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आमदर्शन समारोह  के दौरान धर्मबहनों से मुलाकात करते संत पापा आमदर्शन समारोह के दौरान धर्मबहनों से मुलाकात करते संत पापा 

सिनॉड द्वारा संत पापा ने हमें उत्तम वस्तु प्रदान किये

सिस्टर सैली मेरी होद्गदोन ने कहा कि युवाओं पर धर्माध्यक्षीय धर्मसभा एक "मन-परिवर्तन एवं कृपा का समय था।" इसने संत पापा के मार्गदर्शन में हमारे बीच उत्तम चीजों को लाया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार, 31 अक्तूबर 2018 (वाटिकन न्यूज)˸ सिनॉड में श्रोता के रूप में भाग लेने वाली चैम्बरी की संत जोसेफ की परमाधिकारिणी सि. सैली ने वाटिकन न्यूज की पत्रकार सिस्टर बेर्नादेत रेइस से बातें करते हुए कहा कि सिनॉड उनके लिए एक बदलाव का समय था। सिनॉड ने उसे यह महसूस करने में मदद दिया कि वे अपने जूनियर धर्मबहनों एवं उम्मीदवारों से उतनी खुली नहीं हैं जितनी उन्हें होना चाहिए।  

कृपा का समय

सि. सैली ने कहा कि वाटिकन किस तरह कार्य करता है उसे देखना एक कृपा का समय था क्योंकि वे उसे विभिन्न आलोकों में देख सकते थे। वे सिनॉड में प्रयोग की जाने वाली प्रणालियों से प्रभावित हुई जिनमें से एक थी-हर वाद-विवाद के बाद चिंतन का छोटा वक्त। उन्होंने कहा कि इस प्रार्थनामय वातावरण ने जानकारी प्रक्रिया को अधिक अर्थ प्रदान किया। यह काफी बदलाव लाया। सिनॉड के दौरान 370 वाद-विवादों को सुनना बहुत कठिन था किन्तु मौन तथा सुन्दर शांत समय ने सचमुच हमें मदद किया।

खुलेपन का समय

सिस्टर सैली ने दलों में विचार-विमर्श के बारे बतलाते हुए कहा कि वे कार्डिनलों एवं धर्माध्यक्षों के बीच खुले बहस को स्पष्ट देख सकते थे।

उन्होंने कहा, "मैं हमारे सवालों, संशोधनों अथवा सुधारों के प्रति उनके खुलेपन को देख सकती थी।" युवा तथा अन्य प्रतिनिधि भी अक्सर अपनी बातों को रखते थे।

एकात्मता का समय

यद्यपि वे छोटे दलों में मतदान नहीं कर सकते थे अथवा औपचारिक रूप से सुधार नहीं कर सकते थे तथापि उनके सुझावों को स्वीकारा जाता था।

उन्होंने कहा, "हमने नेटवर्क की तरह काम किया जो एक महिला धर्मसमाजी के रूप में मेरे लिए बहुत अच्छा था, क्योंकि शुरू में मैं सोचती थी कि यह हमारे लिए अधिक स्वीकारीय स्थल नहीं है किन्तु हम सभी ने खुल कर बातें रखीं।

युवाओं के साथ रहने का अवसर

सिस्टर सैली ने कहा, "संत पापा फ्राँसिस कलीसिया के लिए एक वरदान हैं। वे बिलकुल खुले हैं, सभी का स्वागत करते हैं तथा वे बहुत विनम्र हैं। उन्होंने उसे हमारे लिए प्रकट किया और हमें महसूस हुआ कि वे एक ऐसे व्यक्तित्व हैं जो हमें युवाओं के करीब ला सकते हैं तथा एक उत्तम परिणाम को भी प्रस्तुत कर सकते हैं।  

विस्मय का वक्त

सिस्टर ने कहा कि जो युवा महिला धर्मसमाजियों के ठीक पीछे बैठे थे वे चिल्ला रहे थे, जिनको देखकर कार्डिनल एवं धर्माध्यक्ष थोड़ा परेशान हुए किन्तु बाद में वे उसे पसंद करने लगे।

स्वीकारीय वातावरण

अंत में सिनॉड का महौल बिलकुल स्वीकारीय हो गया था। वे एक-दूसरे से अलग तभी होते थे जब वे बहस के लिए छोटे दलों में विभाजित होते थे।

सि. सैली ने कहा कि सिनॉड में सात महिला धर्मसमाजी थीं किन्तु हमने सिनॉड में बहुत अधिक प्रभाव डाला। जब वे एक-दूसरे से विदा हो रही थीं तो कार्डिनलों एवं धर्माध्यक्षों ने उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा, "आप सचमुच सिनॉड माताएँ हैं।" उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए बहुत मायने रखता है क्योंकि हम जानती हैं कि हमारी आवाज सुनी गयी है।  

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31 October 2018, 16:44