अमाजोन के लिए सिनॉड ˸ इंस्त्रुमेंतुम लाबोरिस प्रकाशित
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, मंगलवार, 18 जून 2019 (रेई)˸ सिनॉड की तैयारी के लिए प्रकाशित दस्तावेज इंस्त्रुमेंतुम लाबोरिस के केंद्र में अमाजोन की आवाज है जो कलीसिया से आग्रह कर रही है कि सभी लोगों तक पहुँचने के लिए उन्हें अपने साथ जोड़े, विशेषकर, गरीबों तक पहुँचने के लिए जो अपने जीवन में पूर्णता एवं मानव प्रतिष्ठा की खोज कर रहे हैं।
दस्तावेज सोमवार 17 जून को सिनॉड के महासचिवालय द्वारा प्रकाशित किया गया। यह सुनने की प्रक्रिया द्वारा तैयार की गयी है जिसकी शुरूआत संत पापा फ्राँसिस की 2018 में पेरू के पोएरतो माल्दोनादो की यात्रा से हुई थी। इस कार्य को पूरे अमाजोन प्रांत के साथ सलाह-मशविरा करने तथा विगत मई माह में पूर्व सिनॉडल समिति की दूसरी सभा द्वारा अंतिम रूप दिया गया है।
ईश्वर को सुनें ताकि उसके द्वारा हम लोगों की आवाज को सुन सकें, उनकी चाह में सांस ले सकें जिसके लिए ईश्वर ने हमें बुलाया है।
अमाजोन दक्षिण अमरीका के केंद्र में 7.8 मिलियन वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है। इसमें नौ अलग-अलग देश आते हैं, ब्राजील, बोलिविया, पेरू, इक्वाडोर, कोलोम्बिया, बेनेजुएला, ग्याना, सुनीनामे और फ्रेच ग्याना। इसका 5.3 मिलियन वर्ग किलोमीटर वर्षावन दुनिया में सबसे बड़ा है और यह ग्रह के लिए ताजे पानी, ऑक्सीजन और जैव विविधता का एक अपूरणीय स्रोत है।
पान अमाजोन क्षेत्र में सिनॉड की तैयारी के दस्तवेज को अनुमोदन
"अमाजोन की आवाज"-यह दस्तावेज के पहले भाग का शीर्षक है तथा यह इस क्षेत्र एवं इसके लोगों की वास्तविकता से परिचय कराता है। यह जीवन एवं जल के बीच संबंध पर प्रकाश डालता है एवं वहाँ बहने वाली नदियों की ओर ध्यान आकृष्ट करता है। यह न केवल क्षेत्र की वनस्पति और जीव के लिए बल्कि आदिवासी, अल्पसंख्यक एवं किसान समुदाय के हजारों लोगों की जीविका, संस्कृति एवं आध्यात्मिकता के लिए भी महत्वपूर्ण है।
जीवन को खतरा
अमाजोन की आबादी के मौलिक मानवाधिकारों के व्यवस्थित उल्लंघन से अमाज़ोन में जीवन को पर्यावरण विनाश और शोषण का खतरा है, खासकर, आदिवासी लोगों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है, जिसमें उनकी जमीन, खुद निर्णय लेने, भूमि के परिसीमन, परामर्श और पूर्व सहमति के अधिकारों से उन्हें वंचित किया जा रहा है।
जिन समुदायों ने सिनॉड की तैयारी हेतु सुनने की प्रक्रिया में भाग लिया था उनका जीवन उस क्षेत्र के आर्थिक एवं राजनीतिक लाभ उठाने वालों के द्वारा खतरे में है विशेषकर, खान कम्पनियों के द्वारा।
पृथ्वी एवं गरीबों की पुकार
दस्तवेज के दूसरे भाग में अभिन्न पारिस्थितिकी के मुद्दों एवं सुझावों पर विवेचना की गयी है। स्थानीय कलीसिया के रिपोर्ट अनुसार आज अमाजोन घायल एवं विकृत है यह दर्द एवं हिंसा का स्थान बन गयी है।
हिंसा, अव्यवस्था एवं भ्रष्टाचार अनियंत्रित हैं। यह क्षेत्र संघर्ष और लोगों, संस्कृतियों और पीढ़ियों के विनाश का स्थान बन गया है। यहाँ लोगों को मजबूरी में अपना घर छोड़ना पड़ता है। वे बहुधा अपराधियों के जाल में फंसाये जाते हैं, नशीली पदार्थों एवं मानव तस्करी (खासकर महिलाएँ), बाल श्रम एवं वैश्यवृति के शिकार बनते हैं। यह दुःखद किन्तु जटिल सच्चाई है जो कानून और अधिकार के दायरे से परे है।
आशा एवं अच्छे जीवन का क्षेत्र
अमाजोन के मूल निवासियों के पास देने के लिए बहुत कुछ है। उन्होंने हजारों वर्षों से अपने जल, जंगल और जमीन की रक्षा की है और उसे आज तक बचाये रखा है ताकि मनुष्य ईश्वर की सृष्टि के मुफ्त वरदान का लाभ उठा सके। पूर्वजों के विवेक पर सुसमाचार प्रचार के नये रास्तों को खोला जा सके, जिसमें ईशवचन के बीज प्रस्फूटित हो।
अमाजोन में सिनॉड अमाजोन के लोगों एवं मानवता के लिए आशा का चिन्ह है।
महिलाओं की भूमिका
महिलाओं के लिए किस तरह की प्रेरिताई दी जाए इसपर विचार करना अब भी बाकी है क्योंकि अमाजोन की कलीसिया में आज भी महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं।
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