संघर्ष में फंसे दक्षिण सुडान के युवा संघर्ष में फंसे दक्षिण सुडान के युवा 

दक्षिण सूडान के भविष्य के लिए एक नया लासालियन हाई स्कूल

दक्षिण सूडान के रमबेक शहर में लासालियन धर्मसंघ के सदस्यों ने लड़कों को उच्च शिक्षा दिलाने का लक्ष्य रखा है जहां 70% लड़कों ने स्कूल छोड़ दिया है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटकन सिटी

रमबेक, बुधवार 9 जनवरी 2019 (वाटिकन न्यूज) : दक्षिण सूडान को उत्तरी सूडान के साथ लंबे युद्ध के बाद 2011 में स्वतंत्रता मिली। इस युवा राष्ट्र में करीब 80,000 छात्र हैं, हालांकि वहाँ 70% दर स्कूल छोड़ने वालों की है। 2013 में शुरू हुए गृहयुद्ध से देश त्रस्त है और स्कूलों, योग्य शिक्षकों और शिक्षण सामग्री की सख्त कमी है। वर्तमान में 27% से कम आबादी स्कूल में है और केवल 16% लड़कियां और महिलाएं पढ़ और लिख सकती हैं।

इस कारण से लासालियंस धर्मसमाज ने अपने संस्थापक, संत जॉन बापटिस्ट डे ला सेल्ले की मृत्यु की 300 वीं वर्षगांठ की जयंती मनाने के लिए एक नए स्कूल की स्थापना को चुना है।

लड़कों के लिए मिडिल और हाई स्कूल, रूमबेक में पश्चिमी झील राज्य में स्थित होगा, जहां 2006 से लोरेटो धर्मबहनों द्वारा संचालित लड़कियों के लिए एक माध्यमिक स्कूल है। वर्तमान में 300 सूडानी लड़कियाँ इस स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।

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09 January 2019, 15:21