कार्डिनल फिलोनी कार्डिनल फिलोनी 

थाईलैंड की कलीसिया की स्थापना की 350वीं जयन्ती

जब सियाम अपोस्तोलिक विकारिएट की स्थापना हुई, यह कोचीन की अपोस्तोलिक विकारिएट से ली गयी थी, तब वहाँ आधिकारिक रूप से काथलिक कलीसिया की स्थापना हुई थी, जो आज थाईलैंड कहलाती है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 16 मई 2019 (वाटिकन न्यूज)˸ लोकधर्मियों के सुसमाचार प्रचार हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल फेरनांदो फिलोनी बृहस्पतिवार को थाईलैंड के लिए रवाना हुए जो सियाम के अपोस्तोलिक विकारियेट की स्थापना (1669-2019) की 350वीं जयन्ती समारोह में भाग लेंगे। इसे आधिकारिक रूप से दक्षिण एशिया में ख्रीस्तीय धर्म की शुरूआत भी मानी जाती है। कार्डिनल फिलोनी 17 मई को मरियम के स्वर्गोदग्रहण महागिरजाघर का दौरा करेंगे जहाँ वे देश के धर्माध्यक्षों से मुलाकात करेंगे।

शनिवार को वे सामप्राम जायेंगे जो बैंकॉक से 30 किलोमीटर पश्चिम में है। वे वहाँ सियाम के प्रेरितिक विकारिएट की 350वीं जयन्ती समारोह का ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे।

उसी दिन दोपहर को वे पुरोहितों, धर्मसमाजियों, गुरूकुल छात्रों एवं प्रचारकों से धन्य फादर निकोलास बूनकेर्ड कितबाम्रंग को समर्पित गिरजाघर में मुलाकात करेंगे।

रविवार 19 मई को कार्डिनल फिलोनी कियांग माई जायेंगे जो थाईलैंड के उत्तर में स्थित है जहाँ आदिवासी लोगों की बहुलता है। वहाँ लान्ना और अक्खा जाति के आदिवासी उनका स्वागत करेंगे। वहाँ भी वे पुरोहितों, धर्मसमाजियों एवं गाँव के वरिष्ठ नेताओं से भेंट करेंगे और संध्या को ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे।

अगले दिन सोमवार को वे माईपोर्न मिशनरी गाँव में कारेन जाति के लोगों से मिलेंगे तथा ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे।

21 मई को कार्डिनल संत जोसेफ गिरजाघर एवं पुर्तगाली गाँव अयूथाया का दौरा करेंगे जहाँ मिशनरियों ने सुसमाचार का बीज पहली बार बोया था जो उन दिनों सियाम की राजधानी थी।

उसके बाद कार्डिनल फिलोनी प्राचीन शहर के ऐतिहासिक खंडहरों का दौरा करें, जिसमें महत्वपूर्ण काथलिक और बौद्ध अवशेष हैं।

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16 May 2019, 17:18