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नाइजीरिया की कलीसिया नाइजीरिया की कलीसिया 

नाइजीरिया कलीसिया द्वारा नये घृणापूर्ण भाषण विधेयक की निंदा

अबूजा महाधर्मप्रांत के लिए संचार निदेशक, फादर पैट्रिक अलुकुमू ने नए प्रस्तावित विधेयक की निंदा की है। जो घृणित भाषण के इस्तेमाल करने वाले को मौत तक की सजा दे सकती है। यह विधेयक "अस्वीकार्य" है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

नाइजीरिया, बुधवार 18 दिसम्बर 2019 (वाटिकन न्यूज) : नाइजीरिया की राष्ट्रीय विधानसभा ने एक विधेयक प्रस्तावित किया है जो घृणित भाषण के दोषी पाए गए लोगों को मौत की सजा देने का प्रयास कर रही है।

इस नए विधेयक के बारे फादर पैट्रिक अलुकुमू का कहना हैं कि कलीसिया के अनुसार "नाइजीरियाई सरकार नाइजीरिया के लोगों के अधिकारों के प्रति सचेत नहीं है," सामान्य रूप से वे अभिव्यक्ति के अधिकारों के बारे वे सचेत नहीं हैं। । उसकी उम्मीद है कि सरकार और विधान सभा देख पायेगी कि यह विधेयक "लोगों के अधिकारों का उल्लंघन करता है"।

फादर पैट्रिक का कहना है कि इस विधेयक के बारे में दिलचस्प बात यह है कि सरकार जिसे "घृणास्पद भाषण" बता रही है वह वास्तव में वे मुद्दे हैं जिसे "वे सुनना नहीं चाहते हैं"। यह विधेयक "सत्य बोलने की आवश्यकता" के बारे में कुछ नहीं कहता है। जो सच है, भले ही वह सरकार के खिलाफ क्यों न हो, "इसे घृणित नहीं कहा जा सकता है"। लेकिन, सरकार सच को बढ़ावा देना नहीं चाहती। "सच को सबके सामने कहने की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए।

फादर पैट्रिक का कहना है कि देश के "विकास और प्रगति के बारे में जो "सरकार को खुश नहीं करने वाली" बातें कहते हैं, उन पर हमला किया जा सकता है और उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।

सजा के संबंध में, फ्रादर पैट्रिक  कहते है कि मौत की सजा "पूरी तरह से अस्वीकार्य" है, खासकर कलीसिया के दृष्टिकोण से। "कलीसिया लगातार कहती रही है कि "हम गलत करने वाले लोगों को सुधार सकते हैं," लेकिन हम लोगों के अधिकारों को नहीं छीन सकते। "केवल ईश्वर ही लोगों को आज़मा सकते हैं और केवल ईश्वर ही अधिकार छीन सकते हैं"।

अंत में, फादर पैट्रिक ने कहा कि देश में "सापेक्ष शांति" है और क्योंकि "क्रिसमस बहुत नजदीक आ गया है। नाइजीरियाई लोग आगे की प्रतिक्रिया देखने के लिए उत्सुक हैं। हमारे पास शांति है और इसके लिए, हम ईश्वर का धन्यवाद करते हैं।"

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18 December 2019, 15:55