बैंगलोर के महाधर्माध्यक्ष पीटर मचाडो बैंगलोर के महाधर्माध्यक्ष पीटर मचाडो 

पवित्र संस्कार के अपवित्रीकरण पर प्रायश्चित का आह्वान

बैंगलोर के संत फ्राँसिस असीसी काथलिक गिरजाघर में 20 जनवरी को, किसी अज्ञात लोगों द्वारा, पवित्र संदूक से परमप्रसाद को फर्श पर छितराकर अपवित्र किया गया था। महाधर्माध्यक्ष पीटर मचाडो ने पवित्र परमप्रसाद को अपवित्र किये जाने पर, एक दिवसीय प्रायश्चित प्रार्थना का आह्वान किया है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

भारत, बृहस्पतिवार, 23 जनवरी 2020 (वीएन)˸ दक्षिणी भारत के बैंगलोर शहर स्थित काथलिक गिरजाघर में अज्ञात बदमाशों द्वारा पवित्र परमप्रसाद को अपवित्र किये जाने पर, स्थानीय धर्माध्यक्ष ने काथलिक समुदाय को निमंत्रण दिया है कि येसु के पवित्र शरीर के अपवित्रीकरण के लिए प्रायश्चित प्रार्थना की जाए। 

घटना केंजेरी के संत फ्राँसिस असीसी काथलिक गिरजाघर में हुई है। पल्ली पुरोहित, कपुचिन फादर सतीश कुमार ने स्थानीय पुलिस को शिकायत दर्ज की है तथा घटना की जाँच हो रही है।

इस दौरान एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बैंगलोर के महाधर्माध्यक्ष पीटर मचाडो ने कहा है कि बदमाशों ने वेदी को तहस-नहस, नष्ट एवं क्षतिग्रस्त किया तथा गिरजाघर के सबसे पवित्र स्थल पवित्र संदूक को खोला।

पवित्र परमप्रसाद जो ख्रीस्त का शरीर है उसे जमीन पर छितराया। यह अपवीत्रीकरण का सचमुच बड़ा बुरा कृत्य है।

उन्होंने कहा, "मैं पूरी तरह परेशान हूँ एवं बुरी तरह हैरान हूँ और बहुत दुःखी है कि प्रभु येसु ख्रीस्त के साथ इस तरह का अपवित्र कार्य किया गया है जो पवित्र परमप्रसाद में उपस्थित हैं, जिसको गिरजाघर के पवित्र संदूक में रखा जाता है।"

महाधर्माध्यक्ष ने कहा, "हमारे प्रभु एवं मुक्तिदाता का अपवित्रीकरण और अपमान एक बड़ी चिंता का विषय है न केवल संत फ्राँसिस असीसी पल्ली वासियों के लिए बल्कि पूरे धर्मप्रांत एवं पूरे विश्व के काथलिक समुदाय के सभी लोगों की धार्मिक भावना के लिए।"

अपवित्रीकरण के ऐसे मामलों में सामान्यतः पूरा धर्मप्रांत प्रायश्चित करता तथा गिरजाघरों एवं धर्मसमाजी आवासों में क्षतिपूर्ति की जाती है।      

अतः महाधर्माध्यक्ष मचाडो ने महाधर्मप्रांत के सभी विश्वासियों से अपील की है कि शुक्रवार 24 जनवरी को एक दिन का प्रायश्चित दिवस घोषित करते हुए, पवित्र संस्कार में उपस्थित प्रभु को विशेष आराधना और प्रशंसा प्रदान की जाए। उन्होंने उन लोगों के लिए भी प्रार्थना की मांग की है जिन्होंने अपवित्रीकरण के इस बुरे काम को अंजाम दिया है।

उन्होंने पल्ली पुरोहितों से अनुरोध किया है कि पवित्र साक्रमेंत को सभी गिरजाघरों एवं धर्मसमाजी संस्थाओं में 12 घंटों तक विश्वासियों द्वारा आराधना के लिए प्रस्तुत रखा जाए।  

महाधर्माध्यक्ष को पुलिस पर पूर्ण भरोसा है कि वह जाँच द्वारा इस "जघन्य अपराध" के अपराधियों को खोज निकालेगी तथा "अज्ञानतापूर्ण काम" के पीछे छिपे मकसद का पता लगाने का पूरा प्रयास करेगी।  

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23 January 2020, 15:53