कार्डिनल पीटर टर्क्सन  संत मदर तेरेसा आवास कोलकाता में कार्डिनल पीटर टर्क्सन संत मदर तेरेसा आवास कोलकाता में 

हमें बीमारों के प्रति दया और सहानुभूति रखनी है, कार्डिनल टर्कसन

“बीमारों की सेवा में खुद को देना, उनकी देखभाल करना एवं उनके प्रति सहानुभूति रखना चाहिए।” यह बात समग्र मानव विकास हेतु गठित परमधर्मपीठ के अध्यक्ष कार्डिनल पीटर टर्क्सन ने कही। वे कोलकाता में विश्व रोगी दिवस का अंतरराष्ट्रीय समारोह में भाग ले रहे हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

कोलकाता, सोमवार 11 फरवरी 2019 (वाटिकन न्यूज) : काथलिक कलीसिया 11 फरवरी को लूर्द का माता मरियम का त्योहार मनाती है। आज 27वां विश्व रोगी दिवस भी है। विश्व रोगी दिवस का समारोह इस वर्ष कोलकाता में मनाया जा रहा है और इसकी शुरुआत दो दिन पूर्व कोलकाता में दो दिवसीय धार्मिक प्रेरितिक आत्मचिंतन और बीमार एवं लाचार लोगों के लिए करुणा के कार्यो का आयोजन किया गया। 

विश्व रोगी दिवस की स्थापना, संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने 13 मई 1992 को लूर्द की माता मरियम के पर्व के दिन 11 फरवरी को किया था। इसका उद्देश्य था रोगियों तथा उनकी देखभाल करने वालों की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना एवं मानवीय पीड़ा को कम करने का प्रयास करना। इस वर्ष इसकी विषयवस्तु है, "तुम्हें मुफ्त में मिला है मुफ्त में दे दो।" (मती. 10:8).

कार्डिनल टर्कसन का संदेश

9 फरवरी को  मानव विकास हेतु गठित परमधर्मपीठ के अध्यक्ष कार्डिनल पीटर टर्कसन संत जेवियर्स कॉलेज में दुनिया भर के स्वास्थ्य देखभाल के राष्ट्रीय प्रतिनिधि मंडल के 150 प्रतिनिधियों और करीब 150 स्थानीय लोगों को संबोधित किया।

उन्होंने कहा, "हमारी देखभाल की संवेदनशीलता, जो हर किसी को प्रभावित करती है, हमें यह पहचानने में मदद करती है कि हमें दुश्मन और अजनबियों के रूप में एक-दूसरे के बगल में नहीं खड़ा होना चाहिए, लेकिन स्वतंत्र रुप हम एक दूसरे को एकीकृत और समर्थन दे सकते हैं।"

मसीह को बीमारों में देखना

सम्मेलन में कार्डिनल टर्कसन ने कहा कि "मसीह को बीमारों में देखना", कलीसिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण "खजाना" है। क्योंकि खुद ईश्वर मानव दुःख को साझा करते हैं।" कलीसिया दया के कार्य संपन्न करने के लिए बुलाई गई है। "हम सभी को ईश्वर का असीम प्रेम प्राप्त हुआ है और इसी प्रेम को हमें दूसरों तक पहुंचाना है। कार्डिनल टर्कसन ने संत कमील डी लेलिस का उदाहरण देते हुए कहा कि संत कमील बीमारों की देखभाल के सबसे प्रभावी तरीके का सुझाव देते थे। “जिन हाथों से रोगियों की सेवा करते हो, उसमें ज्यादा से ज्यादा प्यार और हृदय को रखो! यह हमारी आशा और हमारी इच्छा भी है: माता मरिया रोगियों का दिलासा, इस प्रयास में हमारी सहायता करें।”

आज 11 फरवरी को कोलकाता से 55 किलोमीटर दूर माता मरियम के तीर्थालय, बंडेल में पवित्र मिस्सा समारोह सम्पन्न हुआ इसके अधिष्ठाता संत पापा फ्राँसिस के विशेष दूत बांग्लादेश के कार्डिनल पैट्रिक डी रोजारियो थे। मिस्सा के बाद रोगियों के संस्कार और विशेष प्रार्थना के साथ विश्व रोगी दिवस 2019 का अंतरराष्ट्रीय समारोह समाप्त हुआ। 

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11 February 2019, 16:01