अमाजोन सिनॉड में भाग लेनेवाली धर्मबहनें अमाजोन सिनॉड में भाग लेनेवाली धर्मबहनें 

महिला धर्मसमाजियों को सम्मानित करने के लिए संगोष्ठी का आयोजन

"महिला धर्मसमाजी पहली पंक्ति" पर विषय पर वाटिकन के लिए अमरीकी एवं ब्रिटिश राजदूतों ने कलीसिया की चुपचाप काम करनेवाली नायिकाओं के अथक प्रयासों की याद करते हुए 23 जून को एक वर्चुवल संगोष्ठी का आयोजन किया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 23 जून 20 (वीएन)-वाटिकन के लिए ब्रिटिश एवं अमरीकी राजदूत, महिला धर्मसमाजियों को सम्मानित करने के लिए एक वर्चुवल संगोष्ठी का आयोजन किया था जो कलीसिया के मिशन को आगे बढ़ाते हुए गरीबों एवं दुर्बलों की मदद करते हैं। संगोष्ठी 23 जून को पूर्वाहन 11 बजे सम्पन्न हुआ।

चुपचाप नायिकाएँ

वाटिकन के लिए अमरीकी राजदूत कलीस्ता जिंग्रीक एवं ब्रिटिश राजदूत सेली एक्सवॉर्दी ने वाटिकन न्यूज़ को दिए एक लिखित साक्षात्कार में महिला धर्मसमाजियों के कार्यों की सराहना की है।

राजदूत जिंग्रीक ने उन्हें "काथलिक कलीसिया की चुपचाप नायिकाएँ" नाम दिया है जिनका कार्य बहुधा बिना सराहना और बिना ध्यान दिये पार हो जाता है।

राजदूत एक्सवर्दी ने लिखा, "हमारी अमरीकी साथी की तरह, महिला और पुरूष धर्मसमाजियों द्वारा समाज के दुर्बल लोगों की देखभाल को हम गहराई से महत्व देते हैं। वे अपने आपको जोखिम में डालकर बिना ढ़िंढोरा पीटे, दुनियाभर में आवश्यक सेवाएँ प्रदान करते हैं।"

राजदूत जिंग्रीक ने कहा कि धर्मसमाजी बहनें सच्ची शिक्षिका, उद्यमी, स्वास्थ्य सेवा प्रदान करनेवाली और विश्वभर के कई समुदायों में पहली पंक्ति पर मानवीय सहायता प्रदान करतीं हैं।   

कलीसिया की पहली पंक्ति पर कार्य करनेवालों को सम्मान

संगोष्ठी ऐसे समय में आयोजित किया गया है जब कोविड-19 महामारी के कारण अनेक लोगों को गंभीर संकटों का सामना करना पड़ रहा है।  

ऐसे समय में समर्पित धर्मसमाजी बेरोजगारी, गरीबी और भोजन असुरक्षा आदि जैसी चुनौतियों का सामना करने में अथक रूप से लोगों की मदद कर रही हैं।

उन्होंने कहा, "महिला धर्मसमाजी हमारे पास सबसे प्रभावी और महत्वपूर्ण साझेदार हैं उन्हें अक्सर अपने क्षेत्र में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्थितियों की एक अद्वितीय समझ होती है।"

उन्होंने गौर किया कि धर्मबहनें पूरी तरह से चुस्त होतीं, जरूरतों को समझतीं और उनका जवाब देतीं हैं, साथ ही साथ, लचीली होती हैं, उदाहरण के लिए संघर्ष के क्षेत्रों में।  

बहुमूल्य अनुभव

संगोष्ठी में तीन धर्मबहनों ने अपने अनुभव पेश किये जिन्हें शिक्षा, मानव अधिकार एवं मानव तस्करी के शिकार लोगों की सहायता करने का गहरा अनुभव है।

सिस्टर स्टैन तेरेस मुमुनी जो यूखरिस्तीय प्रेम के लिए मरियम की धर्मबहनों की सुपीरियर जेनेरल हैं वे उत्तरी घाना में जन्म से विकलांग बच्चों को बचाती हैं।

सिस्टर एमेल्डा पूले जो मानव तस्करी एवं शोषण के खिलाफ यूरोप नेटवर्क के धर्मसमाजी अध्यक्ष हैं वे अल्बानिया एवं पूरे यूरोप में मानव तस्करी की शिकार महिलाओं की मदद करती हैं।

सिस्टर असीसिया वाकास, जो येरूसालेम में कोम्होनी धर्मबहनों की प्रोविंशल सुपीरियर हैं उन्होंने कोविड-19 महामारी के समय उत्तरी इटली में अपनी धर्मबहनों और अपने धर्मसमाज की मदद की जो अस्पताल में देश की अत्यन्त चुनौतीपूर्ण घड़ी का सामना कर रहे थे।     

आशा के स्तम्भ

राजदूत जिंग्रीक ने याद किया कि "धर्मबहनें बहुधा लाखों लोगों के लिए आशा की अंतिम स्तम्भ होती हैं जिनके बिना उन लोगों की कोई आवाज नहीं होती।"

उन्होंने कहा कि वे विस्थापितों और निराश लोगों की सेवा उन स्थलों में भी करती हैं जहाँ सरकार और मानवीय संगठन कार्य करने में कठिनाई महसूस करते हैं।

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23 June 2020, 14:34