लेबनान के विद्यार्थी लेबनान के विद्यार्थी 

लेबनान के 80% काथलिक स्कूलों के बंद होने का खतरा

जिन क्षेत्रों में पहले से कठिनाइयाँ थी आर्थिक संकट एवं कोरोना वायरस महामारी ने उनकी परेशानी और बढ़ा दी है। उन्हें वर्षों से देश के समर्थन की कमी है। काथलिक संस्थानों के महासचिवालय फादर बौत्रोस अज़र ने सरकार की "लापरवाही" को उजागर किया है। सरकार की नीति, निजी स्कूलों को "नुकसान" में डाल रही है। लेबनान में कुल 710 हजार विद्यार्थियों में से दो तिहाई की शिक्षा की गारांटी निजी स्कूल देते हैं।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

लेबनान, बृहस्पतिवार, 21 मई 2020 (एशियान्यूज) – महासचिवालय ने एक चेतावनी दी है कि लेबनान "स्कूल आपातकाल" की जोखिम उठा रहा है जिसमें "काथलिक स्कूलों का 80%" बंद होने पर है। फादर बौत्रोस अज़र द्वारा हस्ताक्षरित एक खुला पत्र लेबनान के राष्ट्रपति मिखाएल आओन को सौंपा गया है। फादर ने पत्र में लिखा है कि आर्थिक समस्या और राष्ट्रीय शैक्षिक फलक के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण क्षेत्र के प्रति राज्य की "लापरवाही" के कारण एक संकट उत्पन्न हो गई है।

कुछ ही दिनों पहले संत पापा फ्राँसिस ने लेबनान के विद्यार्थियों को सहायता प्रदान करने के लिए 400 छात्रवृति प्रदान की थी। हालांकि, आंतरिक संसाधनों और लक्षित हस्तक्षेपों की आवश्यकता है, ताकि "लेबनान के सांस्कृतिक रत्नों में से एक को निराश न किया जाए: ताकि इसकी आबादी का शैक्षिक स्तर, धार्मिक भेदभाव से रहित एवं एक पवित्र मिशन के स्तर तक ऊंचा" बना रहे।

लेबनान शैक्षणिक आपातकाल का सामना कर रहा है जिसके कारण करीब 80 प्रतिशत काथलिक स्कूल जो देश के दो तिहाई विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करती है उसे संसाधनों की कमी के कारण 2020-2021 के सत्र के लिए अपना द्वार बंद करना होगा।   

फादर ने खुले पत्र में कहा है कि देश की ओर से उपेक्षा की जा रही है।  सचिवालय ने कानून 46/2018 को संदर्भित करते हुए बतलाया है कि सार्वजनिक क्षेत्र में वेतनमान को बदल दिया गया है और सभी शैक्षणिक संस्थानों को बड़ी कठिनाई में डाला गया है। माध्यम और छोटे स्कूलों में विशेषकर राज्य द्वारा अर्ध-मुक्त लोगों को सब्सिडी दी जाती है (जिन्होंने पांच साल तक अपने हिस्से का भुगतान नहीं किया है), केवल एक ही विकल्प बचता है: शिक्षकों के वेतन को बंद करना या बहुत कम करना।

फादर अज़ार ने लिखा, "मैं इस उपेक्षा को सचमुच नहीं समझता। यह निजी स्कूलों को पब्लिक स्कूलों में डाल रहा है। देश को इस तथ्य को समझना चाहिए कि हम एक सार्वजनिक सेवा देते हैं और निजी स्कूलों को सब्सिडी देते हैं।"

इस समस्या ने क्षेत्र में अच्छी तरह चल रहे बड़े स्कूलों को भी इस खतरनाक संभावना से प्रभावित किया है। विश्वसनीय आंकड़ों के अनुसार, कम से कम 87 बड़े स्कूलों में मुख्य रूप से माउंट लेबनान के क्षेत्र में, ख्रीस्तीय, अपने शैक्षिक मिशन को पूरा करना जारी रखेंगे।

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21 May 2020, 17:41