धन्य धर्मबहन मरियम त्रेसिया चिरामेल धन्य धर्मबहन मरियम त्रेसिया चिरामेल 

धन्य मरियम त्रेसिया - भारत की अगली संत

पवित्र परिवार धर्मसमाज की सुपीरियर जनरल, सिस्टर उदया बताती हैं कि उनकी बहनें रविवार को अपने संस्थापिका, धन्य मरियम त्रेसिया के संत घोषणा समारोह की तैयारी कर रही हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार 12 अक्टूबर 2019 (वाटिकन न्यूज) : काथलिक कलीसिया के लिए रविवार 13 अक्टूबर 2019 एक विशेष दिन है, इस दिन संत पापा फ्राँसिस प्रातः 10.15 बजे वाटिकन के संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में समारोही ख्रीस्तयाग के दौरान, पांच नये संतों की घोषणा धर्मविधि सम्पन्न करेंगे। जिनमें से एक भारत के पवित्र परिवार की धर्मबहनों के धर्मसंध की संस्थापिका धन्य धर्मबहन मरियम त्रेसिया चिरामेल मनकीदियान हैं।

अन्य चार, ब्रिटेन के कार्डिनल धन्य जॉन हेनरी न्यूमन और इटली की धन्य धर्मबहन जुसेप्पिना वान्नीनी,  ब्राजील की धन्य धर्मबहन दोलचे लोपेस पोंतेस और  स्विटजरलैंड की धन्य मार्गरिता बेस हैं।

संस्थापिका धन्य धर्मबहन मरियम त्रेसिया चिरामेल

धर्मबहन मरियम त्रेसिया का जन्म 26 अप्रैल 1876 को केरल के पुथेनचिरा, त्रिशूर में हुआ था। 14 मई 1914 में उन्होंने त्रिशूर में पवित्र परिवार की धर्मबहनों के धर्मसमाज की स्थापना की थी। आठ जून, 1926 को 50 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया था। संत पापा जॉन पॉल द्वितीय ने 9 अप्रैल, 2000 को उन्हें ‘धन्य’ घोषित किया था। रविवार 13 अक्टूबर को संत घोषणा के बाद वे छठी भारतीय होंगी जिन्हें भारतीय काथलिक संत के रूप में पहचाना जाएगा।

वाटिकन दस्तावेज के अनुसार पवित्र परिवार धर्मसमाज की संस्थापिका ने तीन नए कॉन्वेंट, दो स्कूल, दो हॉस्टल, एक स्टडी हाउस और एक अनाथालय का निर्माण किया था। 8 जून 1926 को उनकी मृत्यु के समय, धर्मसमाज में 55 धर्महनें, 30 बेघर और 10 अनाथ थे। यह कहा गया है कि पवित्र परिवार  धर्मसमाज में 1,500 से अधिक धर्मबहनें हैं जिन्होंने केरल में, उत्तर भारत के मिशन क्षेत्रों में, जर्मनी, इटली और घाना में, कुल 176 कोन्वेंटों में रहकर सेवा दे रही हैं।

धन्य मरियम त्रेसिया को दूसरे चमत्कार के लिए संत घोषित किया जा रहा है। ये चमत्कार था एक बीमार बच्चे, क्रिस्टोफर का चमत्कारी तरीके से ठीक हो जाना। इसकी उत्पत्ति की जांच की गई और बाद में रोम में 24 जून 2014 को औपचारिक मान्यता प्राप्त की गई। मार्च 2018 में रोम में मेडिकल बोर्ड से इसकी पुष्टि हुई और धर्मशास्त्रियों ने बाद में अक्टूबर 2018 में इसकी पुष्टि की। संत पापा फ्राँसिस द्वारा 12 फरवरी 2019 को इस चमत्कार को मंजूरी दिये जाने पर मरियम त्रेसिया के संत घोषित किए जाने को मंजूरी दे दी गई।

रोम में कार्यक्रम

पवित्र परिवार धर्मसमाज की सुपीरियर जनरल, सिस्टर उदया ने वाटिकन रेडियो को बताया कि शनिवार, 12 अक्टूबर को शाम 4 बजे रोम में संत मरिया मेजर महागिरजाघर में एक जागरण प्रार्थना का आयोजन किया है। इसमें शामिल होने वालों में विश्व के सिरो-मालाबार काथलिक कलीसिया के तीर्थयात्री और अन्य श्रद्धालु शामिल होंगे। 

संत पापा फ्राँसिस रविवार को प्रातः 10.15 बजे वाटिकन के संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में समारोही ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए आधिकारिक रुप से पांच संतों की घोषणा धर्मविधि सम्पन्न करेंगे।

संत घोषणा के बाद सोमवार, 14 अक्टूबर को संत अनस्तासिया महागिरजाघर में धन्यवादी पवित्र मिस्सा समारोह सम्पन्न किया जाएगा।  

भारत में कार्यक्रम

भारत के केरल में मरियम त्रेसिया के तीर्थस्थान पर सेवानिवृत्त अपोस्टोलिक नूनियो, महाधर्माध्यक्ष जॉर्ज पानिकुलम की अध्यक्षता में रविवार को ख्रीस्तयाग समारोह होगा। इसके बाद वहाँ एक वीडियो लिंक के माध्यम से रोम में संत घोषणा समारोह में भाग लेंगे।

धर्मसमाज ने 16 नवंबर को मरियम त्रेसिया के तीर्थालय में धन्यवादी मिस्सा समारोह अनुष्ठान करने की योजना बनाई है।

सिस्टर उदया ने बताया कि बाहरी तैयारी से अधिक, उनकी बहनें परिवार के लिए उदारता के ठोस कार्यों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही हैं जैसे कि आवास परियोजनाएं, शादी में आर्थिक रुप से मदद करना, छात्रों, बीमारों और अन्य लोगों की जरुरत अनुसार मदद करना। उन्होंने कहा कि वे उदार कार्यों में संत घोषणा समारोह से 4 गुना ज्यादा निवेश कर रही हैं।

नवभारत टाइम्स अनुसार पिछले महीने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सिस्टर त्रेसिया का उल्लेख किया था। उन्होंने कहा था कि यह हर भारतीय के लिये गौरव का विषय है कि आगामी 13 अक्टूबर को पोप फ्राँसिस उन्हें संत घोषित करेंगे।

वाटिकन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल

वाटिकन सिटी में रविवार को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन करेंगे। विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी। इसके अनुसार मुरलीधरन सिस्टर मरियम त्रेसिया को संत घोषित करने के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिये 12 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक वाटिकन सिटी की दो दिवसीय यात्रा करेंगे।

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12 October 2019, 16:59