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वाटिकन प्रेस कार्यालय में  वाटिकन प्रेस कार्यालय में  

मोतू प्रोप्रियो पर कार्डिनल ओले, महाधर्माध्यक्ष शिक्लूना

सन्त पापा फ्राँसिस के मोतू प्रोप्रियो, "तुम संसार की ज्योति हो" पर परमधर्मपीठीय विश्वास एवं धर्मसिद्धान्त परिषद के अध्यक्ष कार्डिनल मार्क ओले एवं संयुक्त सचिव माल्टा के महाधर्माध्यक्ष चार्ल्स शिक्लूना ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में तथा वाटिकन न्यूज़ से बातचीत की।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 10 मई 2019 (रेई,वाटिकन रेडियो): सन्त पापा फ्राँसिस के मोतू प्रोप्रियो, "तुम संसार की ज्योति हो" पर परमधर्मपीठीय विश्वास एवं धर्मसिद्धान्त परिषद के अध्यक्ष कार्डिनल मार्क ओले एवं संयुक्त सचिव माल्टा के महाधर्माध्यक्ष चार्ल्स शिक्लूना ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में तथा वाटिकन न्यूज़ से बातचीत की।    

"तुम संसार की ज्योति हो" शीर्षक से प्रकाशित मोतू प्रोप्रियो यानि स्वप्रेरणा से रचित सन्त पापा फ्राँसिस का पत्र यौन दुराचार और हिंसा की रिपोर्टिंग के लिए नई प्रक्रियाएं स्थापित करता तथा यह सुनिश्चित्त करता है कि धर्माध्यक्ष एवं धर्मसमाज के प्रमुख दुराचारियों पर कार्रवाई करें तथा उसके प्रति जवाबदेह रहें।  

पारदर्शिता और जवाबदेही

संवाददाता सम्मलेन में, उक्त दस्तावेज़ की तैयारी में क्रियाशील रहे, महाधर्माध्यक्ष चार्ल्स शिक्लूना ने कहा कि यदि आप सचमुच में कलीसिया से प्रेम करते हैं, तो आपको दुराचार की शिकायत करनी चाहिये ताकि दुराचार के शिकार बने लोगों को यह आश्वासन मिल सके कि ज़िम्मेदार पदों पर आसीन कलीसियाई अधिकारी उनकी सुनते, उन्हें समर्थन देते तथा उनकी सहायता को तत्पर रहते हैं।    

महाधर्माध्यक्ष ने कहा, "उच्च से उच्च अधिकारी भी कानून से ऊपर नहीं है भले ही वह धर्माध्यक्ष, महाधर्माध्यक्ष अथवा कार्डिनल ही क्यों न हो।"

पारदर्शिता के सन्दर्भ में, महाधर्माध्यक्ष शिक्लूना ने कहा, "पारदर्शिता लोगों को अपराध के खुलासा हेतु सशक्त बनाने से आती है, इसमें लोगों द्वारा अपराध की जाँच करना भी शामिल होता है क्योंकि पारदर्शिता को केवल एक अच्छा शब्द मात्र नहीं रहना चाहिये बल्कि इसे ठोस नियमों में परिणत किया जाना ज़रूरी है।"

कार्डिनल ओले

मोतू प्रोप्रियो पर वाटिकन न्यूज़ से कार्डिनल मार्क ने कहा, "सन्त पापा फ्राँसिस के मोतू प्रोप्रियो "तुम संसार की ज्योति हो" को हम इस वर्ष फरवरी माह में सन्त पापा द्वारा वाटिकन में बुलाई गई, कलीसिया के वरिष्ठ धर्माधिकारियों की, बैठक का फल मान सकते हैं।" उन्होंने कहा, "यह दस्तावेज़ यौन दुराचार के प्लेग से निपटने के लिए नई और प्रभावी प्रक्रियाएँ स्थापित करता है।"

कार्डिनल महोदय ने कहा कि सन्त पापा फ्राँसिस का नवीनतम दस्तावेज़ कलीसिया के अनुशासनात्मक नियमों और प्रक्रियाओं में एक क्रान्तिकारी बदलाव लाता है जिसमें दुराचारों की रिपोर्ट करना लोगों के लिये आसान कर दिया गया है तथा धर्मसमाज प्रमुखों एवं धर्माध्यक्षों को किसी भी प्रकार के दुराचार और हिंसा की रिपोर्ट करने के लिये बाध्य किया गया है।  

कार्डिनल ने कहा कि इससे, "धर्माध्यक्षों को यह कदापि नहीं समझना चाहिये कि उनपर अनवरत नज़र रखी जा रही है या यह कि वे सदैव निरीक्षण में हैं अथवा उनपर सन्देह किया जा रहा है।" उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि पुरोहितों एवं धर्मबहनों के समान ही लगभग सभी धर्माध्यक्ष येसु के आदेशों का पालन करते हुए अपने दैनिक जीवन में सुसमाचार का साक्ष्य प्रदान करते हैं,  तथापि, जहाँ किसी भी प्रकार की समस्या है उसका समाधान पाना भी हमारा दायित्व है।"

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10 May 2019, 11:16