एशियाई धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के संघ की बैठक,  18.01.2019 एशियाई धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के संघ की बैठक, 18.01.2019  

कार्डिनल बो ने किया धार्मिक चरमपंथ को रोकने का आह्वान

म्यानमार के काथलिक धर्माधिपति कार्डिनल चार्ल्स माऊँग बो ने कहा है कि एशियाई महाद्वीप में धार्मिक चरमपंथ को रोकने के लिये शांति, पुनर्मिलन और अहिंसा के प्रचार की नितान्त आवश्यकता है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

बैंकॉक, शुक्रवार, 7 जून 2019 (ऊका न्यूज़.कॉम): म्यानमार के काथलिक धर्माधिपति कार्डिनल चार्ल्स माऊँग बो ने कहा है कि एशियाई महाद्वीप में धार्मिक चरमपंथ को रोकने के लिये शांति, पुनर्मिलन और अहिंसा के प्रचार की नितान्त आवश्यकता है।

विगत दिनों एशियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के संघ के प्रतिनिधि धर्माध्यक्ष, पुरोहित एवं लोकधर्मी "बाईबिल तथा एशिया में सुसमाचार प्रचार" विषय पर आयोजित एक शिखर सम्मेलन में भाग लेने हेतु बैंकॉक में एकत्र हुए थे।

प्रतिशोध और हिंसा के बहिष्कार का आग्रह

कार्डिनल बो ने एशियाई काथलिक कलीसिया के प्रतिनिधियों के समक्ष अहिंसा के प्रेरित कहे जानेवाले महात्मा गाँधी का उदाहरण रखा। उन्होंने कहा कि प्रतिशोध का बहिष्कार कर महात्मा गाँधी कहा करते थे कि "आँख के बदले आँख सम्पूर्ण दुनिया को अंधा बना देती है"। श्री लंका में ईस्टर महापर्व के दिन हुए नरसंहार की याद कर उन्होंने कहा, "सघन तनाव और राजनीतिक स्वार्थ के कारण ईसाई लोगों को बलि का बकरा बना दिया गया।"

हिंसा कायरों का काम

म्यान मार में याँगून के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल बो ने इस ओर ध्यान आकर्षित कराया कि ख़ुद उनके अपने देश में धार्मिक चरमपंथ ने हिंसा को प्रश्रय दिया है। नवम्बर 2017 में म्यानमार की यात्रा के अवसर पर कहे गये सन्त पापा फ्राँसिस के शब्दों का स्मरण दिलाते हुए उन्होंने कहा कि घृणा का उत्तर घृणा से देने के बजाय सभी लोग शांति के अस्त्र बनें।  

एशिया के काथलिकों का उन्होंने आह्वान किया कि वे लोगों के बीच शांति और आशा के दीप बनें। उन्होंने कहा, "हिंसा के आगे मौन रहने और भय खाने की आवश्यकता नहीं है बल्कि यही वे क्षण होते हैं जब काथलिकों और, विशेष रूप से, पुरोहितों को क्रूस मार्ग पर चलते हुए बुराई के शिकार बने लोगों की सहायता करनी चाहिये।"  

उन्होंने कहा, "हिंसा कायरों का काम है, जबकि अहिंसा और क्षमा उन लोगों का कोष है जो नैतिक और आध्यात्मिक रूप से मज़बूत होते हैं।"  

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07 June 2019, 11:36