस्तानबुल स्थित हागिया सोफ़िया महागिरजाघर विश्व की धरोहर तथा सम्पूर्ण विश्व का कलात्मक संग्रहालय रहा है। महागिरजाघर की इस विशिष्ट स्थिति को तुर्की  की सरकार के निर्णय ने रद्द कर दिया है।

सन्त सोफ़िया विश्व विरासत

सन्त सोफ़िया महागिरजाघर का निर्माण, डेढ़ हज़ार साल पहले, एक ऑरथोडोक्स ख्रीस्तीय महागिरजाघर के रूप में हुआ था, जिसे 1453 ई. में, तुर्की ऑटोमान साम्राज्य की विजय के बाद, एक मस्जिद में तथा बाद में मुस्तफ़ा केमाल अतातुर्क द्वारा एक संग्रहालय में बदल दिया गया था।

ख्रीस्तीय नेताओं ने उक्त पत्र में गहन चिन्ता ज़ाहिर कर सचेत किया कि सन्त सोफ़िया महागिरजाघर को मस्जिद में परिणत करने से धार्मिक असहिष्णुता एवं हिंसा की सम्भावनाओं को प्रश्रय मिल सकता है। उन्होंने यूनेस्को से मांग की कि संगठन  "तुर्की सरकार के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि विश्व विरासत स्थल हागिया सोफिया की वर्तमान स्थिति को बदला नहीं जाए"।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

17 July 2020, 11:17