ट्यूरिन का महागिरजाघर ट्यूरिन का महागिरजाघर  

2020 में ट्यूरिन कफन का असाधारण सार्वजनिक प्रदर्शन

वर्ष 2020 के दिसंबर में इटली के ट्यूरिन शहर में, यूरोप के युवाओं की अगली वार्षिक बैठक के अवसर पर, ट्यूरिन में रखे कफन, जिसे येसु के दफन कपड़े के रूप में माना जाता है, सार्वजनिक रूप से फिर से प्रदर्शित किया जाएगा।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 1 जनवरी 2020 (वाटिकन न्यूज) : पवित्र कपड़े के असाधारण प्रदर्शन की घोषणा पोलैंड के व्रोकला में ट्यूरिन के महाधर्माध्यक्ष सीसर नोसिलिया द्वारा की गई थी, जहां इस वर्ष यूरोप के युवा लोगों की वार्षिक बैठक वर्तमान में हो रहा है, जिसे "पृथ्वी पर विश्वास का तीर्थ" कहा जाता है,

28 दिसंबर, 2020 से 1 जनवरी, 2021 तक निर्धारित यूरोप के युवा लोगों की अगली बैठक के स्थान के रूप में तेज़े समुदाय ने उत्तरी इतालवी शहर ट्यूरिन को चुना है।

ट्यूरिन में येसु का कफन

ट्यूरिन के महागिरजाघर में रखे गए कफन की प्रामाणिकता पर कोई आधिकारिक शिक्षण या सिद्धांत नहीं है। सन् 2000 के बाद से अगले साल पांचवीं बार होगा जब कफन का सार्वजनिक प्रदर्शन होगा।

पिछली बार यह प्रदर्शन 19 अप्रैल से 24 जून, 2015 तक ट्यूरिन के गिरजाघर में हुआ था। उस वर्ष 21-22 जून, को शहर का दौरा करते हुए, संत पापा फ्राँसिस ने पवित्र कफन के सामने कुछ समय चुपचाप प्रार्थना में बिताई। हालाँकि, इसके बाद के प्रांगण में आयोजित पवित्र मिस्सा के अंत में, उन्होंने कफन को मसीह के प्यार का प्रतीक माना।

उन्होंने कहा, "कफन," "लोगों को येसु के चेहरे और यातनाग्रस्त शरीर की ओर आकर्षित कराता है और साथ ही, हमें हर उस व्यक्ति की ओर आग्रह करता है जो पीड़ित है और अन्यायपूर्ण रूप से सताया जाता है।" "यह हमें उसी दिशा में आग्रह करता है जैसे येसु के प्यार का तोहफा।”

परमाध्यक्षों द्वारा पवित्र कफन का दर्शन

पिछले परमाध्यक्षों ने भी उत्तरी शहर का दौराकर पवित्र कफन का दर्शन किया। सन् 1998 ई. में जब संत पापा जॉन पॉल द्वितीय ने पवित्र कफन को देखा, तो उन्होंने कहा कि कपड़े के रहस्य विश्वास और विज्ञान दोनों पर सवाल उठाता है कि क्या यह वास्तव में येसु का दफन कपड़ा था?  उन्होंने इसपर अध्ययन करने का आग्रह किया।

संत पापा बेनेडिक्ट सोलहवें ने कपड़े को एक क्रूस पर चढ़ाए गए व्यक्ति के "खून से लिखे" आइकन के रूप में वर्णित किया।

तेजे समुदाय द्वारा "पृथ्वी पर विश्वास की तीर्थयात्रा" पहली बार ट्यूरिन में आयोजित किया जाएगा। हालाँकि, सभा को छह बार इटली में आयोजित किया गया है - रोम में 1980, 1982, 1987, 2012 में और मिलान में 1998 और 2005 में।

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01 January 2020, 16:06