संत फौस्तीना दिव्य करुणा के साथ संत फौस्तीना दिव्य करुणा के साथ 

संत पापा ने संत फौस्तीना के पर्व को रोमन कैलेंडर में जोड़ा

संत पापा फ्राँसिस ने संत मरिया फौस्तीना कोवालस्का के पर्व को विश्वव्यापी कलीसिया के लिए एक वैकल्पिक यादगारी के रूप में 5 अक्टूबर को मनाने की घोषणा की।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 19 मई 2020 (रेई): दिव्य उपासना एवं संस्कारों की व्यवस्था के लिए गठित परमधर्मपीठीय धर्मसंघ ने सोमवार 18 मई को एक आज्ञप्ति जारी की, जिसमें उन्होंने संत मरिया फौस्तीना (हेलेना) कोवालस्का, कुँवारी, के पर्व को सामान्य रोमन कैलेंडर में जोड़ने की घोषणा की है।

संत पापा फ्राँसिस की ओर से जारी आज्ञप्ति उसी दिन प्रकाशित की गई जिस दिन संत जॉन पौल द्वितीय के जन्म दिवस की शतवर्षीय जयन्ती मनायी गई। संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने साल 2000 में संत फौस्तीना की संत घोषणा की थी। उनकी वैकल्पिक यादगारी विश्वव्यापी कलीसिया में 5 अक्टूबर को मनायी जायेगी।

संत फौस्तीना ने प्रभु येसु ख्रीस्त में पिता ईश्वर के करुणावान चेहरे को देखा और उनका संदेशवाहक बन गई।

संत मरिया फौस्तीना का जन्म पोलैंड के ग्लोगोविएक गाँव में 1905 को हुआ था और उसका निधन क्राकॉव में 1938 को हुआ। उन्होंने अपने छोटे जीवनकाल को दया की हमारी माता मरिया की धर्मबहनों के साथ व्यतीत किया। ईश्वर द्वारा प्राप्त बुलाहट को उन्होंने उदारतापूर्वक गहरी आध्यात्मिकता के साथ जीया। अपनी आत्मा की डायरी में उन्होंने प्रभु के साथ अपनी मुलाकात का वर्णन किया है जिसमें वे कहती हैं कि प्रभु ने सभी की भलाई के लिए मेरे माध्यम से कार्य किया।

ईश्वर जो प्रेम और दया हैं उन्हें सुनने के द्वारा वह समझ गई कि मानव की कोई भी दुष्टता उनकी दया से बड़ी नहीं है। जिसको वे ख्रीस्त के हृदय से उंडेलते रहते हैं। इस तरह वे दुनिया भर में दिव्य करुणा का प्रचार करने एवं उनसे प्रार्थना करने के लिए समर्पित आंदोलन की प्रेरणा बन गयीं। 2000 में संत पापा जॉन पौल द्वितीय द्वारा संत घोषणा के बाद संत फौस्तीना का नाम शीघ्र पूरे विश्व में फैल गया और लोगों के द्वारा दिव्य करुणा का आह्वान किया जाने लगा जिसका प्रभाव विश्वासियों के जीवन में स्पष्ट दिखाई पड़ने लगा।

अतः संत पापा फ्रांसिस ने पुरोहितों, धर्मसमाजियों, विश्वासियों के संगठनों के आग्रह और विश्व के विभिन्न हिस्सों में संत फौस्तीना की आध्यात्मिकता के प्रभाव को देखते हुए आज्ञप्ति जारी की कि संत मरिया फौस्तीना (हेलेना) कोवालस्का, कुँवारी को सामन्य रोमन कैलेंडर में अंकित किया जाए और उनके पर्व को वैकल्पिक यादगारी के रूप में 5 अक्टूबर को मनाया जाए।

यह नया पर्व, सभी कैलेंडरों और ख्रीस्तयाग अर्पित करने एवं दैनिक प्रार्थना की धर्मविधिक पुस्तकों में अंकित किया जायेगा।

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19 May 2020, 15:58