काथलिकों ने आतंकवादी हमले के सैनिकों को शोक व्यक्त किया
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
भारत, शनिवार 16 फरवरी 2019 (वाटिकन न्यूज) : 14 फरवरी को एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी एक कार को पारामिलिट्री पुलिस के श्रीनगर ले जाने वाली बस से भिड़ा दिया, जिसमें 44 सैनिकों की मौत हो गई।
भारत के काथलिकों ने देश के अर्धसैनिक पुलिस पर घातक आतंकवादी हमले की निंदा की है और उन परिवारों के लिए अपनी संवेदना व्यक्त की है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया।
एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी एक वाहन को भारत प्रशासित कश्मीर के मुख्य शहर श्रीनगर में केंद्रीय रिजर्व फ़ोर्स पुलिस की एक बस से टक्कर मार दिया। बस लगभग 70 वाहनों के काफिले का हिस्सा थी, जो लगभग 2,500 सैनिकों को आराम क्षेत्र में ले जा रही थी।
पाकिस्तान स्थित इस्लामिक आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
सीआरपीएफ भारतीय सेना के साथ कश्मीर में 30 साल के विद्रोह को रोकने के लिए काम कर रहा है। भारत और पाकिस्तान के बीच दशकों से चली आ रही दुश्मनी के बीच कश्मीर मुस्लिम बहुल इलाका है।
भारतीय धर्माध्यक्ष
भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के (सीबीसीआई) के महासचिव धर्माध्यक्ष थेओदोर मस्कारेन्हास ने वाटिकन संवाददाता रोबिन के साथ हुए साक्षात्कार में 14 फरवरी के हमले को "नासमझ हिंसा" बताया।
उन्होने कहा, "यह हमारे लिए भारत में बहुत दुखद दिन है। यह उन 44 और अधिक परिवारों के लिए एक दुखद दिन है, जिन्होंने अपने जवान बेटों को खोया है साथ ही हम घायल हुए जवानों के लिए भी दुखित हैं।”
भारतीय धर्माध्यक्ष राष्ट्र के उस दर्द को महसूस कर रहे हैं क्योंकि "जो कभी नहीं होना चाहिए था, देश उस पीड़ा से गुजर रहा है।"
सीबीसीआई महासचिव ने चेतावनी दी कि "हिंसा से किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है और हिंसा से हिंसा ही बढ़ेगी।"
उन्होंने कहा, "जितना जल्द हो सके, कठोर दिल वाले लोग आत्मघाती बमों से निर्दोष लोगों को मारना बंद कर दें, उतना ही बेहतर होगा।" भारतीय धर्माध्यक्ष पूरे देश के लिए, शोक संतप्त परिवारों के लिए प्रार्थना करते हैं, साथ ही, वे यह भी प्रार्थना करते हैं कि देश में शांति बनी रहे और इस "नासमझ हिंसा" में कोई और जान न जाए।
सीबीसीआई का बयान
सीबीसीआई वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक अलग बयान में, भारतीय धर्माध्यक्षों ने "कश्मीर में हमारे सैनिकों पर नृशंस और कायरतापूर्ण हमले" की निंदा की।
सीबीसीआई ने बयान में कहा, "भारत की काथलिक कलीसिया हमारे सैनिकों की मृत्यु का शोक मनाती है, जिन्होंने अपने प्राणों का बलिदान दिया है।"
धर्माध्यक्षों ने कहा कि "वे उन परिवारों के समीप हैं जिन्होंने अपने प्रिय बेटों को खो दिया है और उनके लिए "इस कठिन और दुखद क्षण में" सांत्वना पाने हेतु ईश्वर से प्रार्थना करते हैं।
धर्माध्यक्षों ने बहादुर सैनिकों की आत्माओं को सर्वशक्तिमान ईश्वर के प्यार भरे आलिंगन में सौंप दिया और उन्हें ईश्वर अनंत शांति प्रदान करें।
यह कहते हुए कि "हिंसा से कभी भी किसी भी मुद्दे का समाधान नहीं हो सकता है," भारतीय धर्माध्यक्षों ने शांति और सद्भाव के लिए और अपने प्रिय राष्ट्र के लिए प्रार्थना की है कि ईश्वर इस गंभीर क्षण में विवेक से कार्य की कृपा दें।
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