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विश्व यवा दिवस में भारत के युवा प्रतिनिधि विश्व यवा दिवस में भारत के युवा प्रतिनिधि 

विश्व युवा दिवस ने विश्वास को सुदृढ़ किया, भारतीय प्रतिनिधि

पनामा में आयोजित विश्व युवा दिवस, विश्वास को मजबूत करने का एक सुन्दर अवसर था। यह बात विश्व युवा दिवस में भाग लेने वाले भारत के प्रतिनिधि फादर अरपूथराज ने कही।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

तमिलनाडु के पोंडिचेरी एवं कुद्दालोर महाधर्मप्रांत के युवा संचालक फा. अरपूथराज ने मैट्रर्स इंडिया से कहा, "विश्व युवा दिवस में भाग लेना मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात थी। यह मेरे लिए सचमुच कृपा का समय था। यह ईश्वर की कृपा से पूर्ण आनन्द और स्मृति का वक्त था। मेरे लिए यह एक अनोखा अवसर था जब संत पापा फ्राँसिस के साथ व्यक्तिगत मुलाकात करने का मौका मिला। एक ऐसा अवसर जब मैंने ईश्वर में अपने विश्वास को सुदृढ़ किया तथा विभिन्न देशों के लोगों से दोस्ती की। मैंने इस अवसर के द्वारा विश्व व्यापी कलीसिया में एक-दूसरे के साथ सौहार्द से रहना सीखा।"   

उन्होंने बतलाया कि उन दिनों संत पापा के साथ-साथ 150 से अधिक देशों के लगभग 8,00,000 युवा तीर्थयात्रियों के साथ भावनाओं का आदान प्रदान हुआ। पनामा में विश्व युवा दिवस 22 से 27 जनवरी तक आयोजित किया गया था। जिसकी विषयवस्तु थी, "मैं प्रभु की दासी हूँ, आपका कथन मुझ में पूरा हो जाए।" (लूक. 1:38)

विश्व युवा दिवस में भारत के कुल 56 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उनका स्वागत पनामा वासियों ने नृत्य एवं संगीत के साथ किया।

फादर अरपूथराज ने कहा, "इसने घंटों की हमारी यात्रा के थकान को दूर कर दिया। पनामा के लोगों का स्नेह, आतिथ्य सत्कार तथा मेजबान परिवारों ने मुझे ईश्वर के लोगों के भाईचारा एवं एकात्मता की भावना को समझने में मदद दिया। वहाँ के लोग मेहमाननवाज और उदार हैं। वे अपनी संस्कृति एवं परम्पराओं, खासकर, संगीत के लिए गर्व महसूस करते हैं। 

उन्होंने बतलाया कि विश्व युवा दिवस के दौरान कई कार्यक्रम एवं क्रिया-कलाप रखे गये थे जिसका उद्घाटन संत पापा फ्राँसिस के साथ ख्रीस्तयाग द्वारा किया गया। वहाँ मेल-मिलाप संस्कार, युवा महोत्सव, बुलाहट मेला, विश्वास जूलूस, क्रूस का रास्ता, जागरण प्रार्थना, प्रदर्शनी, वाद-विवाद, प्रत्येक देश से संस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति तथा पवित्र मिस्सा आदि का आयोजन किया गया था।

फादर अरपूथराज ने बतलाया कि सभी कार्यक्रम रूचिकर एवं प्रेरणादायक थे। उन्होंने ईश्वर को धन्यवाद दिया कि उन्हें विभिन्न संस्कृतियों एवं विभिन्न देशों के लोगों से मिलने का मौका मिला। इस अनुभव ने युवाओं के संचालन हेतु उनके मिशन को समृद्धि प्रदान की।

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07 February 2019, 16:47