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उत्तर और दक्षिण कोरिया को विभाजित करता मानचित्र उत्तर और दक्षिण कोरिया को विभाजित करता मानचित्र 

कोरियाई युद्ध की वर्षगांठ पर कलीसिया द्वारा शांति की अपील

कोरियाई काथोलिकों ने अपने धर्माध्यक्षों के साथ कोरियाई युद्ध की शुरुआत की 69 वीं वर्षगांठ के अवसर पर 25 जून को इमजिंगिंक में एक विशेष शांति मिस्सा का आयोजन किया था।

इमजिंगिंग, शनिवार 29 जून 2019 (वाटिकन न्यूज) :  कोरियाई काथलिक कलीसिया ने इस सप्ताह विभाजित प्रायद्वीप पर शांति हेतु विशेष प्रार्थना की। दक्षिण कोरिया के धर्माध्यक्ष और 20,000 काथलिकों ने 25 जून को एक विशेष यादगार मिस्सा समारोह में भाग लिया, जो कि उत्तर और दक्षिण कोरिया को विभाजित करने वाले क्षेत्र के समीप स्थित इमजिंगिंग के विश्व शांति पार्क में सम्पन्न हुआ।

कोरिया के बीच अभी भी युद्ध जारी है

द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में जापानी आत्मसमर्पण के बाद, 1945 में, अमेरिका और सोवियत संघ ने अनैतिक रूप से कोरियाई प्रायद्वीप को 38 वें समानांतर में विभाजित कर दिया था। हालांकि, जब चीन, ग्रेट ब्रिटेन और अमेरिका ने 1947 में प्रायद्वीप को फिर से संगठित करने की योजना की सिफारिश की, तो सोवियत संघ ने उत्तर पर कब्जा कर लिया, सहयोग करने से इन्कार कर दिया।

जल्द ही विभाजित प्रायद्वीप के बीच तनाव शुरु हुआ और उत्तर कोरिया ने 25 जून 1950 को दक्षिण कोरिया पर आक्रमण किया, तीन साल के संघर्ष के बाद 27 जुलाई, 1953 को एक युद्ध विराम संधि के साथ युद्ध समाप्त हो गया, लेकिन शांति संधि नहीं हो पायी। इसलिए दोनों पड़ोसी तकनीकी रूप से अभी भी युद्ध में हैं।

शांति और संवाद

उत्तर कोरिया में प्योंगयांग धर्मप्रांत के प्रेरितिक प्रशासक एवं सियोल के कार्डिनल एंड्रयू योम सू-जुंग ने कोरियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन और लोकधर्मियों की सुलह समिति द्वारा आयोजित पवित्र मिस्सा समारोह की अध्यक्षता की।

कार्डिनल योम ने मिस्सा की शुरुआत में वहाँ उपस्थित विश्वासियों को बताया कि संत पापा फ्राँसिस सहित पूरे काथलिक कलीसिया "हमारे दर्दनाक इतिहास में लगाए जाने वाले शांति के बीज के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।" पवित्र मिस्सा का विषय था “धन्य हैं वे जो मेल-मिलाप कराते हैं।” पवित्र मिस्सा में उन वीर शहीदों को भी याद किया गया जिन्होंने युद्ध के दौरान देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। उन परिवारों को भी याद किया गया जो युद्ध के कारण अपने परिवारों से लग हो गये और आज भी युद्ध की पीड़ा सह रहे हैं।

दोनों देशों के बीच सुलह

 1995 के बाद से, सियोल के मायोंगोंग महागिरजाघऱ में हर मंगलवार को कोरियाई लोगों के मेल-मिलाप और एकता के लिए एक पवित्र मिस्सा का अनुष्ठान किया जाता है।

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29 June 2019, 16:11