सिरो-मलाबार कलीसिया के धर्माध्यक्ष संत पापा फ्राँसिस के साथ सिरो-मलाबार कलीसिया के धर्माध्यक्ष संत पापा फ्राँसिस के साथ 

रोम का महागिरजाघर सिरो-मलाबार कलीसिया को समर्पित

रोम में संत अनास्तासिया को समर्पित माइनर बसिलिका (छोटा महागिरजाघर) को सिरो मलाबार कलीसिया को समर्पित किया गया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

भारत, मंगलवार, 21 जुलाई 2020 (वीएनएस)- सिरो-मलाबार कलीसिया के लिए अपने विश्वासियों की सेवा करने एवं कार्यक्रमों का समन्वय करने हेतु रोम में एक नया केंद्र बना। रोम धर्मप्रांत के लिए संत पापा के विकर जेनेरल कार्डिनल अंजेलो दी दोनातिस ने 8 जुलाई को एक विज्ञप्ति जारी की जिसके अनुसार संत अनास्तासिया माइनर बसिलिका को सिरो मलाबार कलीसिया को सौंप दिया गया है जिससे कि वे यहाँ अपने प्रेरितिक कार्यों का संचालन कर सकेंगे। संत अनास्तासिया माइनर बसिलिका विश्व में एक बहुत पुराना महागिरजाघर है। 

केरल में सिरो मालाबार पूर्वी रीति की कलीसिया के जनसंपर्क अधिकारी फादर अब्राहम कपिलपुरायिदाथिल ने 20 जुलाई को ऊका न्यूज़ से कहा, "यह सिरो-मलाबार समुदाय के लिए बड़ी पहचान है।

फादर ने बतलाया कि 2019 में वाटिकन में अद-लीमिना मुलाकात के दौरान सिरो मलाबारी धर्माध्यक्षों ने संत पापा फ्राँसिस से समुदाय के लिए एक गिरजाघर की मांग की थी।  

कन्नूर के लातीनी रीति के धर्माध्यक्ष अलेक्स वाताकुमथाला ने रोम में माईनर बसिलिका के लिए खुशी जाहिर करते हुए कहा, "अब हमारे लोग अपने गिरजाघर में जमा हो सकेंगे और अपनी मातृभाषा "मलयालम" में प्रार्थना कर सकेंगे।

बसिलिका रोम धर्मप्रांत एवं निकटवर्ती क्षेत्र में करीब 7000 सिरो मलाबारी काथलिकों के प्रेरितिक कार्यक्रमों का केंद्र बनेगा। सिरो मलाबार कलीसिया के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल जॉर्ज अलेंचेरी, बसिलिका में चैपलिन (पुरोहित) की नियुक्ति करेंगे।  

कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने हेतु लगाये गये प्रतिबंधों के कारण समुदाय, इस महत्वपूर्ण मान्यता के अवसर पर किसी प्रकार का समारोह आयोजित नहीं कर सका।

संत अनास्तासिया गिरजाघर सबसे पुराने गिरजाघरों में से एक है और विश्व के पुराने माइनर बसिलिकाओं में से एक है। इसका निर्माण 4थी सदी में सम्राट कांस्टेंटाइन के शासन काल में हुआ था। कई सालों तक संत पापाओं ने वहाँ ख्रीस्त जयन्ती के अवसरों पर प्रातःकालिन मिस्सा भी अर्पित किया था।

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21 July 2020, 16:45