जॉर्ज रत्जत्गिंर की अंतिम विदाई जॉर्ज रत्जत्गिंर की अंतिम विदाई  

भाई के लिए भावभीनी खत, सेवानृवित संत पापा

सेवानिवृत संत पापा बेनेदिक्त 16वें ने अपने प्रिय भाई जॉर्ज रत्जत्गिंर की अंतिम विदाई हेतु उनके बुलाहट और संगीतज्ञ के रुप में एक भावभीनी पत्र प्रेषित किया।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन रेडियो, 09 जुलाई 2020 (रेई) सेवानिवृत संत पापा बेनेदिक्त 16वें के भाई पुरोहित जॉर्ज रत्जत्गिंर की दफन धर्मविधि गुरूवार को जर्मनी के संत पीटर महागिरजाघर रेन्सबर्ग  में सम्पन्न हुई। उनकी मृत्यु 96 वर्ष की आयु में 01 जुलाई को रेन्सबर्ग अस्पताल में हो गई थी जहाँ उन्होंने अपने जीवन के अधिकतम समय को व्यतीत किये।

अपने भाई की देहावसान के ठीक एक सप्ताह पहले संत पापा बेनेदिक्त 16वें ने अपने बुजूर्ग पुरोहित भाई से मुलाकात की। सेनानिवृत संत पापा के प्रिय भाई की मृत्यु पर संत पापा फ्रांसिस ने उन्हें व्यक्तिगत रुप में संवेदना अर्पित करते हुए अपनी प्रार्थना और सामीप्य प्रकट किया था।

अंतिम विदाई की धर्मविधि रीजन्सबर्ग के धर्माध्यक्ष रुडोल्फ वोडेरहोल्ज़र के सम्पन्न की वहीं धर्मविधि के दौरान महाधर्माध्य जॉर्ज ग्नसविन संत पापा बेनेदिक्त 16वें द्वारा भाई को प्रेषित भावनात्मक पत्र पढ़ा।

कृतज्ञता

“इस वक्त जब आप मेरे भाई की अंतिम विदाई की धर्मविधि सम्पन्न कर रहे हैं जो इस दुनिया से विदा हो गये, मैं आप के साथ हूँ”।

संत पापा बेनेडिक्ट 16वें अपनी कृततज्ञता के भाव जाहिर करते हुए लिखा कि “कई देशों के सामाजिक और पेशेवर पृष्ठभूमि के लोगों ने इस समय मुझे संवेदना व्यक्त की” जो मेरे दिल को छू गया।

व्यक्तिगत रूप से उनमें से हरएक को जवाब देने की अपनी असमर्थता व्यक्त करते हुए उन्होंने इस समय में उनका साथ देने हेतु कृतज्ञता के भाव प्रकट किये। उन्होंने उन सभी लोगों को भी धन्यवाद अदा किया जो पिछले हफ्तों के दौरान उनके दिवंगत भाई के साथ “दृश्य और अदृश्य रूप से” जुड़े हुए थे।

उन्होंने लिखा, "उनके जीवन और काम की प्रतिध्वनि, जो मुझे इन दिनों में पत्र, तार और ईमेल के रूप में मिली है, जिसकी कल्पना मैं कर सकता था, उससे परे जाती है,” उन्होंने लिखा, कार्डिनल न्यूमैन की चुटकी भरी बात उसके लिए सच हो गयी है, कागज पर शब्दों से परे दिल एक दूसरे से बात करते हैं।

पुरोहित और संगीतज्ञ

संत पापा बेनेदिक्त 16वें अपने भाई के तीन गुणों का जिक्र करते हुए लिखा। उनके भाई ने “पुरोहित और संगीतज्ञ के रुप में अपनी बुलाहट को भली-भांति समझा और जीया”।

अतीत की बातों के याद कर उन्होंने लिखा उनके भाई ने जीवन के शुरुआती वर्षों से ही टिटमोनिंग में, खुद को संगीत में अच्छी तरह से प्रशिक्षित करने की व्यक्तिगत पहल की। इन अध्ययनों ने उन्हें रेगेन्सबर्ग महागिरजाघर का कपेलमिस्टर और रेगन्सबर्गर डोमस्पैजेन (द रेजेंसबर्ग कैथेड्रल गाना बजानेवालों) बना दिया। लेकिन उनकी मां जीवित होती तो वे इस पद को ग्रहण नहीं कर पाते।

उन्होंने टिप्पणी की कि यह सेवा उनके दिवंगत भाई के लिए “अत्याधिक खुशी का कारण बनी” यद्यपि शुरूआती दिनों में उनके लिए “शत्रुता और अस्वीकृति की कमी नहीं थी”। उन्होंने लिखा कि उनके भाई कई युवाओं के लिए पिता स्वरूप बन गये, जो गाना बजानेवालों में उनके साथ रहे।

खुशी

अपने भाई के दूसरे गुण की चर्चा करते हुए संत पापा बेनेदिक्त लिखते हैं, “उनका खुश-मिजाज स्वभाव, उनका हास्य और सदा खुश रहना सृष्टि के उपहारों में से था”। उन्होंने लिखा, “वे स्पष्टवादी व्यक्तित्व थे और उन्होंने अपनी प्रतिबद्धता को खुले रुप में व्यक्त किया”।

उन्होंने कहा कि 20  वर्षो से अधिक वर्षों लगभग पूर्ण दृष्टिहीनता में रहने के बावजूद, उनके भाई ने अपनी स्थिति को “स्वीकार” किया और “आंतरिक रुप में जीवट बने रहे”।

ईश-भक्त

सेवानिवृत संत पापा ने लिखा, उनके दिवंगत भाई “ईमानदारी और संयम के केंद्र थे। “वे सदैव ईश भक्त व्यक्तित्व बने रहे”। अपने भाई से अपनी अंतिम मुलाकात की याद करते हुए उन्होंने कहा,“जब उन्होंने उन्हें 22 जून को “ अंतिम विदाई” कही तो वे इस बात से वाफिक थे की यह इस पृथ्वी पर उनकी यात्रा की अंतिम घड़ी थी। फिर भी उन्होंने इस बात पर विश्वास किया कि “ईश्वर जिन्होंने उन्हें इस दुनिया में जीवन दिया है, जो दूसरी दुनिया में राज्य करते हैं उन्हें नये रुप पुनः मिलायेंगे”।

उन्होंने लिखा “अंत में, मैं उन्हें अपने जीवन के अंतिम दिनों में फिर से उनके साथ रहने की अनुमति देने हेतु धन्यवाद देना चाहता हूँ”। “उन्होंने मुझे मिलने हेतु नहीं कहा था। लेकिन मुझे लगा कि मुझे उन्हें फिर से देखने जाना है। मैं इस आध्यात्मिक संकेत के लिए बहुत आभारी हूं जिसे ईश्वर ने मुझे दिया है”।

अंत में संत पापा बेनेदिक्त 16वें ने अपने भाई के लिए लिखा, “धन्यवाद, प्रिय जॉर्ज, उन सभी चीजों के लिए जिसे आपने सह कर मेरे लिया दिया”। उन्होंने बिशप रुडोल्फ वोडेरहोल्ज़र को भी उनकी सहायता के लिए कृतज्ञ अर्पित किये। 

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09 July 2020, 14:45