क्यूबा का पहला काथलिक गिरजाघर क्यूबा का पहला काथलिक गिरजाघर 

क्यूबा ने 60 साल बाद अपना पहला काथलिक गिरजाघर को खोला

गिरजाघऱ को पूरा होते देखना, रात से दिन के उजाले में आने जैसा है,हमें पता था कि यह दिन जरुर आयेगा।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

सानदिनो, क्यूबा, गुरुवार 31 जनवरी 2019 (वाटिकन न्यूज) :  पल्ली वासियों ने खुशी से अपने आंसू पोंछे और ईश्वर को धन्यवाद दिया क्योंकि 1959 में क्यूबा की क्रांति के बाद से बने पहले रोमन काथलिक गिरजाघर ने शनिवार को अपने दरवाजे खोल दिए।

गिरजाघर निर्माण का निरीक्षण करने वाले क्यूबा के फादर सिरिलो कास्त्रो ने कहा, "गिरजाघऱ को पूरा होते देखना, रात से दिन के उजाले में आने जैसा है" "हमें पता था कि यह दिन जरुर आयेगा।"

मील का पत्थर

कम्युनिस्ट द्वारा संचालित सरकार ने एक नया गिरजाघऱ बनाने की अनुमति दी। दो गिरजाघरों का निर्माण कार्य चल रहा है। गिरजाघरों के निर्माण की अनुमति देना, संगठित धर्म के साथ राज्य के विकसित संबंधों में एक और मील का पत्थर है।

1959 में फिदेल कास्त्रो के सत्ता में आने के तुरंत बाद, उनकी क्रांतिकारी सरकार ने धर्म को खत्म कर दिया। कास्त्रो काथलिक कलीसिया के संस्थानों को क्यूबा जैसे नास्तिक राज्य के लिए एक गंभीर खतरे के रूप में देखता था। सरकार ने जल्द ही सभी  काथलिक पल्लियों के स्कूलों को बंद कर दिया। पुरोहितों को पुन: शिक्षा शिविरों में भेजा और संगठित धर्म को भूमिगत कर दिया।

परमाध्यक्षों का प्रयास

1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद, फिदेल कास्त्रो ने संत पापा जॉन पॉल द्वितीय को द्वीप पर आमंत्रित किया और अलग-थलग पड़े क्यूबा को तोड़ने की कोशिश की। क्यूबा में क्रिसमस को छुट्टी का दिन निर्धारित किया और धीरे-धीरे काथलिकों ने खुले तौर पर बिन्ती प्रार्थना और पवित्र मिस्सा समारोह में भाग लेनी शुरु किया।

2014 में, क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कास्त्रो ने गुप्त वार्ता के लिएसंत पापा फ्राँसिस को सार्वजनिक रूप से धन्यवाद दिया, जिसने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ राजनयिक संबंधों की बहाली का नेतृत्व किया। इसके तुरंत बाद, सानदिनो में गिरजाघर का निर्माण कार्य शुरू हुआ। नई संरचना के लिए लगभग 100,000 डालर तम्पा के संत लॉरेंस काथलिक पल्ली द्वारा दान दिये गये थे।

चमकीले पीले रंग के नये गिरजाघर में 200 लोगों को बैठने की जगह है। यह गिरजाघऱ पश्चिमी क्यूबा के दूरदराज के शहर के सोवियत शैली की इमारतों के बीच में खड़ा है। इस क्षेत्र में 1960 की शुरुआत में कास्त्रो विरोधी विद्रोहियों की मदद करने के आरोप पर लोगों को  इन इमारतों में आंतरिक निर्वासन में रहने के लिए भेजा जाता था।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

31 January 2019, 16:36