शरणार्थी शिविरों से जर्मनी स्थानान्तरित किये जा रहे अकेल छूटे नाबालिग, 18.04.2020 शरणार्थी शिविरों से जर्मनी स्थानान्तरित किये जा रहे अकेल छूटे नाबालिग, 18.04.2020 

यूरोपीय राष्ट्र अकेले नाबालिगों को करें स्थानांतरित, कारितास

विश्वव्यापी काथलिक उदारता संगठन कारितास ने यूरोपीय देशों का आह्वान किया है कि वे ग्रीक द्वीपों में बिना सहचरों के अकेले छूटे नाबालिगों को स्थानान्तरित कर अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करें।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 24 अप्रैल 2020 (रेई,वाटिकन रेडियो): विश्वव्यापी काथलिक उदारता संगठन कारितास ने यूरोपीय देशों का आह्वान किया है कि वे ग्रीक द्वीपों में बिना सहचरों के अकेले छूटे नाबालिगों को स्थानान्तरित कर अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करें।

अकेले छूटे नाबालिगों की स्थिति दयनीय

कारितास संगठन की यूरोपीय शाखा की वकील साहिबा लैला बोडो ने वाटिकन रेडियो से बातचीत में कहा, "एक बहुत ही भयावह स्थिति में ग्रीक द्वीपों पर 40,000 से अधिक आप्रवासी फँसे हुए हैं।" उन्होंने कहा कि यूरोपीय आयोग ने 1,600 अकेले छूटे नाबालिगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए यूरोपीय संघ के देशों में उन्हें स्थानांतरित करने की एक योजना रखी है, जिसपर अब तक अमल नहीं किया गया है।    

लैला बोडो ने कहा कि कारितास संगठन इस योजना को अनजाम देने अपना पूर्ण सहयोग देने के लिये तैयार है किन्तु यूरोपीय देशों को पहल करनी होगी। उन्होंने कहा कि कोविद-महामारी फैलने से ग्रीक द्वीपों में फँसे आप्रवासियों की स्थिति पहले से कहीं अधिक बदतर हो गई है, जिन्हें किसी प्रकार की सामाजिक अथवा आर्थिक सुरक्षा नहीं मिल पा रही है।

एकात्मता का आह्वान

वकील साहिबा बोडो ने कहा, ग्रीस के एजियन सागर में शरणार्थी शिविरों में अस्वीकार्य परिस्थितियों में जीवन यापन कर रहे अकेले छूटे लगभग 1,600 नाबालिग आप्रवासियों की वास्तविकता भयावह है। उन्होंने कहा कि इन नाबालिगों का भाग्य यूरोपीय संघ के नेताओं के हाथों में है, जिनसे शरणार्थी बच्चों को स्थानांतरित करने हेतु एकजुटता दिखाने और अपने वादों को पूरा करने का आग्रह किया जा रहा है।

लक्समबुर्ग तथा जर्मनी द्वारा कुछ अकेले छूटे बच्चों को आतिथ्य प्रदान करने की कारितास की अधिकारी एवं वकील लैला बोडो ने सराहना की किन्तु कहा कि अन्य यूरोपीय देशों से भी यही अपेक्षा की जाती है। उन्होंने इस बात की पुनरावृत्ति की कारितास संगठन इस कार्य में पूरा सहयोग देने के लिये तैयार है।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

24 April 2020, 10:32