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अर्मीनियाई काथलिक पास्टर होसेप इब्राहिम बेदोयान अर्मीनियाई काथलिक पास्टर होसेप इब्राहिम बेदोयान  

सीरिया में अर्मीनियाई काथलिक पास्टर की हत्या

कमीशली स्थित संत जोसेफ पल्ली के अर्मीनियाई काथलिक पास्टर होसेप इब्राहिम बेदोयान की हत्या 11 नवम्बर को उत्तरपूर्वी सीरिया में हुई। हत्या की जिम्मेदारी आइएसआईएस के आतंकियों ने ली है। 12 नवम्बर को कामिशली के संत जोसेफ महागिरजाघर में उनका अंतिम संस्कार सम्पन्न हुआ।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

सीरिया, मंगलवार, 12 नवम्बर 2019 (रेई)˸ पुरोहित की हत्या दो आतंकियों ने गोली मार कर तब की जब वे अपने पिता के साथ एक कार से कूर्द-सीरियाई बल के नियंत्रण क्षेत्र बुसायरा जिला के डियेर एज़-ज़ोर के पूर्व में सार गाँव से होकर पार हो रहे थे।

फादर होसेप बेदोयान की हत्या

फादर होसेप बेदोयान के दोस्त रोम स्थित अर्मीनियाई कॉलेज के रेक्टर फादर नारेग नामो ने बतलाया कि फादर इब्राहिम "विवाहित थे तथा तीन बच्चों के पिता थे।" "फादर होसेप कार चला रहे थे। उनके बगल में उनके पिताजी बैठे थे और उनके पीछे एक उपयाजक एवं एक लोगधर्मी भी थे। उनके कार को दो अनजान लोगों ने मोटर साईकिल से पीछा किया जिन्होंने फादर के पिताजी पर गोली चलायी। जब कार रूकी तो आतंकियों ने फिर से गोली चलायी जिसे फादर इब्राहिम की छाती पर गोली लगी। उपयाजक एवं लोकधर्मी किसी तरह बच निकले। फादर होसेप को तत्काल डेईर एज़-ज़ोर अस्पताल पहुँचाया गया और उसके बाद एम्बूलेंस द्वारा हास्साके अस्पताल लिया गया किन्तु उन्होंने वहीं दम तोड़ दिया।"

फादर होसेप डेईर एज ज़ोर जा रहे थे ताकि वहाँ मिशन क्षेत्र का दौरा कर सकें एवं गिरजाघर की मरम्मत के कार्य एवं अन्य कार्यों का निरीक्षण कर सकें। फादर नारेग नामो ने जानकारी दी कि "11 नवम्बर को कामिशली में कुल तीन हमले हुए जिनमें 7 लोगों की मौत हुई और 26 लोग घायल हो गये हैं।" उन्होंने कहा, "हम इस दुःखद घटना पर चुपचाप नहीं रह सकते, हमें प्रत्येक के लिए प्रार्थना करना चाहिए। चरवाहे को मारने का अर्थ है झुण्ड पर भी प्रहार करना। हम परिवार के करीब हैं और पूरे समुदाय के साथ। मैं फादर को अच्छी तरह जानता हूँ क्योंकि मैंने उनके साथ कई सालों तक काम किया है। मैं इस घटना से हैरान हूँ।"   

ऊपरी मेसोपोटामिया और उत्तरी सीरिया के धर्माध्यक्षीय विकर फादर अंतोनियो एयवाजियन ने कहा, "वे एक उदार, मददगार पुरोहित थे, हमेशा सहायता करने के लिए तत्पर रहते थे। हँसमुख थे और अपनी बुलाहट से खुश थे। वे कभी पीछे नहीं हटे। मुझे उनपर बड़ा भरोसा था। यह एक बड़ा घाटा है।"

फादर अंतोनियो ने 11 नवम्बर को "रक्त का दिवस" कहा जब कामिशली में कुछ समय के अंतराल में तीन हमले हुए। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट चिन्ह है कि वे शहीद हैं, जिन्होंने दूसरे सीरियाई शहीदों की तरह इस देश की आजादी के लिए अपना जीवन खो दिया है। उनका खून इस धरती को अधिक ऊपजाऊ बनायेगा एवं सुन्दर अंकुर निकल आयेंगे।"  

फादर अंतोनियो ने बतलाया कि महागिरजाघर के सामने लोगों की भीड़ उनका इंतजार कर रही थी जिसमें सभी कलीसियाओं के ख्रीस्तीय, काथलिक, ऑर्थोडॉक्स, प्रोटेस्टंट प्रार्थना में एकत्रित हुए। उन्होंने उनके परिवार वालों को सांत्वना दी। दफनक्रिया कामिशली के संत जोसेफ महागिरजाघर में मध्याहन 12.00 बजे सभी ख्रीस्तीय समुदायों के धर्मसमाजियों, पुरोहितों और धर्माध्यक्षों की उपस्थिति में सम्पन्न हुई।

फादर बेदोयान की हत्या पहली घटना नहीं

सीरिया में फादर बेदोयान की हत्या पहली घटना नहीं है वहां युद्ध के कारण उन पुरोहितों एवं धर्मसमाजियों की लम्बी सूची है जिनकी हत्या हो गयी है अथवा जिनका अपहरण कर लिया गया है। डच जेस्विट फादर फ्रांस वान देर लुट को 2015 में गाली मार दी गयी थी। फ्राँसिसकन फादर फ्राँस्वाँ मुराड की 2013 में हत्या कर दी गयी थी।    

अपहरण किये जाने वालों में जेस्विट फादर पाओलो दाल ओलियो हैं जो 2013 में रक्का में लापता हो गये थे। दो ऑर्थोडॉक्स धर्माध्यक्षों बुलोस याजिजी और योहान्ना अब्राहिम को अलेप्पो से अपहरण कर लिया गया था।

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12 November 2019, 16:46