सीरिया के प्रवासी सीरिया के प्रवासी 

सीएएफओडी द्वारा सीरिया के लोगों को सर्दियों में मदद

ब्रिटेन स्थित काथलिक सहायता एजेंसी सीएएफओडी युद्धग्रस्त सीरिया में कड़ाके की ठंड का सामना करने के लिए लोगों को मदद कर रही है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

रोम, गुरुवार 26 दिसम्बर 2019 (वाटिकन न्यूज) : लगभग नौ वर्षों से सीरिया एक ऐसे संघर्ष की चपेट में है जिसके कारण लगातार पीड़ा में हैं अनेक लोगों को अपने घरों से भागना पड़ा। युद्ध थमने का नाम नहीं ले रही है। और इस कठोर सर्दी का सामना लोगों को करना पड़ रहा है।  

सहायता एजेंसी ने चेतावनी दी है कि ईंधन की कीमतें आसमान छू रही हैं, जबकि अस्पतालों और भोजन की आपूर्ति पर खतरा मंडरा रहा है।

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, सीरिया में इन वर्षों के संघर्ष में 500,000 लोग मारे गये है। देश में लाखों लोग बेघर भी हो गए हैं।

इस मानवीय संकट के बीच, ब्रिटेन स्थित काथलिक सहायता एजेंसी स्थानीय सहायता कर्मचारियों का समर्थन कर रही है जो स्थिति का आकलन कर रहे हैं और आपातकाल में सहायता प्रदान कर रहे हैं।  

सर्दियों के लिए तैयारी

वाटिकन न्यूज से बात करते हुए, सीएएफओडी की प्रोग्राम टीम की सारा बुरो ने कहा कि सहायता एजेंसी जो काम कर रही है, उनमें से एक है सीरिया के लोगों को ठंड का सामना करने के लिए मदद करना। कई लोग अस्थायी आश्रयों और तंबुओं में रह रहे हैं। वे उन्हें कंबल और गर्म कपड़े प्रदान कर रहे हैं।

सीरिया के लिए अपील

सारा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सीरिया के लिए अपील आगमन काल में मनन-चिंतन का विषय था। हमारे लिए खुद से बाहर निकलकर दूसरों तक पहुँचने और विश्व के जरुरतमंद लोगों के साथ एकजुटता दिखाने का अवसर था।

संत पापा फ्राँसिस ने शुरु से ही सीरियाई लोगों की दुर्दशा पर अपनी चिंता व्यक्त की और संकट के समाधान की अपील की है। अक्टूबर में एक रविवारीय देवदूत प्रार्थना के दौरान संत पापा ने सीरिया को "प्रिय और शहीद" राष्ट्र कहा। उन्होंने संघर्ष के लिए प्रभावी समाधान तलाशने के लिए "सभी राजनेताओं को शामिल किया और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को ईमानदारी से बातचीत के रास्ते पर ले जाने का आग्रह किया।

सीरिया संकट के संबंध में संत पापा की आवाज के महत्व के बारे में पूछे जाने पर, सारा ने कहा, "उन्होंने यह स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारे आसपास हमारे पड़ोसियों को कष्ट से बाहर निकालने की हमारी भी जिम्मेदारी है। उन्होंने कई अवसरों पर शरणार्थियों के बारे में बातें की और वे हमें अजनबी लोगों का स्वागत करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और वास्तव में उन लोगों का समर्थन करते हैं जिन्हें अपने घरों से भागने के लिए मजबूर किया गया है।”

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26 December 2019, 16:20