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प्रार्थना करती हुई धर्मबहनें प्रार्थना करती हुई धर्मबहनें 

यूआईएसजी द्वारा पीड़ितों के प्रति एकजुटता

यूआईएसजी ने "कलीसिया और समाज के भीतर प्रचलित दुर्व्यवहार एवं प्रताड़ना" के लिए दुःख और क्षोभ व्यक्त करते हुए एक बयान जारी किया है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी,सोमवार 26 नवम्बर 2018 (वाटिकन रेडियो, रेई): धर्मबहनों के धर्मसमाजों के सुपीरियर जेनरलों की अंतरराष्ट्रीय संगठन (यूनियन ऑफ इंटरनेशनल सुपीरियर्स जेनरल) यूआईएसजी ने "कलीसिया और समाज के भीतर प्रचलित दुर्व्यवहार एवं प्रताड़ना" के लिए दुःख और क्षोभ व्यक्त करते हुए एक बयान जारी किया है।

पूरे विश्व के 500,000 से ज्यादा धर्मबहनों का प्रतिनिधित्व करने वाली करीब 2000 सुपीरियर जेनरलों ने बयान में कहा,“हम कलीसिया और समाज में हो रहे किसी भी प्रकार की प्रताड़ना के प्रति दुखित हैं और प्रताड़ित लोगों के प्रति अपनी एकजुटता प्रकट करती हैं।”

सभी रूपों के दुर्व्यवहार: यौन संबंध, मौखिक, भावनात्मक या किसी रिश्ते के भीतर शक्ति का अनुचित उपयोग, जो  पीड़ित व्यक्ति की गरिमा को कम करता है और उसके स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।

पारदर्शिता और रिपोर्टिंग

हम उन साहसी महिलाओं और पुरुषों के साथ खड़ी हैं जिन्होंने अधिकारियों को दुर्व्यवहार की सूचना दी है। हम उन लोगों की निंदा करते हैं जो चुप्पी और गोपनीयता की संस्कृति का समर्थन करते हैं, अक्सर संस्था की प्रतिष्ठा की "सुरक्षा" के आधार पर या इसे "किसी की संस्कृति का हिस्सा" बना देते हैं। लोगों के साथ दुर्व्यवहार चाहे धर्मसमाज, पल्ली या धर्मप्रांतीय स्तर पर या किसी भी सार्वजनिक क्षेत्र में हो, हम दुर्व्यवहार की आपराधिक पारदर्शिता और उनकी रिपोर्टिंग के लिए प्रेरित करती हैं।

हमारा कहना है कि कोई भी धर्मबहन जो दुर्व्यवहार का सामना कर रही है, दुर्व्यवहार के बारे जहाँ उसे उपयुक्त लगे, अपने धर्मसमाज की मदर सुपीरियर या कलीसिया के धर्मगुरु या नागर अधिकारियों के समक्ष रिपोर्ट करे। यदि यूआईएसजी को दुर्व्यवहार का रिपोर्ट प्राप्त होता है, तो हम पीड़ित व्यक्ति को उचित संगठनों के सामने शिकायत लाने और उन्हें न्याय दिलाने में मदद करेंगी।

पूरा योगदान

हम खुद को कलीसिया और नागर अधिकारियों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध करतीं हैं। हम पीड़ितों का साथ देते हुए उनके अतीत के धावों को चंगा करना चाहती हैं। बच्चों ,पुरुषों एवं महिलाओं के दुर्व्यवहार की रोकथाम हेतु शैक्षिक कार्यक्रमों को चलाने में सहयोग देना चाहती हैं। हम इन परिस्थितियों में एकजुटता को मजबूत करना चाहती हैं और दुनिया में एक नई सृष्टि को लाने में अपना पूरा योगदान देने के लिए तैयार हैं।

 

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26 November 2018, 16:22