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दक्षिणी सूडान के विश्वासी दक्षिणी सूडान के विश्वासी 

दक्षिणी सूडान के धर्मगुरूओं द्वारा क्रिसमस संदेश

जब मानवीय, सामाजिक और पर्यावरणीय गिरावट जारी है दक्षिणी सूडान की कलीसिया के धर्मगुरूओं ने एक क्रिसमस संदेश पर संयुक्त हस्ताक्षर किया है तथा अपील की है कि विविधताओं का सम्मान किया जाए एवं देश में शांति के प्रयासों को बढ़ावा मिले।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

दक्षिणी सूडान, बृहस्पतिवार, 19 दिसम्बर 2019 (रेई)˸ पत्र को दक्षिणी सूडान की कलीसियाओं के परिषद ने प्रकाशित किया जिसपर काथलिक कलीसिया, एपीस्कोपल कलीसिया, प्रेस्बिटेरियन कलीसिया और पेंतेकोस्तल कलीसिया के धर्माध्यक्ष एवं धर्म गुरूओं ने हस्ताक्षर किया है। काथलिक कलीसिया की ओर से संदेश में जुबा के महाधर्माध्यक्ष पौलिनो लुकुदू लोरो ने हस्ताक्षर की है।  

संदेश इस प्रकार है, "मरियम और योसेफ के बाद मुक्तिदाता की विनम्र महिमा का दर्शन करने वाले लोग थे चरवाहे। वे उनकी गरीबी से विचलित नहीं हुए बल्कि मरियम के समान अपने सामान्य नजरों से उनकी महिमा देखी।"

चुनौती की आंधी

देश में चल रहे संघर्ष एवं कठिनाईयों के बावजूद कलीसिया के धर्मगुरूओं ने लोगों से अपील की है कि वे देश में पीड़ित लोगों के चेहरों में बालक येसु के चेहरे को पहचानें।  

उन्होंने कहा है कि "इस पर्व के दिन, आइये, हम दक्षिणी सूडान के लिए प्रभु से शांति, चंगाई, क्षमाशीलता और मेल-मिलाप की कामना करें। इस आशा से कि संवाद को फिर से शुरू करने की इच्छा प्रबल रूप से जागृत हो, और अंततः समाधान तक पहुँचा जा सके। हम सूडान के बच्चों एवं लोगों के चेहरों में येसु को देखें।"

कलीसिया के धर्मगुरूओं ने प्रोत्साहन दिया है कि संघर्ष के कारण घायल, भूखे, पीड़ित, बेघर, बेरोजगार तथा बच्चे जिन्हें सैनिक के रूप में काम करने के लिए मजबूर होना पड़ता है उनमें हम येसु को पहचान सकें। उन्होंने कहा है कि "हम कम से कम जाति की परवाह किए बिना, समाज की संरचना के पुनर्निर्माण के लिए एक साझा प्रतिबद्धता के माध्यम से हर व्यक्ति की गरिमा हेतु सम्मान प्राप्त कर सकें।

चुनौतियों के बावजूद धर्मगुरूओं ने उन दलों की प्रशंसा की है जिन्होंने समझौते का अनुपालन करने का निश्चय किया है। साथ ही, उन्होंने अन्य लोगों को भी विरोध रोकने एवं वार्ता के रास्ते को अपनाने की अपील की है।

पत्र में अपील की गयी है कि "आइये हम साल 2020 को दक्षिणी सीडान के लोगों के लिए शांति एवं आशा का साल बनाने हेतु एकजुट हों।"

धन्य हैं वे जो शांति के निर्माता हैं  

धर्मगुरूओं ने उन लोगों को धन्यवाद दिया है जिन्होंने दक्षिणी सूडान में शांति को बढ़ावा देने हेतु अपना सहयोग दिया है।

पत्र में दक्षिणी सूडान के प्रधान मंत्री अबदाल्लाह हामदोक के चुनाव का भी स्वागत किया गया है तथा उनसे आग्रह किया है कि शांति लाने का प्रयास देश के लिए उनकी पहली प्राथमिकता हो।

उन्होंने शांति समझौता को लागू करने में धीमापन के लिए चिंता जतायी है। अंततः उन्होंने सभी नागरिकों एवं राजनीतिक नेताओं को बालक येसु को समर्पित किया है, तथा प्रार्थना की है कि समाज के विभिन्न तत्वों के बीच एक शांतिपूर्ण वार्ता शुरू हो जिसमें दक्षिणी सूडान के सभी लोगों का कल्याण है।

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19 December 2019, 16:01