कलीसिया से समर्थन की खोज में फिलीपींस के युवा
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
युवाओं को समर्पित इस साल के सम्मेलन का आयोजन संत थॉमस विश्वविद्यालय में किया गया था। यह सम्मेलन फिलीपींस में काथलिक कलीसिया की स्थापना की 500वीं जयन्ती मनाने की 9 सालों की तैयारी का हिस्सा भी है जिसको 2021 में मनाया जाएगा।
मनिला के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल लुईस अंतोनियो ताग्ले ने 2013 में सम्मेलन का उद्घाटन 2021 के शताब्दी समारोह में नए सुसमाचार प्रचार के आह्वान पर स्थानीय कलीसिया की प्रतिक्रिया के रूप में किया है।
जयन्ती की तैयारी के 6वें साल में सम्मेलन का आयोजन 19-21 जुलाई को सम्पन्न हुआ जिसमें काथलिकों को याद दिलाया गया कि सच्चाई की खोज में युवाओं की मदद की जाए।
युवाओं का साथ
इस साल सम्मेलन की विषयवस्तु थी, "फिलीपींस के युवा येसु के साथ चलते हुए", जिसमें फिलीपींस के युवाओं के विश्वास एवं आध्यात्मिक जीवन को सुदृढ़ करने पर विचार किया गया।
डाएट के धर्माध्यक्ष रेक्स अट्रू अलारकोन ने बुजूर्गों से अपील की कि वे युवाओं को उनके सवालों का जवाब ढूँढने एवं नैतिक जीवन जीने हेतु अपने लिए एक मॉडल को पाने में उनकी मदद करें।
उन्होंने कहा कि यद्यपि बुजूर्ग युवाओं के सभी सवालों का जवाब नहीं दे सकते फिर भी उन्हें यह एहसास करा सकना चाहिए कि वे सच्चाई एवं ईश्वर की खोज में युवाओं के साथ हैं।
स्वस्थ या रोगी?
अनेक लोगों ने तीन दिवसीय इस सेमिनार में साक्ष्य दिया।
वॉलीबॉल खिलाड़ी सिसी रोंडीना ने बतलाया कि वह चिंता से कैसे निपटती हैं, युवा हमेशा एक मानसिक स्वास्थ्य के मामले की शिकायत करते हैं। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना करने के बाद चंगाई की शक्ति को महसूस किया था।
कार्डिनल ताग्ले ने मानसिक स्वास्थ्य के सवाल पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति कुछ समय के लिए अकेलापन और निराशा महसूस करे तो इसका अर्थ नहीं है कि वह मानसिक रूप से असक्षम है।
उन्होंने कहा कि निराशा का सामना कर सकना मानसिक रूप से स्वास्थ्य होने का चिन्ह है।
कार्डिनल ताग्ले की आशा है कि सम्मेलन के समापन पर, हम सभी युवाओं, कलीसिया, समाज, सृष्टि एवं येसु के साथ चलेंगे और बातें करेंगे।
दूसरों का स्वागत
रविवार को सम्मेलन के समापन के ख्रीस्तयाग में कार्डिनल ने दूसरों का स्वागत करने पर जोर दिया क्योंकि वे ईश्वर के प्रतीक हैं।
ख्रीस्तयाग के अंत में उन्होंने धर्माध्यक्षों एवं पुरोहितों समेत सभी विश्वासियों से कहा कि वे अपना मोबाईल फोन लेकर अपने परिवारों और मित्रों को फोन पर यह संदेश दें, "येसु के साथ जीवित रहें, ख्रीस्त जीवित हैं।"
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