डाल्टेनगंज विशप हाऊस के पुरोहित एवं चैरिटी धर्मबहनें लोगों को राशन बांटते हुए डाल्टेनगंज विशप हाऊस के पुरोहित एवं चैरिटी धर्मबहनें लोगों को राशन बांटते हुए 

चंदवा के समाज विकास संस्थान द्वारा जरूरतमंद लोगों की मदद

डाल्टेनगंज धर्मप्रांत के पुरोहित एवं धर्मबहनें कोरोना वायरस महामारी के समय जरूरतमंद लोगों की मदद एकजुट होकर कर रहे हैं।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

चंदवा, बृहस्पतिवार, 30 अप्रैल 20 (वीएन हिन्दी) – कोरोना वायरस महामारी ने पूरे विश्व को प्रभावित किया है। इस वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सरकारों ने लॉकडाउन का रास्ता अपनाया है जिसमें भारत के गरीब लोग बुरी तरह प्रभावित हैं। कोविड-19 और लॉकडाउन के प्रभाव ने लगभग पूरे झारखंड राज्य में गंभीर स्थिति पैदा कर दी है क्योंकि यहाँ कई लोगों के पास खाने के लिए भोजन और रहने के लिए मकान भी नहीं है।

डाल्टेनगंज धर्मप्रांत के पुरोहित एवं धर्मबहनें जरूरतमंद लोगों की मदद एकजुट होकर कर रहे हैं।

कलीसिया की ओर से सहायता

डाल्टेनगंज के पल्ली पुरोहित फादर विजय टोप्पो ने 30 अप्रैल को जानकारी दी कि चंदवा के समाज विकास संस्थान द्वारा लॉकडाउन के समय, गरीब परिवारों को राहत के लिए राशन प्रदान किया गया। जिसमें उन्हें चावल, दाल, आलू, तेल, साबून और मास्क जैसे आवश्यक सामग्रियाँ प्रदान की गई। इस राशन का लाभ अधिकतर चंदवा, डाल्टेनगंज, महुआँबथान, कुँड़पानी जामुनियाटांड़ के परिवारों को मिला।

डाल्टेनगंज पल्ली के गोरेया, करमा के 120 परिवारों और महुँआबथान के 200 परिवारों को राशन दिया गया। डाल्टेनगंज पल्ली में रेलवे स्टेशन और चुंगरू गाँव क्षेत्र में 250 परिवारों की मदद विशप हाउस के पुरोहितों एवं चैरिटी धर्मबहनों की ओर से की जा रही है। चिंयांकी में भी एस. सी. जे. एम. की धर्मबहनें वहाँ के गरीब परिवारों की मदद कर रही हैं।

सरकार से सहायता 

 स्थानीय समाचार पत्र जनतंत्र की आवाज के अनुसार, चंदवा प्रखंड विकास पदाधिकारी अरविंद कुमार ने 26 अप्रैल को सभी मुखिया पंचायत सचिव के नाम आदेश पत्र जारी कर दैनिक मजदूरों असहायों जिसके पास खाने की कमी हो वैसे लोगों को चिन्हित कर तत्काल उन्हें खाधान्न उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे, जारी अपने पत्र में कहा था कि  नोवेल कोरोना वायरस के आपदा से राज्य सरकार के द्वारा पूरे राज्य को लॉकडाउन कर दिया गया है, इस स्थिति में दैनिक मजदूरों एवं असहाय लोगों के बीच खाधान्न समस्या उत्पन्न होने की पूर्ण संभावना है, वैसी स्थिति में आप अपने पूरे क्षेत्र का ध्यान रखेंगे, वैसे व्यक्ति जो रोज कमाकर खाने वाले हों एवं उनके पास खाद्यान्न व्य्वस्था करने के लिए कोई अन्य संसाधन न हो के कारण भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो सकती है, वैसे लोगों को चिन्हित करते हुए पंचायत स्तर के आकस्मिक राहत कोष से जरूरी खाधान्न उपलब्ध कराना, या नजदीकी जन वितरण प्रणाली दुकानदार से खाद्यान्न उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करेंगे, यदि किसी क्षेत्र में भुखमरी के कारण किन्ही के साथ कोई अप्रिय घटना घटती है तो इसकी सारी जवाबदेही संबंधित पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव की होगी।

मुख्यमंत्री, दीदी किचेन द्वारा संचालित कार्यक्रम के तहत गरीबों को भोजन कराती हुई। कई गैरसरकारी संगठन भी इस कार्य में जुटे हुए हैं।

सुदूर गाँव सरकारी सहायता से वंचित

फादर विजय ने कहा कि सरकार की ओर से कई कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं और लोगों को भोजन प्रदान किया जा रहा है किन्तु ये केंद्र शहरों में और सुविधाजनक स्थानों में खोले गये हैं। चंदवा प्रखंड में कई ऐसे गाँव हैं जो सुदूर क्षेत्रों में हैंं और उन गाँवों तक ये सुविधाएँ नहीं पहुँच पा रही हैं। उन्होंने बतलाया कि गाँव के लोगों को सरकार की किसी तरह की मदद नहीं मिल रही है क्योंकि उनके पास राशन कार्ड भी नहीं है, अतः ग्रामीण लोगों ने उनसे सहायता की मांग की थी। जिसके कारण स्थिति को देखते हुए डाल्टेनगंज के पुरोहित और धर्मबहनें अधिकारियों से अनुमति लेकर अपनी ओर से लोगों की मदद कर रहे हैं। वे 10-10 दिनों में उन लोगों के बीच राशन बांट रहे हैं। 

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लोगों को राशन बांटते हुए पुरोहित एवं धर्मबहनें
30 April 2020, 18:32