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बकिता सशक्तिकरण केंद्र, लागोस बकिता सशक्तिकरण केंद्र, लागोस 

यूरोपीय मानव तस्करी विरोधी दिवस, धर्मबहनों का समर्पण

18 अक्टूबर को यूरोपीय मानव तस्करी विरोधी दिवस के अवसर पर पेरिस में सोभ्रेन ऑर्डर ऑफ माल्टा द्वारा आयोजित सम्मेलन में मानव तस्करी के खिलाफ लगातार प्रयास किये जाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया। महिलाएँ एवं बच्चें अधिक इसके शिकार बनते हैं।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 19 अक्तूबर 2019 (रेई)˸ मानव तस्करी के खिलाफ संघर्ष करने एवं इससे दूर करने के लिए कदम उठाने हेतु प्रयास के उद्देश्य से ऑर्डर ऑफ माल्टा, नाईजीरिया के लागोस के अधिकारियों से निकटता से सहयोग करने हेतु प्रतिबद्ध है। जहाँ यात्रा करती हुई कई महिलाएँ तस्करी की शिकार हो जाती हैं, खासकर, वैश्ववृति में।  

लागोस में ही "बकिता सशक्तिकरण केंद्र" भी है जिसकी स्थापना ऑर्डर ऑफ माल्डा द्वारा संत लुईस के धर्मसंघ की धर्मबहनों के साथ किया गया था। इस केंद्र में वेश्यावृत्ति और मानव तस्करी की शिकार युवा महिलाओं को नाईजीरिया लौटने पर सुरक्षा एवं शरण प्रदान की जाती है।

संत लुईस की धर्मबहन सिस्टर पैट्रिसिया एबेगबुलेम नाईजीरिया में बकिता केंद्र एवं तालिथा कुंभ की संचालिका हैं।  

उन्होंने वाटिकन रेडियो को अपने मिशन और कार्यो के बारे बतलाया। सिस्टर पैट्रिसिया ने कहा कि "जब आप धर्मसमाजी जीवन चुनते हैं, उसमें समर्पित होते हैं, मन्नत लेते हैं, तब आप अपना सम्पूर्ण जीवन ईश्वर को और सारी मानवता को समर्पित करते हैं।" उन्होंने कहा कि यह सब मानवता का भाग है। वे संत पापा फ्राँसिस के कथन की याद करती हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि यह सुनिश्चित कर लें कि मानव व्यक्ति एक वस्तु के रूप में प्रयोग न किया जाए।  

उन्होंने कहा कि इसी बात ने उन्हें वहाँ जाकर उन महिलाओं को बचाने हेतु प्रेरित किया। उनको बचाने के लिए किसी भी स्तर तक जाना और उनकी मानव प्रतिष्ठा को बढ़ावा देना तथा उन्हें एवं दुनिया को बतलाना कि वे भी ईश्वर की छवि और उनके अनुरूप सृष्ट किये गये हैं।  

पीड़ितों को आश्रय प्रदान करना

सिस्टर ने बतलाया कि कई लड़कियाँ जो बकिता केंद्र में पहुँचती हैं वे विश्वास खो चुकी होती हैं। उन्हें ईश्वर और मानव पर पुनः भरोसा दिलाने के लिए मदद करने की आवश्यकता होती है जो समय लेता है। शुरू में उन्हें विश्वास नहीं होता किन्तु हम उनके साथ धीरज रखते और धीरे-धीरे उनके विश्वास को पुनः वापस लाते हैं।

सिस्टर पैट्रिसिया ने उन दुखद परिस्थितियों के बारे जानकारी दी जिसमें कई महिलाएँ केंद्र में आती हैं। उनमें से कई टूटे, बिखरे एवं भयभीत स्थिति में पहुँचते हैं किन्तु हम उनसे कहते हैं कि अगर आप वापस आ गये हैं तब केवल आकाश ही सीमा है और ईश्वर की कृपा से वे अपने स्वप्नों को साकार कर सकते हैं।

उन्होंने बतलाया कि आज इस केंद्र के माध्यम से कई महिलाएँ उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही हैं और कुछ लोग व्यवसाय कर रहे हैं किन्तु वे हमेशा हमसे मुलाकात करने आते हैं।

चिन्ह

सिस्टर ने बतलाया कि कई चुनौतियों में से एक चुनौती के रूप में ये लड़कियाँ अत्यधिक  का सामना करती हैं। उन्होंने कहा कि इसको दूर करने के लिए केंद्र में कार्यक्रम रखे गये हैं और सौभाग्य से, कई लोग समय के साथ अपने अतीत की बीती घटनाओं से बाहर निकल जाते हैं और एक नये जीवन की शुरूआत कर, सम्मान के साथ, अपना सिर उठाकर चलते हैं।

उन्होंने कहा, "हम हमेशा बढ़ावा देते हैं कि वे अपने आप पर भरोसा करें एवं आत्म-सम्मान रखें। अब कई लोगों के अपने घर हैं और वे नौकरी करते हैं। कई लोगों की शादी हो चुकी है और कई लोग समाज के अन्य लोगों से भी बेहतर जीवन व्यतीत कर रहे हैं। वे दूसरों की भी मदद कर रहे हैं।"

संत पापा फ्राँसिस

सिस्टर पैट्रिसिया ने कहा कि वे संत पापा फ्राँसिस के शब्दों से बहुत अधिक प्रभावित एवं प्रोत्साहित हैं, जिन्होंने बरम्बार कहा है कि मानव तस्करी मानवता के शरीर में एक गहरा घाव है। उन्होंने इसको दूर करने का आह्वान भी किया है।

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19 October 2019, 14:56