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सीरिया में पढ़ाई करते विद्यार्थी सीरिया में पढ़ाई करते विद्यार्थी 

हमें मालूम हो गया है कि हम अकेले नहीं हैं, सीरिया के विद्यार्थी

काथलिक उदारता संगठन की मदद से सीरिया के करीब 300 विद्यार्थी युद्धग्रस्त क्षेत्र में पढ़ाई कर पा रहे हैं।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

सीरिया, बृहस्पतिवार, 10 जनवरी 19 (जेनित)˸ काथलिक उदारता संगठन की मदद से युद्धग्रस्त क्षेत्र के करीब 300 विद्यार्थी अपनी कॉलेज की पढ़ाई कर रहे हैं।

ख्रीस्तीय छात्रा सांद्रा सतमेह ने "एड टू द चर्च इन नीड" (आवश्यकता में कलीसिया द्वारा सहायता) के बारे बताया कि यह संगठन युद्ध से प्रभावित परिवारों के लिए अमूल्य सहायता प्रदान कर रहा है।

उन्होंने कहा, "यह हमारे परिवारों के लिए बहुत बड़ी सहायता है क्योंकि हमारे पास न खाने के लिए और न ही घर का किराया चुकाने के लिए पर्याप्त रकम है।"

2011 में जब से सीरिया में संघर्ष शुरू हुआ है एसीएन ने स्कूलों एवं विश्व विद्यालयों की मदद हेतु 3.2 मिलियन यूरो प्रदान किया है।  

 विद्यार्थियों को सहायता

विश्वविद्यालय के विद्यार्थी पास्कल नापकी ने कहा, "विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को सहायता देने के लिए उदार संगठन को धन्यवाद।" इससे हमें अपनी पढ़ाई पूरी करने की प्रेरणा मिलती है और साथ ही उन लोगों की मदद करने में मदद मिलती है, जिन्हें होम्स में सबसे ज्यादा जरूरत है।

सिविल इंजीनियरिंग के छात्र अनाघेम टैनस ने भी जोर देकर कहा कि शिक्षा किस तरह युद्ध से तबाह हुए क्षेत्रों में ख्रीस्तीयों की मदद कर रही है। उन्होंने कहा, "होम्स के लोगों को बहुत अधिक दुःख सहना पड़ा है और कई परिवारों ने युद्ध में सब कुछ खो दिया है। अपनी पढ़ाई जारी रखने में सक्षम होने के कारण मुझे इन वर्षों में आशावादी बनने और खुश रहने में मदद मिली है। अब मैं अपने ज्ञान को गहरा करने और अपने देश के अन्य लोगों की मदद करने में सक्षम होना चाहता हूँ।"

सोफ्टवेयर इंजीनियर 21 वर्षीय विस्साम सालोम ने कहा, "मैं चौथे वर्ष का छात्र हूँ। उम्मीद है कि मैं अगले साल स्नातक पूरा कर लूँगा किन्तु मैं अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहता हूँ ताकि युद्ध में भेजे जाने से बच सकूँ।"

एक सीरियाई युवक को 18 साल के बाद सैनिक सेवा में भर्ती होना अनिवार्य है किन्तु उन लोगों को इससे छूट है जो परिवार में अकेले हैं अथवा पढ़ाई कर रहे हैं।

एड टू द चर्च इन नीड

सालोम ने कहा, "आपकी सहायता के लिए कोटिशः धन्यवाद। हमारे लिए कई लोग कठिनाइयाँ झेल रहे हैं किन्तु आपने हमारी मदद करने में कभी कमी नहीं की।"

एड टू द चर्च इन नीड एक परमधर्मपीठीय फाऊँडेशन है जो सीधे रूप में परमधर्मपीठ के अधीन है। यह काथलिक फाऊँडेशन उन विश्वासियों की मदद करता है जो अत्याचार के शिकार हैं अथवा उपेक्षित हैं। यह उन्हें सूचना, प्रार्थना अथवा कार्य के माध्यम से सहायता प्रदान करता है।

एड टू द चर्च इन नीड की स्थापना सन् 1947 में फादर वेरेनफ्रेड वान स्ट्राटेन के द्वारा हुई है जिनको संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने "उदारता के एक उत्कृष्ट प्रेरित" की संज्ञा दी थी। यह संस्था इस समय विश्व के 140 देशों में कार्यरत है।

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10 January 2019, 13:29